हाईकोर्ट के
निर्देशित दो बिन्दूओं पर समीक्षा के उपरांत किसानों को दिलाया जाएगा न्याय
अनूपपुर।
एसईसीएल द्वारा जनपद पंचायत कोतमा के आमाडांड,
निमहा, कुहका
के किसानों की 1729 एकड़ भू-अर्जन तथा प्रभावित किसानों को
प्रावधानों के अनुसार अबतक नौकरी और मुआवजे से वंचित रखने में आधा दर्जन किसानों
द्वारा 31
मार्च को आत्मदाह की दी गई चेतावनी में शुक्रवार 30 मार्च को एस.डी.एम. मिलिन्द नागदबे एवं
नगर निरिक्षक(पुलिस) कोतमा के साथ पीडि़त किसानों की बुलाई गई बैठक उपरांत किसानों
ने अब आत्मदाह का इरादा बदल दिया है। कोतमा एस.डी.एम. मिलिन्द नागदबे ने बताया कि
रविवार 1
अप्रैल को कलेक्टर अजय कुमार शर्मा, कॉलरी
प्रबंधन तथा प्रभावित भू-स्वामियों के बीच एसईसीएल रेस्ट हाउस भालूमाड़ा में बैठक
आयोजित की जाएगी। जिसमें हाईकोर्ट के निर्देश में जारी दो बिन्दूओं पर प्रभावित
किसानों की समस्याओं की समीक्षा कर उन्हें न्याय दिलाए जाने की रणनीति तैयार की
जाएगी। हाईकोर्ट ने अपने आदेश में 568
किसानों की नियुक्तियों को लेकर आदेश दिया। जिसमें कलेक्टर की निगरानी में
नियुक्तियों की रिव्यू करते हुए प्रभावितों को लाभ पहुंचाया जाना है। हालंाकि अबतक
जमीनी मामलों में प्रावधानों के अनुरूप किसानों और कॉलरी प्रशासन द्वारा निराकरण
करने में बनी असमजस्यता तथा कॉलरी प्रशासन द्वारा २ सैकड़ा से अधिक किसानों को
नौकरी से वंचित रखने के मामले में पिछले सात माह से किसानों द्वारा अनशन जारी रखते
हुए दो बार आत्मदाह का प्रयास किया गया था। कोतमा एस.डी.एम. ने बताया मामला 7-8 साल से हाईकोर्ट
में चल रहे थे, जिसपर
कोर्ट के निर्देश में दो बिन्दूओं जिसमें कॉलरी द्वारा ऐसे किसानों को नौकरियां
नहीं दी जा रही है या हटाया गया है को कारण बताते हुए नोटिस जारी कर जवाब मांगने
की बात कही है। वहीं भू-अधिग्रहण में जमीनों के आधार पर तय मापदंडों के आधार पर
उसका मूल्यांकन कर किसानों को उनका मुआवजा प्रदान कराए का निर्देश शामिल। उनके
अनुसार यह सारी कार्रवाई कॉलरी को ही करनी है लेकिन जिला प्रशासन निष्पक्षता के
साथ निगरानी कर किसानों की समस्याओं को सुलझाने में साथ रहेगी, ताकि कॉलरी द्वारा
गलत लोगों को लाभ नहीं पहुंचाया जा सके। बताया जाता है कि 30 मार्च को भालूमाडा
विश्राम ग्रह में कॉलरी प्रबंधन, स्थानीय
प्रशासन, किसानों
एंव नोडल अधिकारी के साथ चर्चा की गई। जिसमे से किसानो के नौकरी संबधित एंव
न्यायालय के द्वारा जारी आदेशो के संबंध में जानकारी दी गई थी। बैठक में एसडीएम
मिलंद नांगदेवे, जीएम
एसईसीएल, डिप्टी
जीएम, राजनगर
थाना प्रभारी, किसान
यूूनियन अशोक त्रिपाठी, अनिल
शर्मा, रामईच्छा
पांडे, नरेश
सिंह, रामकुमार
एंव गरुण सिंह सहित अन्य लोग शामिल रहे। इससे पूर्व कॉलरी द्वारा 899 नौकरी देने की
घोषणा की गई थी। जिसमें हाईकोर्ट के नए आदेश में स्कूटनी तथा नौकरी से वंचित
किसानो के अधूरे दस्तावेजों को जल्द पूरा कराया जाने की बात कही गई है।
इनका कहना है
कल शाम मेरे
व नगर निरिक्षक(पुलिस) कोतमा के बीच मामलों को लेकर चर्चा की गई थी, जिससे सहमत जताकर
किसानों ने आत्मदाह का इरादा बदल दिया है। कल भी बैठक होगी, जिसमें बिन्दूओं पर
समीक्षा कर किसानों को लाभ प्रदान किया जाएगा।
मिलिन्द
नागदबे एस.डी.एम कोतमा।