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मंगलवार, 30 अप्रैल 2024

मंत्री दिलीप जयसवाल की कुर्सी खतरे में: लोकसभा चुनाव में विधानसभा क्षेत्र में 14% कम रहा मतदान

 


विधानसभा की सक्रियता ना तो राजनीतिक दलों में देखी और ना ही कार्यकर्ताओं में

अनूपपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा विधानसभा क्षेत्र में कम मतदान होने पर विधायकों को मंत्री पद से हटाए जाने को लेकर दिए गए बयान के बाद अनूपपुर जिले के मंत्री दिलीप जयसवाल की नींद उड़ गई है। मंत्री के क्षेत्र की विधानसभा और लोकसभा चुनाव के मतदान प्रतिशत में काफी अंतर है। केंद्रीय मंत्री शाह द्वारा कहा गया है कि जिन मंत्रियों के क्षेत्र में मतदान कम होगा उन्हें मंत्री पद से हटाया जाएगा। शहडोल लोकसभा क्षेत्र में 19 अप्रैल को लोकसभा सदस्य के लिए मतदान किया गया जिसमें पूरे लोकसभा क्षेत्र में 2019 से इस बार 10% मतदान कम रहा। कुछ माह पूर्व में हुए विधानसभा चुनाव में जहां मतदान में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ नेताओं एवं प्रत्याशियों में काफी ऊर्जा दिखाई पड़ी लेकिन इस बार हुए लोकसभा चुनाव में वह सक्रियता नजर नहीं आई जिसका परिणाम रहा की काफी कम मात्रा में मतदान हुआ। वहीं मंत्री दिलीप जयसवाल के विधानसभा क्षेत्र कोतमा में विधानसभा के मुकाबले लोकसभा में 14% कम हुआ।

पिछले लोकसभा निर्वाचन की अपेक्षा 10 प्रतिशत कम हुआ मतदान

2019 के लोकसभा निर्वाचन में शहडोल लोकसभा क्षेत्र में 74.58 प्रतिशत मतदान किया गया था। वही 2024 में हुए लोकसभा निर्वाचन में 64.68 प्रतिशत ही मतदान हुआ, जो 10 प्रतिशत कम मतदान रहा। जिसका राजनीतिक आंकलन यह रहा कि प्रत्याशियों सक्रियता में कमी देखी गई। जो एक दल का उम्‍मीदवार अपने आप को जीता हुआ मान रहा था तो दूसरा हारा हुआ दोनों ने अपने प्रचार को सीमित करते हुए दल के कार्यकर्ता और नेताओं की पूछपरख न होने से सभी ने घरों में आराम किया। वहीं सत्‍ता दल के उम्मीदवार अतिअत्मविश्वास भी रहा।

विधानसभावार मतदान का अंतर

2019 में हुए लोकसभा निर्वाचन में शहडोल लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत जयसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र में 237135 मतदाताओं में 180216 मतदाताओं ने मतदान किया था जो की कुल मतदान का 76प्रतिशत रहा, जबकि 2024 में हुए लोकसभा निर्वाचन में 258180 मतदाताओं में 180958 ने मतदान किया जोकि 70.09 प्रतिशत रहा। इसी तरह जैतपुर विधानसभा क्षेत्र में 2019 में 232960 मतदाताओं में से 175800 ने मतदान किया जो की 75.46 प्रतिशत था, 2024 में जैतपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल 249218 मतदाताओं में से 170384 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका मतदान प्रतिशत 68.37 रहा। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में कोतमा विधानसभा क्षेत्र में 150008 मतदाताओं में से 108218 मतदाताओं ने मतदान किया था जिसका प्रतिशत 72.14 था। 2024 में हुए निर्वाचन में कोतमा विधानसभा क्षेत्र से 151979 मतदाताओं में 97460 ने मतदान किया है जिसका प्रतिशत 64.13 है। इसी तरह अनूपपुर विधानसभा में 2019 में 167782 मतदाताओं में से 124245 मतदाताओं ने मतदान किया था जिसका प्रतिशत 74.05 था, 2024 के लोकसभा निर्वाचन में अनूपपुर विधानसभा के 180538 मतदाताओं में से 111241 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 62.17 रहा। पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 2019 में हुए लोकसभा निर्वाचन में 189653 मतदाताओं में से 142027 मतदाताओं ने मतदान किया था जिसका प्रतिशत 74.89 था, 2024 में हुए लोकसभा निर्वाचन में पुष्पराजगढ़ विधानसभा में 203077 मतदाताओं में से 133207 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 65.59 रहा। इसी तरह बांधवगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 2019 में हुए लोकसभा निर्वाचन में 211732 मतदाताओं में 158 538 मतदाताओं ने मतदान किया था जिसका प्रतिशत 74.88 था जबकि 2024 में हुए निर्वाचन में 225539 मतदाताओं में से 145837 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 63.81 रहा। 2019 के लोकसभा निर्वाचन में मानपुर विधानसभा क्षेत्र में 231044 मतदाताओं में 174621 मतदाताओं ने मतदान किया था। जिसका प्रतिशत 75.58 था, 2024 के निर्वाचन में यहां 250166 मतदाताओं में से 156099 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 62.40 रहा। इसी तरह 2019 के लोकसभा निर्वाचन में इसी तरह 2019 के लोकसभा निर्वाचन में बड़वारा लोकसभा क्षेत्र में 235244 मतदाताओं में से 171108 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 72.74 था, 2024 में बड़वारा लोकसभा निर्वाचन में 255488 मतदाताओं में 153320 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 60.01 रहा।

