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शुक्रवार, 3 मई 2024

संघर्ष सपूत कामरेड अतुल कुमार अंजान के निधन से प्रदेश में शोक की लहर

 


मप्र भाकपा के सहायक राज्य सचिव का. हरिद्वार सिंह अंत्येष्टि में शामि
होने लखनऊ रवाना

अनूपपुर। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं अखिल भारतीय किसान सभा की राष्ट्रीय महासचिव अतुल कुमार अंजान का शुक्रवार सुबह लखनऊ में इलाज के दौरान निधन हो गया। लंबे वक्त से बीमार चल रहे अतुल कुमार पिछले करीब एक महीने से लखनऊ के मेयो अस्पतालव में भर्ती थे। ज्ञात हो कि अतुल अंजान को वामपंथी राजनीति का बड़ा चेहरा माना जाता था। इस दुखद घटना से मध्य प्रदेश में पार्टी नेताओं को गहरा अघात पहुंचा हैं। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी एवं अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस मध्य प्रदेश से कामरेड हरिद्वार सिंह सहायक राज्य सचिव सीपीआई 04 मई को उनके अंत्येष्टि में शामि लेने के लिए लखनऊ के लिए रवाना हो गये है।

कामरेड अतुल कुमार अंजान छात्र जीवन से ही सक्रिय राजनीति रहें, एआईएसएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र संघ के कई बार अध्यक्ष एवं महासचिव रहे हैं। कामरेड के पिता डॉक्टर एपी सिंह सुप्रसिद्ध काकोरी कांड के क्रांतिकारियों के साथ रहें। माता प्रमिला सिंह स्वतंत्रता आंदोलन में जेल गई थी। माता पिता दोनों ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे क्रांतिकारी माता पिता के कोख में पैदा हुए कामरेड अतुल कुमार अंजान तीन बहनों के बीच इकलौते भाई थे। इनका विवाह प्रख्यात कम्युनिस्ट नेता प्रखर सांसद बिहार सरकार के पूर्व मंत्री की पुत्री कामरेड भारती से हुआ था। जो छात्र आंदोलन की नेत्री थी जिनसे एक बेटी है।

कामरेड अतुल कुमार अनजान न केवल पार्टी के अंदर बल्कि पार्टी के बाहर भी बेहद लोकप्रिय थे टीबी डिवेट में किसानों और मज़दूरों के समस्या को मज़बूती के साथ अपने पक्ष को रखते थे ओजस्वी, तार्किक क्षमता के कारण पूरे देश में प्रखर वक्ता एवं बहुचर्चित व्यक्तित्व के कारण उनकी पहचान अलग थी। इनके प्रयास से ही देश के सभी किसान संगठन एक मंच पर आ गए थे। स्वामीनाथन कमेटी के सदस्य के रूप में काफ़ी ख्याति इन्होने हासिल किया था। कॉमरेड अतुल कुमार अनजान के निधन पर पार्टी और चाहने वालों में शोक की लहर है। अतुल कुमार मध्य प्रदेश पार्टी के प्रभारी रहें जिससे प्रदेश के कई नेताओं से पारिवारिक सम्बन्ध रहें। जिससे वह मध्य प्रदेश के पार्टी के सभी सक्रिय कार्यकर्ताओं को पहचानते थे। वहीं इनके निधन से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, वामपंथी आंदोलन और किसान मज़दूरों के आंदोलन को आघात पहुँचा है। मध्य प्रदेश राज्य किसान सभा की ओर से उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें अंतिम लाल सलाम किया हैं। इनके निधन पर सहायक राज्य सचिव सीपीआई कामरेड हरिद्वार सिंह, मध्य प्रदेश राज्य किसान सभा जनक राठौर अध्यक्ष एवं का. विजेन्‍द्र सोनी सहित पार्टी नेताओं ने शोक व्‍यक्‍त किया हैं।

गुरुवार, 2 मई 2024

ट्रेन की चपेट में आने से किशोरी की मौत

 

अनूपपुर। कोतमा रेलवे स्टेशन से आधा किलोमीटर दूर रेलवे लाइन पर 16 वर्षीय किशोरी का शव ट्रेन से कटा हुआ मिला जिसकी सूचना ट्रेन के गार्ड द्वारा स्टेशन मास्टर कोतमा को दी गई जिस पर स्टेशन मास्टर द्वारा थाना कोतमा को जानकरी दिए जाने पर पुलिस ने घटनास्थल पहुंच कर पंचनामा बनाते हुए पोस्‍टमार्डम करा परिजनों सौंपकर मर्ग कायम कर जांच प्रारंभ कर दी।

