अनूपपुर।
विवाह समारोह में भोजन करने से दोनो पक्षो के लोगो को उल्टी दस्त के शिकार की
शिकायत पर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रो में में भर्र्ती कराया गया। इसके बाद कुछ
लोगो को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। मामला अनूपपुर कोतवाली थाना क्षेत्र
के ग्राम बम्हनी में छोटेलाल पटेल के घर आयोजित पुत्री की शादी के भोजन खाने से
शनिवार की रात बराती और घराती पक्ष के ७० से अधिक लोग उल्टी दस्त के शिकार बन गए।
इनमें २ बच्चें की भी हालत गम्भीर बनी हुई है।
जबकि उल्टी दस्त के शिकार मामले में सबसे अधिक महिलाओं की तादाद सामने आई
है। सभी उल्टी दस्त के शिकार मरीजों को उपचार क लिए जिला अस्पताल और फुनगा
स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया। एम्बुलेंसकर्मियों के अनुसार फूड
प्वाईजनिंग की सूचना के उपरांत सुबह ४-५ बजे के बीच सभी मरीजों को उपचार के लिए
अलग अलग स्वास्थ्य केन्द्रों में भर्र्ती कराया गया। इसमें जिला चिकित्सालय में ३५
से अधिक लोगों को उपचार के लिए लाया गया था,
जिसमें २४ को गम्भीर मरीज मानते हुए उपचार के लिए भर्ती किया
गया शेष सामान्य उल्टी दस्त के मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
वहीं फुनगा स्वास्थ्य केन्द्र पर भी ३५ से अधिक लोगों को उपचार के लिए भर्ती कराया
गया। जिसमें दो दर्जन से अधिक मरीजों को गम्भीर हालत में उपचार के लिए भर्ती कराया
गया शेष को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। बताया जाता है कि छोटेलाल
पटेल के घर शादी समारोह में बरात ग्राम पंचायत मझगंवा कुदराटोला से आई थी। जिसमें
बराती-घराती के लगभग १२५-१५० लोग शादी समारोह में शामिल हुए। बरात लगने के उपरांत
खाना खाने का दौर चला, जिसमें
सादा भोजन के रूप में चावल, दाल, पुड़ी, सब्जी के साथ पापड़
और सलाद व्यंजन परोसे गए थे। लेकिन खाना के कुछ घंटों के उपरांत एक के बाद एक लोग
उल्टी और दस्त से पस्त होते नजर आए। घटना की सूचना परिवार के सदस्यों ने एम्बुलेंस १०८ को दी। जिला अस्पताल में
भर्ती हुई महिलाओं का कहना है कि खाना खाने के उपरांत दो-तीन घंटे बाद एक-एक कर
बराती और घराती पक्ष के लोगों को उल्टी और दस्त आरम्भ हो गया। हालंाकि बाराती पक्ष
से अधिकांश लोग भोजन उपरांत वापस लौट गए थे। लेकिन इनमें कुछ पुरूष और महिलाएं दुल्हे
के साथ ठहरे हुए थे। कुछ लोगों का कहना था कि सम्भवत: पकाए गए भोजन में सब्जी को
नहीं धुला गया होगा। उनके अनुसार किसान सब्जियों की पैदावार में कीटनाशी दवाईयों
का अधिक इस्तेमाल करते हैं, जिसमें
आशंका है कि कीटनाशी दवाईयों से स्प्रे की हुई सब्जियां बिना धुले पका दिया गया
होगा। वहीं कुछ लोगों ने पान या दाल में चिपकली गिरने की आशंका व्यक्त की।
डॉक्टरों के अनुसार कुछ लोगों को अत्याधिक मात्रा में उल्टी और दस्त की शिकायत आई
है, जिसमें
दवाईयों के साथ साथ समस्त मरीजों को ओआरएस की घोल की खुराक पिलाई जा रही है। फिलहाल
सभी उल्टी दस्त से प्रभावित मरीजों का उपचार जिला चिकित्सालय सहित फुनगा सामुदायिक
स्वास्थ्य केन्द्र में किया जा रहा है। जिला अस्पताल में उल्टी दस्त से प्रभावितों
में ४५ वर्षीय श्यामबाई पटेल,५०
वर्षीय शकुंतला पटेल, ५०
वर्षीय श्यामबाई, ४०
वर्षीय सुशीला पटेल, १८
वर्षीय छोटी पटेल, १५
वर्षीय रिंकी पटेल, ३०
वर्षीय किरण पटेल, ३७
वर्षीय रामेश्वरी पटेल, २४
वर्षीय पूजा पटेल, ४०
वर्षीय सुमित्रा पटेल, ४४
वर्षीय सुषमा पटेल, २५
वर्षीय पुष्पा पटेल, २४
वर्षीय सीता पटेल, ४८
वर्षीय तुलेश्वरी पटेल, २७
वर्षीय विंध्यावती पटेल, २८
वर्षीय ममता पटेल, ६०
वर्षीय उमाबाई, १५
वर्षीय अंजूबाई, ३८
वर्षीय कौशल्याबाई पटेल, ५
वर्षीय सुजीत पटेल, १२
वर्षीय भारती पटेल, ४७
वर्षीय उत्तम सिंह, १८
वर्षीय रामप्रवीण शामिल हैं।
इनका कहना है
जितने भी
उल्टी दस्त के मामले जिला चिकित्सालय उनमें उल्टी दस्त से अधिक प्रभावितों को
भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। सामान्य उल्टी-दस्त वालों को प्राथमिक उपचार के
बाद छुट्टी दे दी गई। फिलहाल सभी मरीजों की हालत सामान्य बनी हुई है।
डॉ.एसआर
परस्ते, सिविल
सर्जन जिला चिकित्सालय अनूपपुर
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