बाद मंत्री की कुर्सी खतरे में, विधानसभा से लोकसभा में 14% कम हुआ मतदान

कुछ महीने पहले विधानसभा के निर्वाचन में लोकसभा कम हुए मतदान का प्रतिशत से राजनीतिक दलों में चिंता बढ़ाई हैं इसमें मंत्री दिलीप जयसवाल के विधानसभा क्षेत्र कोतमा में विधानसभा की आपेक्षा लोकसभा में 14% कम मतदान होने से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान के बाद मंत्री की कुर्सी खतरे में दिखाई दे रहीं हैं। लोकसभा निर्वाचन में राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के साथ ही यहां से निर्वाचित हुए विधायक भी पूरे मन से यहां कार्य नहीं कर पाए। जिसका परिणाम है कि विधानसभा निर्वाचन में जहां लोगों ने बंपर वोटिंग की थी वहीं लोकसभा निर्वाचन में मतदान का यह प्रतिशत काफी नीचे चला गया। अनूपपुर जिले में विधानसभा चुनाव में कोतमा विधानसभा जहां से मंत्री दिलीप जायसवाल हैं वहां भी लोकसभा निर्वाचन में विधानसभा की अपेक्षा मतदान प्रतिशत में काफी कमी देखी गई। जहां 150365 मतदाताओं में 117730 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था जिसका मतदान प्रतिशत 78.30 रहा, वही लोकसभा निर्वाचन में कोतमा विधानसभा क्षेत्र से 151979 मतदाताओं में 97460 ने मतदान किया है जिसका मतदान प्रतिशत 64.13 है। इसी तरह अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र में 2023 में 178311 मतदाताओं में 138486 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 77.67 रहा जबकि 2024 लोकसभा चुनाव में 180538 मतदाताओं में से 112241 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 62.17 रहा। पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र जहां से भाजपा तथा कांग्रेस दोनों ही दलों के प्रत्याशी है यहां भी लोकसभा निर्वाचन में विधानसभा की अपेक्षा काफी कमी देखी गई। जहां लोकसभा निर्वाचन में 20377 मतदाताओं में 133207 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 65.59 रहा जबकि 2023 विधानसभा निर्वाचन के दौरान 200480 मतदाताओं में 160706 मतदाताओं ने यहां मतदान किया था जिसका प्रतिशत जिले में सर्वाधिक 80.16 प्रतिशत रहा।

शहडोल संसदीय क्षेत्र में 2024 में 64.68% मतदान जो वर्ष 2019 से 10% कम रहा। वहीं 2024 में महिलाओं का प्रतिशत पुरूषों के प्रतिशत से लगभग 1.5% अधिक रहा। पुरूष मतदात 63.93%, महिला मतदाता 65.41% तथा अन्‍य अन्‍य 62.38% रहा। विधानसभा अनूपपुर में 62.31%, कोतमा में 62.50%, जैतपुर में 67.50%, जयसिंहनगर में 70.07%, पुष्पराजगढ़ में 64.90%,बड़वारा में 60.01%, बांधवगढ़ में 61.50% एवं मानपुर विधानसभा में 60.10% मतदान हुआ हैं।

केंद्रीय मंत्री अमित शाह की दो टूक

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान के बाद कोतमा विधायक, मंत्री दिलीप जयसवाल जरूर चिंतित होंगे क्योंकि इनके क्षेत्र में मतदान कम हुआ है। वहीं, पूर्व मंत्रियों को जो कुछ अपेक्षाएं नजर आ रही थी, उन पर कम मतदान के कारण पानी फिर गया है। यदि समूचे संसदीय क्षेत्र पर नजर डाली जाए तो कुछ हद तक जयसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र अन्य विधानसभा क्षेत्र की तुलना में अच्छी स्थिति में नजर आ रहा है।

सोमवार, 29 अप्रैल 2024

नशीली दवाओं के साथ दो गिरफ्तार, 290 नग टैबलेट जप्त, भेजे गये जेल

 


अनूपपुर। मेडिकल स्टोर में बिकने वाली सिरप एवं नशीली दवाओं को लेकर युवा वर्ग नशे की गिरफ्त में समाता जा रहा है। बताया जाता है कि बुढ़ार, शहडोल एवं मनेंद्रगढ़ से बड़े पैमाने पर नशे की खेप लाकर क्षेत्र भर में युवा पीढ़ी को बेचकर अवैध कमाई की जा रही है। रामनगर थाना अंतर्गत अनूपपुर की ओर से नशीली दवा लेकर आ रहे दो युवको को पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए कब्जे से 290 नग टैबलेट 29 पत्ते जो की कुल 2900 एमजी के साथ में एक दो पहिया वाहन को जप्त कर धारा 8बी 21,22 एनडीपीएस एक्ट एवं 5/13 मध्य प्रदेश ड्रग कंट्रोल एक्ट के तहत मामला दर्ज करते हुए आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया।

उप निरीक्षक थाना रामनगर श्यामलाल मरावी ने बताया कि दो युवक 39 वर्षीय दीपक पाल पुत्र राकेश पाल निवासी वार्ड नंबर 3 काली बस्ती राजनगर एवं 27 वर्षीय दुर्गा प्रसाद उर्फ मोहन कोल पुत्र लालमन कोल 27 वर्ष वार्ड नंबर 2 न्यू डोला राजनगर दो पहिया वाहन क्रमांक एमपी 18 एम क्यू 8137 से अनूपपुर की ओर से नशीली दवाएं लेकर आने की सूचना पर केरहा नाला के पास घेराबंदी कर आरोपितों को पकड़ते हुए तलाशी ली गई। जिनके कब्जे से कब्जे से 290 नग टैबलेट 29 पत्ते जो की कुल 2900 एमजी की है। साथ ही वाहन को जप्त कर आरोपियों के खिलाफ धारा 8बी 21,22 एनडीपीएस एक्ट एवं 5/13 मध्य प्रदेश ड्रग कंट्रोल एक्ट के तहत मामला दर्ज करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया।

