ग्रामीण मीडिया कार्यशाला वार्तालाप का आयोजन संपन्न
पत्रकारों ने
समस्याओं से कराया अवगत
अनूपपुर। जिला मुख्यालय में
पत्र सूचना कार्यालय द्वारा ग्रामीण मीडिया कार्यशाला वार्तालाप का आयोजन हुआ। इस
कार्यशाला में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के कुलपति
टी.व्ही.कट्टीमनी, प्रभारी
कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के.व्ही.एस.चौधरी, अपर महानिदेशक पत्र
सूचना कार्यालय भोपाल वसुधा गुप्ता, क्षेत्र
प्रचार विभाग के अधिकारी हेमन्त,जनसंपर्क
विभाग के अधिकारी एवं जिले के प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े पत्रकार
उपस्थित थे। कार्यशाला का शुभारंभ टी.व्ही.कट्टीमनी एवं अतिथियों के द्वारा मां
सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर किया गया।
कार्यशाला के
शुभारंभ में श्रीमती गुप्ता ने बताया कि समय,
स्थान एवं संस्कृति के आधार पर क्षेत्र की अपनी एक विशेषता
होती है। इसलिए शासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से वांछित लक्ष्य की प्राप्ति
हेतु जनसंवाद जरूरी होता है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मीडिया एक सशक्त माध्यम
है। पत्रकार, जनता
एवं शासन के बीच की कड़ी होते हैं। योजनाओं के क्रियान्वयन में हो रही समस्याओं
एवं उनकी उपयुक्तता की जांच में मीडिया एक सशक्त माध्यम है। सकारात्मक एवं जनहित
में हो रही पत्रकारिता नि:संदेह शासन के लिए भी उतनी ही आवश्यक है, जितनी प्रजा के लिए।
आपने यह भी कहा कि आज पत्रकारिता ने एक नए आयाम में प्रवेश कर लिया है। डिजिटल
संचार व्यवस्था आने से इसका दायरा एवं गति बढ़ गई है। ऐसे समय में संचार व्यवस्था
का किस तरीके से उचित इस्तेमाल किया जाय, यह
भी इस चर्चा का विषय है।
क्षेत्र की
विशेषताओं से ही निवासियों को उद्यमी बनाना है मेरा लक्ष्य- श्री कट्टीमनी
इंदिरा गांधी
राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के कुलपति टी.व्ही.कट्टीमनी ने कहा कि सफल शासन
व्यवस्था के लिए सशक्त, कुशल
एवं विकासपरक पत्रकारिता नितान्त आवश्यक है। आपने इसी क्रम में कहा कि इंदिरा
गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय क्षेत्र की विशेषता एवं लोगों की दक्षता के
आधार पर नए कोर्स चालू करने जा रहा है। आपने बताया कि विश्वविद्यालय में कृषि, उद्यानिकी एवं
पशुपालन के साथ-साथ अमरकंटक क्षेत्र को जो प्रगति की देन है, उस क्षेत्र में भी
भविष्य में कार्य किए जाएंगे। क्षेत्र के परम्परागत ज्ञान को संस्थागत, मानकीकृत करने के
पश्चात् उसे राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय पहचान दिलाने हेतु पेटेन्ट दिलाने के
कार्य भी किए जाएंगे। इसी क्रम में आपने बताया कि गुलबकावली के चिकित्सकीय लाभों
के पेटेन्ट का कार्य प्रगति पर है। साथ ही इन कार्यों के लिए अनुदान भी मिल रहा
है। आपने इनसे क्षेत्र के निवासियों को होने वाले लाभ के बारे में बताते हुए कहा
कि राष्ट्रीय पहचान मिलने के बाद इन जडिय़ों एवं बूटियों के उत्पादन से
क्षेत्रवासियों को लाभ होगा। साथ ही इनका उत्पादन लघु भूमि इकाईयों में किया जा
सकता है। जिससे छोटे एवं सीमान्त किसान भी लाभान्वित हो सकेंगे। गुलबकावली के
अतिरिक्त जंगली हल्दी, शतावरी
के साथ-साथ लगभग 20 अन्य जडिय़ों एवं बेलों का विश्वविद्यालय में उद्यान बनाया गया
है। इस क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हेतु कृषि वैज्ञानिकों रवीन्द्र शुक्ला,तरुण ठाकुर एवं
प्रशांत सिंह की आपने सराहना की। आपने यह भी बताया कि जल्द ही विश्वविद्यालय में
हर्बल मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा,जिससे
कि इस विषय के प्रति जनमानस में जागृति आए।
कार्यशाला
में प्रभारी
कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के.व्ही.एस. चौधरी ने केन्द्र
शासन एवं राज्य शासन द्वारा ग्रामीण विकास के क्षेत्र में चल रही योजनाओं के बारे
में विस्तृत जानकारी दी। आपने मनरेगा, प्रधानमंत्री
आवास योजना, स्वच्छ
भारत अभियान,मध्यान्ह
भोजन,वॉटर
शेड आदि के बारे में पत्रकारों से विस्तृत चर्चा की। साथ ही उन्होंने इस सभा के
माध्यम से जिले के निवासियों को खासकर अभिभावकों को यह संदेश दिया है कि शिक्षा
बहुत महत्वपूर्ण है। विकास की मंजिल शिक्षा के रास्ते से ही तय की जा सकती है।
अत:आपने अभिभावकों से अनुरोध किया है कि इस विषय में कोई कोताही न बरतें।
कार्यशाला में उपस्थित पत्रकारों ने अपनी समस्याओं की तरफ भी प्रशासन का ध्यान
आकृष्ट किया। साथ ही पत्रकारों की जिज्ञासाओं का भी उपस्थित अतिथियों द्वारा
निराकरण किया गया।
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