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बुधवार, 14 फ़रवरी 2018

महादेव के जयकारे से गुंजयमान हुआ पवित्र नगरी अमरकंटक

 जिलेभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया महाशिवरात्रि पर्व
अनूपपुर। जिलेभर में १४ फरवरी को हर्षोउल्लास के साथ महाशिवरात्रि पर्व मनाया गया। जहां शिवालयों में सुबह से ही शिव भक्तों ने भगवान शिव-पार्वती की विशेष पूजा अर्चना कर प्रसाद के भोग लगाए। इस मौके पर कुछ स्थानों पर विशेष भंडारे के साथ मेले का भी आयोजन किया गया। जबकि अमरकंटक में मां नर्मदा उद्गम कुंड में हजारों शिवभक्तों ने डुबकी लगाकर महादेव की जयकारे लगाए।
श्रद्धालुओ की उमडी भीड़
महाशिवरात्रि के अवसर पर ८ दिवसीय मेले के प्रथम दिन अमरकंटक नगरी शिव और नर्मदे हर की जयघोष से धर्मामयी हो गई, मानो महाशिवरात्रि पर साक्षात शिव अमरकंटक में अवतरित हुए हंै तथा उनकी दर्शन पूरी दुनिया उमड़ पड़ी। हालांकि पिछले तीन दिनों से बारिश के लगातार दौर बने रहने के कारण बुधवार को लोगो की भीड़ अधिक नहीं पहुंच सकी। लेकिन बुधवार की दोपहर धूप निकलने पर दूर-दराज के क्षेत्रों से हजारों की तादाद में भक्ताओं का जत्था हर हर महादेव शब्दों के साथ अमरकंटक पहुंचा रहा है।
शिव को जल अर्पण कर की पूजा अर्चना
वेदों के अनुसार महाशिवरात्रि के मौके पर शिव की पूजा-अर्चना करने से मानव को मोक्ष की प्राप्ती होती है। मान्यता यह भी है कि सृष्टि का प्रारंभ इसी दिन से हुआ था। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन सृष्टि का आरम्भ अग्निलिंग जो महादेव का विशालकाय स्वरूप है से उदय हुआ था। जबकि अन्य मान्यताओं में इसी दिन भगवान शिव का विवाह माता पार्वती के साथ हुआ था, की परम्पराओं में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अमरकंटक नर्मदा सरोबर में हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर माता नर्मदा एवं शिव को जल अर्पण कर उनकी पूजा अर्चना की और सुख-समृद्धि के साथ अपने परिजनों की मनोकामना पूरी होने का वर मांगा।
नर्मदा उद्गम में भक्तो ने लगाई डुबकी
इस मौके पर भक्तों के आने तथा स्नान के बाद चल चढ़ाने का सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। बताया जाता है कि अमरकंटक में महाशिवरात्रि के मौके पर बुधवार को लगभग २० हजार से अधिक शिवभक्तों ने मां नर्मदा उद्गम कुंड में स्नानकर पूजा अर्चना की। वहीं अमरकंटक मेले की व्यवस्थाओं में प्रभारी कलेक्टर जिपं सीईओ केवीएस चौधरी, पुलिस अधीक्षक सुशील जैन, एएसपी वैष्णव शर्मा ने मेले में विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया। और सुरक्षा व्यवस्थाओं सहित पार्किंग व्यवस्थाओं को बेहतर बनाए रखने के निर्देश दिए।
श्रद्धालुओ की सुरक्षा के लिए पुलिस रही मुस्तैद
जबकि अमरकंटक में प्रशासन द्वारा भीड़ एवं भगदड़ से बचाने के लिए सीसीटीवी कैमरे के साथ वॉच टॉवर का सहारा लिया गया। महिलाओं के साथ आम श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा 300 पुलिस जवानों के साथ महिला दस्ते को भी तैनात किया गया है। महाशिवरात्रि पर्व के मौके पर जिला मुख्यालय के शंकर मंदिर, रामजानकी मंदिर, तिपानी नदी स्थित शंकर मंदिर, बुढी माई मढिया मंदिर, ठाकुरबाबा धाम मंदिर सहित अन्य मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की कतार लगी रही। जहां शिवभक्तों ने सोन, तिपान, व चंदास नदी में स्नानकर मंदिरों में जल चढ़ाकर पूजा अर्चना की। कई मंदिरों पर महाशिवरात्रि के अवसर पर भंडारा कार्यक्रम भी आयोजित हुआ।