शनिवार, 27 अप्रैल 2024

दो बैगों में भरा डेढ़ लाख का 15 किलो गांजा पुलिस ने किया जप्‍त, महिला गिरफ्तार

 


अनूपपुरकोतवाली थाना क्षेत्र में पुलिस ने बस स्टैण्ड अनूपपुर से 36 वर्षीय महिला को दो ट्रॉली बैग में भरे 15 किलो से अधिक गांजा अनुमानित कीमत 1.52 लाख रूपए के साथ पकड़ते हुए उसके खिलाफ धारा धारा 8/20 बी के तहत मामला दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।

मुखबिर की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने बस स्टेण्ड अनूपपुर में एक महिला यात्री बिजुरी थाना अंतर्गत छोट बेलिया अपने घर जाने के लिए बस का इंतजार कर रही थी। जिसके पास दो बैग रखे थे पूछतांछ करने व बैगों की जांच में पाया कि गांजा भरा हैं पुलिस मौके पर दो ट्रॉली बैग में 15 पैकेट गांजा के मिले। कुल वजन 15 किलो 221 किलोग्राम गांजा अनुमानित कीमत 1 लाख 52 हजार 210 रूपए आंकी गई हैं। जिसे जप्‍त करते हुए आरोपित महिला को गिरफ्तार करते हुए उसके खिलाफ एनडीपीए एक्ट के तहत कार्यवाही की गई। कार्यवाही में उपनिरीक्षक संजय खलखो, मंलगा प्रसाद दुबे, सहायक उपनिरीक्षक हरूननिशा, प्रधान आरक्षक महेन्द्र राठौर, रीतेश सिंह, प्रवीण भगत, महिला आरक्षक ऊषा सिंह रहीं।

 

प्रभारी प्राचार्य ने शिक्षकों को स्‍कूल से निकाला बाहर, मुख्य द्वार में जड़ा ताला

 


तीन सदस्यीय टीम पहुंची जांच में, चॉभी नही होने पर पेड़ की छांव में बैठ की जांच

अनूपपुर। नए शिक्षण सत्र वर्ष 2024-25 में 1 अप्रैल से जिले के सभी शासकीय स्कूल संचालित हो चुकी है, जिस पर कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने सभी विद्यालयों को उनके निर्धारित समय पर खोले वा बंद किए जाने के साथ ही शिक्षको के गतिविधियों जिनमें परीक्षा परिणाम वितरण, नवीन शिक्षा सत्र का प्रचार प्रसार, अभिभावक को उनके बच्चों की प्रगति से अवगत कराने, प्रवेश, नामांकन सहित शैक्षिक गतिविधियों सहित 30 अप्रैल तक विशेष गतिविधियों का संचालन के सख्त निर्देश दिए गए हैं। जनपद जैतहरी अंतर्गत संचालित शासकीय हाई स्कूल धिरौल की प्रभारी प्राचार्य संध्या पांडेय अपनी मनमानी करते हुए 27 अप्रैल को 11.40 बजे पहुंची और 1.30 बजे विद्यालय में उपस्थित दो माध्यमिक शिक्षक एवं एक प्राथमिक शिक्षक को अचानक से विद्यालय के बाहर करते हुए स्कूल बंद कर मुख्य द्वार में ताला लगाते हुए भृत्य संतराम बैगा के साथ जैतहरी बीईओं कार्यालय चली गई। जहां तीनो शिक्षक विद्यालय के मुख्य द्वार के बाहर ही खड़े रहें। ग्रामीणों ने बताया कि हाई स्कूल धिरौल का प्रभार मिलने के बाद से प्रभारी प्राचार्य संध्या पांडेय ने पुष्पराजगढ़ विधायक से अच्छी पहचान होने की बात कहते हुए मनमानी में उतारू है।

यह है मामला

27 अप्रैल को शासकीय हाई स्कूल धिरौल में जहां तीन शिक्षक सहित भृत्य अपने निर्धारित समय पर पहुंचकर विद्यालय के कार्यो को कर रहे थे, जहां विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य वा माध्यमिक शिक्षक संध्या पांडेय सुबह 11.40 बजे विद्यालय पहुंची और लगभग 1.30 बजे अचानक से जैतहरी बीईओं कार्यालय में कुछ कार्य होने की बात कहते हुए तीन शिक्षको जिनमें माध्यमिक शिक्षक ज्योति बाला तिवारी, अंजना हकदार एवं प्राथमिक शिक्षक योगेन्द्र सिंह को बाहर करते हुए स्कूल बंद कर मुख्य गेट में ताला लगाते हुए भृत्य संतराम बैगा को लेकर चली गई। जिसके बाद स्कूल के मेन गेट के बाहर तीनों शिक्षक धूप में घंटो खड़े थे। उक्त विद्यालय का उन्नयन वर्ष 2008 में होने के बाद से वर्ष  2021 तक विद्यालय का परीक्षा परिणाम 75 से 80 प्रतिशत रहता था, लेकिन वर्ष 2022 में संध्या पांडेय के द्वारा विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य का प्रभार लेने के बाद से सत्र 2022-23 में विद्यालय का परीक्षा परिणाम 40 प्रतिशत से कम पहुंच गया, जिसके बाद कलेक्टर की समीक्षा उपरांत उक्त विद्यालय को विशेष श्रेणी में रखा गया, बावजूद इसके सत्र 2023-24 में 50 प्रतिशत रहा है।