जानकारी अनुसार कोतमा रेलवे स्टेशन से आधा किलोमीटर दूर रेलवे लाइन पर 16 वर्षीय किशोरी का शव ट्रेन से कटा हुआ मिलने पर ट्रेन के गार्ड द्वारा स्टेशन मास्टर कोतमा को दी गई। जिस पर स्टेशन मास्टर द्वारा थाना कोतमा को जानकरी दिए जाने पर शव की पहचान अंजलि यादव पुत्री स्वामीदिन यादव की हुई। अंदेशा हैं कि अंजलि की दर्दनाक मौत अंबिकापुर- अनूपपुर मेमू ट्रेन से निकलने के आसपास हुई, कोतमा पुलिस ने पंचनामा बनाते हुए पोस्‍टमार्डम करा शव परिजनों को सौंपकर मर्ग कायम कर जांच प्रारंभ कर दी। बताया जाता है कि किशोरी की मां 1 वर्ष पूर्व ही खत्म हो गई थी जिस कारण किशोरी अपनी बुआ के घर में रहती थी और अपने घर कल्याणपुर आई थी घटना का कारण अज्ञात है।

 

बुधवार, 1 मई 2024

बेटे की गिरफ्तारी का डर दिखाकर सायबर जालसाजों ने की 3.60 लाख की ठगी


एएसपी ने सायबर क्राइम से बचने जागरूकता व एतिहात अपनाने जिले के लोगो को दी सलाह

अनूपपुर। जिले में सायबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है, जिसमें बच्ची की गिरफ्तारी का डर दिखाकर जैतहरी मेन मार्केट में रहने वाले एक व्यवसाई के साथ 30 अप्रैल को सायबर जालसाजों द्वारा 3 लाख 60 हजार की ठगी की शिकायत 1 मई को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इशरार मन्सूरी से की गई।

जानकारी के अनुसार जैतहरी थाना क्षेत्र अंतर्गत नगर के वार्ड क्रमांक 8 मेन मार्केट में निवासी कमलेश कुमार ताम्रकार निवासी वार्ड क्रमांक 8 मेन मार्केट जैतहरी ने 1 मई को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इशरार मन्सूरी से शिकायत में बताया गया कि 30 अप्रैल की सुबह लगभग 11 बजे अज्ञात व्यक्ति द्वारा वॉट्सएप नंबर पर कॉल कर बेटे अबिन ताम्रकार को रेप केस में पकड़ लिए जाने तथा उसके पुलिस रिमांड में होने की बात कहने के साथ बेटे अबिन की फर्जी आवाज सुनाकर उसे जेल जाने से बचाने के एवज में लगातार फोन कर अलग-अलग खाता नंबर एवं फोन पे नंबर पर 3 लाख 60 हजार रूपए डालवाते हुए सायबर ठगी की गई। उक्त शिकायत को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इशरार मन्सूरी ने गंभीरता से लेते हुए साइबर सेल अनूपपुर को त्वरित कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया था, जिस पर साइबर सेल अनूपपुर द्वारा आरोपियों के समस्त खातों को फ्रीज करते हुए, आरोपियों के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की जा रही है। वहीं जैतहरी पुलिस ने उक्त मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया गया है।

जिले में बढ़ते सायबर क्राइम को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने अनूपपुर जिले के लोगो को एडवाइजरी जारी कर बताया कि वर्तमान में कई सायबर अपराध ऐसे देखने को मिल रहे है जिसमें आपके बच्चे जो आपसे दूर शहर में पढ़ाई कर रहे को किसी अपराध में पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने की कह लोगो से पैसे की ठगी की जा रही है, ऐसे सायबर जालसाज जो या तो पुलिस अधिकारी बन कर या फिर वकील बनकर कॉल करता है और बच्चे को बड़े केस जिसमें बलात्कार, मर्डर या नार्कोटिक्स आदि में गिरफ्तार करने की बात कहते हुए उसे बचाने के एवज में रूपए की मांग करते है। ऐसा एक मामला चाईल्ड पोर्नोग्राफी तथा इंवेस्टीगेशन एजेंसियों के नाम पर डिजिटल अरेस्ट कर ठगी की जा रही है। ऐसे मामलो में लोगो को एहतियात अपनाने की जरूरत है। जिसमें अंजान नंबर वाले कॉल, व्हाट्सएप कॉल, वीडियो कॉल, टेलीग्राम कॉल न उठाएं, अंजान व्यक्तियों पर विश्वास न करे, उन्हे अपने परिवार एवं बच्चों संबंधी जानकारी न दे, परिवार का कोई बच्चा यदि नौकरी या फिर पढ़ाई हेतु किसी अन्य शहर में जाते है तो संबंधित स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान या फिर उनके कार्य स्थल एवं उस क्षेत्र के थाने का नंबर अपने पास रखे जिससे किसी भी प्रकार की घटना होने पर उनसे संपर्क कर वेरिफाई किया जा सके। उन्होने सायबर अपरनाध घटित होने पर तत्काल ही शिकायत नजदीकी पुलिस थाने या फिर सायबर क्राइम हेल्प लाईन नंबर 1930 पर करे।