भालूमाडा में किया गया विशाल भंडारा
भालूमाड़ा। भालूमाड़ा के अघोरी बाबा, हनुमान मंदिर, राम-जानकी मंदिर, अमन चौक, लाइन दफाई सहित अनेक मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं ने भोलेनाथ के दर्शन कर पूजा-अर्चना किए। कुछ स्थानों पर विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया। जबकि ऐतिहासिक पाडंवकालीन नागवंशी गुफाओं के लिए प्रसिद्ध  केवई नदी तट स्थित शिवलहरा मंदिर धाम में महाशिवरात्रि का दो दिवसीय मेला प्रारंभ हुआ, जहां सुबह से ही लोग नदी में स्नान कर शिव को जल चढ़ाएं। यहां भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ रही। वहीं दूरदराज से मेला में आने वाले लोगों ने भी दर्शन कर पूजा-अर्चना किए। हालांकि इस वर्ष मेले की रौनक मौसम की वजह से कम रही, बारिश के कारण दुकानदार अपनी दुकानें नहीं लगाए व नहीं आए। बच्चों के विशेष मनोरंजन में एकाध झूले ही लग पाए। मेले में सुरक्षा के लिए भालू माड़ा पुलिस प्रशासन तैनात किया गया है। 
कोतमा में भगवान शिव जी की निकाली बरात
दुर्लभ संयोग से पड़े 2 दिवसीय महाशिवरात्रि का पर्व  14 फरवरी को बड़े ही भक्ति भाव से मनाया गया। सुबह से श्रद्वालुओं द्वारा भोले नाथ के मंिदरो में पहुंच विशेष पूजा अर्चना की गई। भक्तो द्वारा बेल, फूल, धतूरा, बेर, मदार के फूल लेकर शिव का अर्पण किया। इस दौरान जगह-जगह शिवजी का रुद्राभिषेक का आयोजन भी होता रहा। नगर के श्री गौरी शंकर मंदिर, बस स्टैंड परिसर, धर्मशाला मंदिर, विकास नगर, लहसुई कैम्प सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी भगवान भोले नाथ के जयकारो की गूंज बनी रही। ठाकुर बाबा धाम परिसर में सुबह से भंडारे का आयोजन किया गया, जहा श्रद्धालुओं द्वारा पूजा अर्चना के बाद प्रसाद ग्रहण किया गया। इसके पूर्व श्री गौरी शंकर शिव ंमंदिर समिति द्वारा भोलेनाथ की बारात निकाली गई। जिसमें भूत, पिशाच, भालू, बंदर की वेश-भूषा की बाराती में नगरवासी शामिल होकर नगर भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान जगह-जगह बारात का पुष्पवर्षा के साथ स्वागत किया गया। वहीं नगर बस स्टैंड में सुप्रसिद्ध गायिका शहनाज अख्तर के द्वारा रात्रि 9 बजे से भव्य देवी जागरण गीत गाए गए।   
जैतहरी में गूंजा जयघोष के नारे

महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर नगरीय क्षेत्र सहित आसपास के शिवमंदिरों में भक्तों द्वारा शिव-पार्वती की विशेष पूजा अर्चना की जा रही है। पूजा के दौरान मंदिरों के बजते घंटे तथा हर-हर महादेव की जयघोष से पूरा क्षेत्र गुजांयमान बना हुआ है। जबकि वार्ड 3 में स्थापित सिद्धबाबा डोंगरिया में भव्य मेला बीते 2५ वर्षो से लगातार लग रहा है। जिसे लेकर इस वर्ष भी नगर परिषद जैतहरी द्वारा मेले का आयोजन किया गया है। इसके अलावा नगर के देवी मंढिया हरे राम मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, शारदा मंदिर, लाइनपार छीन्दी माता मंदिर सिवनी आदि देव स्थलों पर श्रदालुओ द्वारा शिवलिंग पर जलभिषेक विधि विधान से पूजा अर्चना की जा रही है।  

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