संकुल प्राचार्य सहित तीन सदस्यीय टीम पहुंची जांच में

शासकीय हाई स्कूल धिरौल के बंद होने की सूचना पर जनजातीय कार्य विभाग के सहायक संचालक अशोक शर्मा ने जांच के लिए तत्काल ही शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पटनाकला के प्रभारी प्राचार्य विपिन कुमार किशोर एक्का, शासकीय उ.मा.विद्यालय देवहरा के प्रभारी प्राचार्य नरेन्द्र शेखावत एवं शासकीय उ.मा.विद्यालय पटनाकला के उच्च श्रेणी शिक्षक गुलाब सिंह को जांच के निर्देश दिए गए। जहां जांच टीम 3.30 बजे शासकीय हाई स्कूल धिरौल पहुंचे। जहां निरीक्षण के दौरान विद्यालय के मेन गेट पर ताला लगा हुआ था तथा स्कूल परिसर के बाहर शिक्षक ज्योति बाला तिवारी, अंजना हलदार एवं योगेन्द्र सिंह सहित ग्रामीण खड़े मिले। इसी दौरान सूचना मिलते ही प्रभारी प्राचार्य संध्या पांडेय ने सूचना लगते हुए भृत्य संतराम को जैतहरी में छोडक़र वापस पहुंच गई। लेकिन जांच टीम ने विद्यालय को खोलने की बात कही तो प्रभारी प्राचार्य संध्या पांडेय ने विद्यालय की दो चॉभी जिनमें माध्यमिक शिक्षक सुभाष सिंह परमार के पास होना जो कि अवकाश में थे और दूसरा भृत्य संतराम बैगा के पास होना बताया गया। जिसके बाद जांच टीम ने विद्यालय परिसर के बाहर ग्रामीणों सहित विद्यालय के शिक्षकों का कथन लेते हुए पंचनामा तैयार किया गया।

जांच में खुली प्रभारी प्राचार्य की पोल

जांच के दौरान जहां दो माध्यमिक शिक्षक जिनमें सुभाष सिंह परमार एवं सत्येन्द्र सिंह गौतम अनुपस्थित मिले, जिनके संबंध में जांच टीम ने प्रभारी प्राचार्य संध्या पांडेय से जानकारी ली गई। जहां प्रभारी प्राचार्य ने दोनो ही शिक्षकों को अवकाश में होना बताया। जांच के दौरान सुभाष सिंह परमार का अवकाश आवेदन वरिष्ठ कार्यालय को अग्रेषित पाया गया, लेकिन सत्येन्द्र सिंह गौतम का आवेदन स्कूल के कार्यालय में होना पाया। वहीं शिक्षकों सहित ग्रामीणों ने प्राभारी प्राचार्य धिरौल पर जबरन अपनी मनमानी किए जाने का आरोप वा लिखित शिक्षक सहायक आयुक्त कार्यालय में 27 अप्रैल को दर्ज की जा चुकी थी।

स्कूटी से निकला उपस्थिति पंजीयक, खुला राज

ग्रामीणों ने प्रभारी प्राचार्य सहित दो माध्यमिक शिक्षक सुभाष सिंह परमार एवं सत्येन्द्र सिंह गौतम पर विद्यालय समय से नही से आने तथा बिना बताए अनुपस्थित रहने तथा दूसरे दिन विद्यालय पहुंचकर उपस्थिति पंजीयन में हस्ताक्षर किए जाने की शिकायत दर्ज कराई। जिस पर जांच टीम ने प्रभारी प्राचार्य से उपस्थिति पंजीयक मांगा गया, जहां विद्यालय की उपस्थिति पंजीयक प्रभारी प्राचार्य संध्या पांडेय की गाड़ी की डिक्की से निकला। वहीं शिक्षकों ने बताया कि प्रभारी प्राचार्य द्वारा उपस्थिति पंजीयन अपने पास रखती है, जिसके कारण कई बार विद्यालय में उनकी अनुपस्थिति में विद्यालय पहुंच रहे शिक्षकों को दूसरे दिन हस्ताक्षर करना पड़ता है। ऐसा ही एक मामला 25 अप्रैल को विद्यालय नही आई, लेकिन उपस्थिति पंजीयक में 26 को विद्यालय पहुंचकर हस्ताक्षर की है।

इनका कहना है

उक्त विद्यालय का मेन गेट में ताला जड़ा हुआ था, जांच के दौरान शिक्षक सहित ग्रामीण गेट के बाहर खड़े मिले। जिसके बाद पंचनामा बनाते हुए जांच प्रतिवेदन सहायक आयुक्त को कार्यवाही हेतु सौंप जाएगा।

विपिन किशार एक्का, संकुल प्राचार्य

शा.उमा. विद्यालय पटनाकला

बूचड़खाने ले जाते ट्रक बिजली पोल से टकराया, 1 मवेशी की मौत 21 को भेजा कांजी हाउस


वाहन चालक एवं मलिक के खिलाफ पशुओं के प्रति क्रूरता अधिनियम का मामला दर्ज

अनूपपुर। जिले के कोतमा थाना क्षेत्र अंतर्गत पशु तस्करी करते हुए बूचड़खाने ले जाए जा रहे 22 नग मवेशी से भरा ट्रक विद्युत पोल से टकराने गया जिसके बाद वाहन को पुलिस ने जप्त करते हुए मामले में वाहन चालक एवं मलिक के खिलाफ पशुओं के प्रति क्रूरता अधिनियम की धारा-11 के तहत अपराध दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

कोतमा थाना को शनिवार को सूचना मिलने पर पुलिस ने वाहन का पीछा किया जिस पर वाहन चालक गांव के रास्ते से भागने का प्रयास के दौरान बैलगाड़ी से टकराकर सड़क किनारे लगे बिजली के पोल से जा टकराया। जिसके बाद वाहन की जांच करने पर 22 नग मवेशियों का मुंह बांधकर रखा गया था जो भूखे प्यासे थे जिसमें से एक जानवर की वाहन में ही मौत हो गई। पुलिस ने वाहन क्रमांक एमपी 09 एचजी 2400 को जप्त कर वाहन चालक एवं मलिक के खिलाफ पशुओं के प्रति क्रूरता अधिनियम की धारा-11 के तहत मामला दर्ज किया गया।

वाहन को छोड़कर आरोपी हुए फरार

पुलिस के अनुसार ग्रामीण रास्ते में पुलिस को चकमा देकर भागने के दौरान वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने पर वाहन चालक सहित अन्य लोग मौके से फरार हो गए। पुलिस ने जप्त वाहन को थाने में खड़ा कराते हुए। मवेशियों को कांजी हाउस के सुपुर्द कर दिया है।

प्रतिष्ठित मूर्तियों की बेकद्री वन विभाग की कार्यवाही या व्यक्तिगत गुण्डागर्दी, जांच में होगा खुलासा

 


अमरकंटक घटना पर प्रशासन और संतों के बीच वर्ता, बनी सहमति मन्दिर सहित मॉ नर्मदा की मूर्ती होंगी पुनर्स्थापित

अनूपपुर। नर्मदा उद्गम नगरी अमरकंटक में वन विभाग की संदिग्ध कार्यवाही ने यहाँ के शांत माहौल मे दुस्साहसिक बखेडा खड़ा कर दिया है‌। वन विभाग के कुछ अधिकारियों- कर्मचारियों पर द्वेषात्मक कार्यवाही करने का गंभीर आरोप है। यद्यपि घटना की जानकारी मिलते ही मामले की संगीनता को भांपते हुए जिला प्रशासन ने त्वरित कदम उठाए हैं। आरोप हैं कि अतिक्रमण विरोधी कार्यवाही के नाम पर विद्वेषात्मक और लापरवाह कार्यवाही की गयी है। जिसकी सार्वत्रिक निंदा हो रही है। वन विभाग ने जिस तरह से मामले से पल्ला झाड़ लिया है तो लोगों के मन में अब सवाल हैं कि यह कार्यवाही वन विभाग ने नहीं की है तो कहीं यह व्यक्तिगत गुण्डागर्दी का शिकार तो नहीं हो गया। वहीं सूत्रों ने बताया कि वन विभाग के लोगो ने ही यह कृत्‍य किया हैं।

गत दिनों अमरकंटक में माई की बगिया के समीप रुद्र गंगा आश्रम में तथाकथित रुप से वन विभाग द्वारा अतिक्रमण के नाम पर जमकर तोड़ फोड़ की गयी। मन्दिर आश्रम की मूर्तियाँ क्षतिग्रस्त की गयीं। आरोप लगाए गये हैं कि प्राण प्रतिष्ठित मूर्तियों के साथ बेकद्री करते हुए उन्हे भी तोड़ दिया गया। तस्वीरों - वीडियो से भी मूर्तियाँ क्षतिग्रस्त दिख रही हैं। आश्रम के सभी कच्चे - अर्ध पक्के निर्माण, टीन की चादरों तक को जिस तरीके से तोड़ - फोड की गयी है,वह इस कार्य में लगे लोगों के व्यक्तिगत गुस्से और कुंठा को प्रदर्शित कर रहा है। बड़ी क्रूरता और लापरवाही से अतिक्रमण विरोध के नाम पर खुन्नस निकाली गयी। आरोप वन विभाग पर और उसके रेंजर पर है‌ जबकि वन विभाग के उच्चाधिकारी इससे पल्ला झाड़ रहे हैं। घटना प्रकाश में आते ही अमरकंटक के साधू- संतों में नाराजगी फैल गयी।

कलेक्टर ने दिये जांच के आदेश

नाराज संत प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्टर आशीष वशिष्ठ को घटना की जानकारी देते हुए गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए मूर्तियों की बेकद्री, तोडफोड मामले की विधिवत सूक्ष्म जांच और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की मांग की। कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिये एसडीएम पुष्पराजगढ तथा वन विभाग के अधिकारियों की दो अलग - अलग टीम गठित कर अमरकंटक भेजा गया।

अधिकारियों की दो टीम मौके पर

शिकायत प्राप्त होने के अगले ही कलेक्टर के निर्देश पर डीएफओ अनूपपुर, एसडीएम, एसडीओपी, तहसीलदार पुष्पराजगढ, नगर निरीक्षक अमरकंटक सहित अधिकारियों की दो टीमों ने घटना स्थल का अवलोकन करके साधू संतों के साथ एक बैठक की है। बैठक में यहाँ के प्रमुख आश्रमों के संत, नर्मदा मन्दिर के प्रमुख पुजारी गण, रुद्र गंगा आश्रम के लोग तथा अधिकारियों के साथ अन्य लोगों ने हिस्सा लिया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बैठक में अमरकंटक के साधू संतों ने अतिक्रमण विरोधी कार्यवाही के नाम पर डेढ सौ साल पुराने आश्रम को तोड़ने, मूर्तियों के साथ अपमानजनक व्यवहार और उन्हे क्षतिग्रस्त करने को लेकर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की। बैठक में संतो ने कहा कि बारबार ऐसी हरकत अमरकंटक में में ही क्‍यों हो रहीं हैं।

दण्डात्मक कार्यवाही की मांग

पत्र के माध्यम से मांग की गयी है कि उक्त घृणित कार्य करने वाले व्यक्ति के विरुद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जाए। रुद्र गंगा आश्रम को पुन: स्थापित किया जाए। मन्दिर परिसर में तोड़ फोड़ के दौरान मूर्तियाँ, आभूषण, सामग्रियां वापस की जाएं। मन्दिर परिसर की बाऊण्ड्रीवाल, परिक्रमा वासियों के लिये आश्रय स्थल, शौचालय का निर्माण किया जाए। मन्दिर पुनर्निर्माण के बाद माता जी की प्रतिमा की प्राणप्रतिष्ठा की जाए। मन्दिर परिसर पहुंच मार्ग, विद्युत, जल व्यवस्था की जाए। भृगुकमंडल में भी जो कार्यवाही की गयी है उसे भी संज्ञान में लेकर कार्यवाही हो तथा मन्दिर परिसर निर्माण की तिथि सुनिश्चित की जाए। स्थानीय साधू संतों, विश्व हिन्दू परिषद सहित अन्य हिन्दू वादी संगठनों ने भविष्य में ऐसे किसी आपत्ति जनक कार्यवाही की पुनरावृत्ति को रोकने की मांग की है। मामले का महत्वपूर्ण पक्ष यह जरुर था कि कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने सक्षम सुनवाई कर, अधिकारियों की दो अलग - अलग जांच टीम गठित करके त्वरित संवेदनशील कार्यवाही करके लोगों के गुस्से को शांत करने का कार्य किया है।

इको फ्रेण्डली मन्दिर का निर्माण

जानकारी अनुसार शनिवार से वहाँ पुनर्निर्माण का कार्य प्रांरेभ हो चुका है जहां इको फ्रेण्डली मन्दिर का निर्माण करवा कर पूरे विधिविधान के साथ मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा करवाने की तैयारी की जा रहीं है‌। पक्के कंक्रीट के किसी भी स्ट्रक्चर के निर्माण से परहेज किया जाएगा। इसके साथ भी सभी सामान, गहने आदि वापस किये जाएगे और जांच में दोषी व्यक्ति/ व्यक्तियों के विरुद्ध नियमत: कार्यवाही की जाएगी।

अधिकारियों पर गिर सकती है गाज

कहा जा रहा है कि मामला मुख्यमंत्री की निगरानी में होने के कारण जांच और कार्यवाही लापरवाही होने पर डीएफओ सहित पुलिस, वन और राजस्व के कुछ अधिकारियों पर शीघ्र गाज गिर सकती है। वहीं दूसरी ओर अमरकंटक के वन क्षेत्र में बढ़ते अतिक्रमण ने भी लोगों का ध्यान आकर्षित किया है।

एसडीएम पुष्पराजगढ शिवेन्‍द्र सिंह बघेल ने बताया कि जांच जारी हैं अभी कुछ नहीं बताया जा सकता हैं। संतजी के रहने की व्‍यवस्‍था बनाई जा रहीं हैं।

शुक्रवार, 26 अप्रैल 2024

नाबालिक दुष्कर्म के आरोपी को 20 वर्ष का सश्रम कारावास, 24 हजार का अर्थदंड

 


अनूपपुर। न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश पवन शंखवार की न्यायालय ने थाना राजेन्द्रग्राम के अपराध की धारा 363, 366, 376(2)आई, 376(2)जे,376(2)के, 376(2)एन, 376(3),506,343,368 भादवि एवं 3/4,5/6 पॉक्सों एक्ट के आरोपी 30 वर्षीय साहू बैगा पुत्र इंदर बैगा निवासी ग्राम ढढढूटोला थाना अमरकंटक को अलग-अलग धाराओं 20 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 24,000 अर्थदंड की सजा सुनाई हैं। पैरवी वरिष्ठ सहायक जिला अभियोजन अधिकारी नारेन्द्रदास महरा के द्वारा की गई।

वरिष्ठ सहायक जिला अभियोजन अधिकारी ने बताया कि 01 अगस्त 2021 को पीडिता ने पिता के साथ थाना राजेन्द्रग्राम में साहू बैगा के विरूद्व जबरन दुष्कर्म करने व जान से मारने की धमकी देने की रिपोर्ट लिखाई जिसमे अपनी उम्र 13 वर्ष 10 माह बताई। जिसमें बताया कि 17 जुलाई 2021 को वह पडोस की नानी के साथ बोदा बाजार करने गई थी और बाजार कर बोदा में बडी मम्मी के यहां रूक गई थी। 18 जुलाई 2021 को साहू बैगा आया और उससे बोला कि उसके साथ गांव चलों जिस पर चली गई। साहू बैगा उसे घर न ले जाकर अपनी दीदी के यहां कालाडीह ले गया जहां 04 दिनों तक रख लगातार शारीरिक संबंध बनाता रहा, पीडिता के विरोध करने पर कहा कि यह बात किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दिया। 23 जुलाई 2021 को साहू बैगा घर छोडकर चला गया। तब घटना की जानकारी माता-पिता को बताई, जिस पर परिजनों रिपोर्ट दर्ज कराई। लिखित रिपोर्ट पर थाना राजेन्द्रग्राम में आरोपित के विरूद्व प्रथम सूचना रिपोर्ट पंजीबद्व करते हुए विवेचना उपरांत अभियोग पत्र न्यायालय में पेश किया गया। जहां न्यायालय आरोपित के विरूद्व मामला प्रमाणित पाये जाने पर धारा 363 भादवि में 05 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 2,000 रूपये अर्थदण्ड,धारा 366-क भादवि में 05 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 2,000 रूपये अर्थदण्ड एवं धारा 5/6 पॉक्सों एक्ट में 20 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 20,000 रूपये अर्थदण्ड, कुल मिलाकर आरोपी को 20 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 24,000 रूपये के अर्थदण्ड के दण्ड की सजा सुनाई गई।

गुरुवार, 25 अप्रैल 2024

वनविभाग ने भोर में तोड़ अश्राम मूर्ती को किया खंडित, साधु संतों ने सौंपा ज्ञापन

 


कलेक्टर ने एसडीएम पुष्पराजगढ़ के नेतृत्व गठित की तीन सदस्यी टीम, जांच में सहयोग के लिए वनविभाग को लिखा पत्र

अनूपपुर। पवित्र नगरी अमरकंटक में मां नर्मदा की पुरानी मूर्ति को तोड़ने व मॉ नर्मदा की मूर्ती खंडित किये जाने को लेकर साधु संतों ने नाराजगी जाहिर करते हुए साधु-संतों ने गुरूवार की शाम मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। मां नर्मदा की पुरानी मूर्ति तोड़ने वाले अधिकारी वीरेंद्र कुमार पटेल (आईएफएस) रेंजर अमरकंटक पर मामला दर्ज करने की मांग की। वहीं ज्ञापन सौंपने के बाद संतों ने बताया कि कलेक्टर द्वारा उचित कार्यवाई का अश्वाहसन दिया गया। ज्ञापन में लगभग 10 अश्रामों प्रमुखों के हस्ताक्षर रहें हैं।


ज्ञापन में बताया कि मुख्यमंत्री हिंदू धार्मिक स्थल रुद्र गंगा स्थित मंदिर व मंदिर में स्थापित प्राचीन मां नर्मदा की काले पत्थर मूर्ति एवं समाधि मंदिर आश्रम आदि सभी को चोरी छिपे तरीके से रात्रि कालीन गस्त में वन विभाग के अधिकारियों ने ध्वस्त कर दिया गया है। जिससे क्षेत्र के सभी साधु संत एवं आम नागरिकों को उनके पूजा पाठ एवं धार्मिक भावनाओं को भारी आघात हुई है। वीरेंद्र कुमार पटेल (आईएफएस) रेंजर अमरकंटक के हिंदू विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने से साधु संतों व क्षेत्र के सनातन धर्म को मानने वाले लोग काफी आक्रोशित हैं। मंदिर को ध्वस्त करने के साथ-साथ मंदिर में प्राण प्रतिष्ठित मां नर्मदा के प्राचीन काले पत्थर की मूर्ति को खंडित करने एवं उनके सोने चांदी के आभूषण, दान पेटी, मंदिर में लगे सोलर पैनल बैटरी आदि सामग्री को भी अपने साथ ले गए हैं।


उन्होंने मांग की हैं की पवित्र नगरी अमरकंटक स्थित धार्मिक स्थल रुद्र गंगा नदी की उद्गम स्थल स्थित हिंदू आस्था का केंद्र को हिंदू विरोधी मानसिकता से खंडित कार्य करने और कराने वाले सभी आरोपियों के विरुद्ध अभिलंब कार्यवाही 7 दिवस के भीतर किए जाए। जिससे किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना ना हो पाए। कार्यवाही न होने पर जन आन्दोलन के लिए हम बाध्य होंगे। साधु-संतों ने पुलिस अधीक्षक जितेंन्द्रआ सिंह पवॉर से भी मिलकर शिकायत बताई। जिस पर पुलिस अधीक्षक ने जांच टीम की जांच के बाद कार्यवाई की बात कहीं।


कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने बताया कि साधु संतों के अनुसार जंगल में कुटिया बनाई थी जिसे वन विभाग ने सुबह के 4 बजे इसे गिराया हैं। जिस पर एसडीएम पुष्पराजगढ़ के नेतृत्व में टीम बनाई गई हैं जिसमे एसडीओपी और मुख्य नगरपालिका अधिकारी अमरकंटक को शामिल किया गया हैं। इसके साथ ही वनअधिकारियों को पत्र लिख कर जांच टीम बनाने का अग्रह किया गया हैं कि वनविभाग की एक जांच टीम बना कर शिकायत की वास्वि कता की जांच कराई जा सकें।

बुधवार, 24 अप्रैल 2024

लगातार 5 वर्षो से संभाग में प्रथम, 10वीं में 2.41% की गिरावट, 12वीं में 9.03% की वृध्दि


हाई स्कूल 70.29 प्रतिशत एवं हायर सेकेंडरी 68.25 प्रतिशत रहा

अनूपपुरमाध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड भोपाल द्वारा जिले में आयोजित कक्षा 10वीं और 12वीं परीक्षा के परिणामों की घोषणा 24 अप्रैल को हुई। जिसमें जिले परिणामों में गत वर्ष की अपेक्षा 2024 में की कक्षा 10वीं के परिणाम में 2.41% की गिरावट रहीं हैं। वहीं 12वीं के परिणामों में गत वर्ष की आपेक्षा 2024 में 9.03% की वृध्दि हुई हैं। इसके साथ ही प्रदेश में हाई स्कूल परिक्षा परिणाम में 5वां स्‍थान मिला वहीं हायर सेकेंडरी परिक्षा परिणाम में चौथा स्‍थान रहा। इसके साथ शहडोल संभाग में अनूपपुर जिला लगातार 5 वर्षो से प्रथम हैं।

लेकिन दोनों कक्षाओं के परीक्षा परिणामों में एक बार फिर से जिले की छात्राओं ने बाजी मारते हुए छात्रों को पीछे छोड़ दिया है। वहीं प्रदेश स्तर की प्रवीण्य सूची में टॉप 10 में हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल के परिणाम में कोई भी छात्र ने अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करा सका इससे निराशा हुई हैं। बोर्ड की घोषित परीक्षा परिणामों में कक्षा 10वीं का परिणाम 70.29 प्रतिशत रही तो वहीं कक्षा 12वीं का परिणाम भी 68.25 प्रतिशत रहा। वर्ष 2022-2023 में कक्षा 10वीं का परिणाम 72.69 प्रतिशत वहीं कक्षा 12वीं में 66.95 प्रतिशत रहा जो इस वर्ष 10वीं के परिणाम में 2.41% में कम एवं 12वीं में 9.03% अधिक रहा।


छात्राओं ने मारी बाजी, दोनों कक्षाओं के परिणाम में रहा दबदबा

बोर्ड की घोषिण परिणामों को देखा जाए तो कक्षा 10वीं के लिए वर्ष 2023-24 की माशिमं की परीक्षा में नियमित छात्रों में 3519 बालक और 4378 बालिका सहित 7897 परीक्षार्थियों के आवेदन दर्ज हुए थे, जिसमें परीक्षा के दौरान 3452 छात्र और 4332 छात्राएं सहित कुल 7784 छात्र-छात्राएं परीक्षा में सम्मिलित हुई। इसमें 113 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। वहीं कुल 5468 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए, जिसमें प्रथम 3208, द्वितीय 2233, तृतीय 27, पूरक 879 एवं अनुत्तीर्ण 1432 विद्यार्थी हुए। जिले का उत्तीर्ण प्रतिशत 70.29 रहा। प्रथम श्रेणी में 1219 बालक और 1989 छात्राएं वहीं द्वितीय श्रेणी में 1070 बालक, बालिका 1163 तृतीय में बालक 395, बालिका 484 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए।

वहीं कक्षा 12वीं के लिए वर्ष 2023-24 की माशिमं की परीक्षा में 2545 बालक, बालिका 3632 सहित 6177 परीक्षार्थियों के आवेदन दर्ज हुए थे, जिसमें परीक्षा के दौरान कुल 6145 छात्र-छात्राएं परीक्षा में सम्मिलित हुएं। जिसमें 2530 छात्र एवं 3615 छात्राएं सहित इसमें 658 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहें। परीक्षा में 4669 उत्तीर्ण विद्यार्थी हुए। वहीं प्रथम 3227, द्वितीय-1436, तृतीय-06 एवं पूरक 812 विद्यार्थी रहें। वहीं जिले का उत्तीर्ण प्रतिशत 75.98 रहा। जिसमें 1226 बालक प्रथम श्रेणी में 2001 बालिका, द्वितीय श्रेणी में 687 बालक, बालिका 749 सहित तृतीय श्रेणी में बालक 2 बालिका 4 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए

जिले की प्रवीण्य सूची में हाईस्कूल में 4, हायर सेकेंडरी में 9 छात्र-छात्राएं रहें अव्वल

जिले की प्रवीण्य सूची में कक्षा 10वीं में 4 और 12वीं में 9 छात्र-छात्रओं ने स्थान बनाया। हाई स्‍कूल में निजी स्कूल राजनगर की जीनत सिद्दीकी 475 अंक लेकर जिले में प्रथम स्थान बनाया है। शासकीय मॉडल हाई सेकेंडरी स्कूल कोतमा की गायत्री केवट को 468 अंक लेकर दूसरे स्थान पर रहीं एवं तीसरे स्थान पर दो छात्रों में धनंजय शुक्ला सरस्वती हाई सेकेंडरी स्कूल कोतमा एवं धीरज पांडे शासकीय हाई सेकेंडरी उत्कृष्ट विद्यालय अनूपपुर दोनों ने 466 अंक लेकर जिले में अपना स्थान बनाया है।

वहीं कक्षा 12वीं में जिले की प्रवीण्य सूची में कला संकाय से धनेश्वर सिंह शासकीय बालक हायर सेकेंडरी स्कूल कोतमा ने 474, शिवानी कुशवाहा एवं दीपाली मिश्रा दोनों शासकीय कन्या हाई स्कूल बदरा 458 अंक लेकर तीनों प्रथम स्‍थान मिला। गणित से संकाय रोहणी सिंह राठौर शासकीय हाई सेकेंडरी उत्कृष्ट विद्यालय अनूपपुर 466 अंक एवं सुमित कुमार सोनी सरस्वती हाई सेकेंडरी स्कूल जैतहरी 461, जीवविज्ञान समूह से दीपिका सिंह विवेक शिक्षा निकेतन कोतमा 462, वाणिज्‍य संकाय में सक्षम अग्रवाल शासकीय हाई सेकेंडरी उत्कृष्ट विद्यालय जैतहरी ने 497, नमी वर्मा बाल शिक्षा निकेतन कोतमा कालरी 453, कृषि संकाय पल्‍लवी जयसवाल शासकीय हाई सेकेंडरी उत्कृष्ट विद्यालय लखौरा राजेन्‍द्रग्राम 436 अंक मिला।

संघर्ष सपूत कामरेड अतुल कुमार अंजान के निधन से प्रदेश में शोक की लहर

  मप्र भाकपा के सहायक राज्य सचिव का. हरिद्वार सिंह अंत्येष्टि में शामि ल होने लखनऊ रवाना अनूपपुर। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय स...