पशु तस्करी करते पिकअप वाहन से 6 नग मवेशी जब्त, दो के खिलाफ मामला दर्ज


अनूपपुर। कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सकरा में पुलिस ने पशु तस्करी के मामले में 6 नग मवेशियों सहित पिकअप वाहन को जब्त करते हुए पशु क्रूरता अधिनियम एवं एमबी एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुए वाहन चालक वा वाहन मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया गया है।

मामले की जानकारी देते हुए कोतवाली थाना प्रभारी अरविंद जैन ने बताया कि 30 अप्रैल की रात लगभग 11 बजे मुखबिर की सूचना पर ग्राम सकरा के पास वाहन क्रमांक एमपी 19 जेड 8520 को रोककर वाहन की तलाशी ली गई, जहां वाहन में 6 नग मवेशी लोड़ थी, जिस संबंध में वाहन चालक विष्णु गुप्ता पिता राममणी गुप्ता सतना से पूछताछ की गई, जिसने उक्त मवेशियों को सकरा से सतना ले जाना बताया तथा वैद्य दस्तावेज नही होने पर पुलिस उक्त वाहन को जब्त करते हुए वाहन चालक वा वाहन मालिक के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया गया है।

शिक्षक अर्जुन सिंह परस्ते का मिला शव, पुलिस जुटी जांच में


अनूपपुर। राजेन्द्रग्राम थाना क्षेत्र अंतर्गत कॉलेज तिराहा के पास 1 मई को अज्ञात शव देखे जाने की सूचना राहगीरों द्वारा पुलिस को दी गई। जहां सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण करते हुए आसपास के लोगो से शव की शिनाख्त हेतु पूछताछ की गई। जहां पूछताछ में मृतक की पहचान अर्जुन सिंह पिता मिठ्ठू सिंह परस्ते उम्र 50 वर्ष निवासी ग्राम लाखौरा के रूप में की गई। जिसके बाद पुलिस ने पंचनामा तैयार करते हुए शव को पीएम हेतु अस्पताल भेजा गया, जहां पीएम उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया गया है। वहीं पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच में जुटी हुई है। परिजनों ने बताया कि मृतक अर्जुन ङ्क्षसह परस्ते जो कि शासकीय प्राथमिक विद्यालय लाखौरा में शिक्षक है, जो सोमवार को घर से निकले थे और वापस नही आये। 



मंगलवार, 30 अप्रैल 2024

मंत्री दिलीप जयसवाल की कुर्सी खतरे में: लोकसभा चुनाव में विधानसभा क्षेत्र में 14% कम रहा मतदान

 


विधानसभा की सक्रियता ना तो राजनीतिक दलों में देखी और ना ही कार्यकर्ताओं में

अनूपपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा विधानसभा क्षेत्र में कम मतदान होने पर विधायकों को मंत्री पद से हटाए जाने को लेकर दिए गए बयान के बाद अनूपपुर जिले के मंत्री दिलीप जयसवाल की नींद उड़ गई है। मंत्री के क्षेत्र की विधानसभा और लोकसभा चुनाव के मतदान प्रतिशत में काफी अंतर है। केंद्रीय मंत्री शाह द्वारा कहा गया है कि जिन मंत्रियों के क्षेत्र में मतदान कम होगा उन्हें मंत्री पद से हटाया जाएगा। शहडोल लोकसभा क्षेत्र में 19 अप्रैल को लोकसभा सदस्य के लिए मतदान किया गया जिसमें पूरे लोकसभा क्षेत्र में 2019 से इस बार 10% मतदान कम रहा। कुछ माह पूर्व में हुए विधानसभा चुनाव में जहां मतदान में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ नेताओं एवं प्रत्याशियों में काफी ऊर्जा दिखाई पड़ी लेकिन इस बार हुए लोकसभा चुनाव में वह सक्रियता नजर नहीं आई जिसका परिणाम रहा की काफी कम मात्रा में मतदान हुआ। वहीं मंत्री दिलीप जयसवाल के विधानसभा क्षेत्र कोतमा में विधानसभा के मुकाबले लोकसभा में 14% कम हुआ।

पिछले लोकसभा निर्वाचन की अपेक्षा 10 प्रतिशत कम हुआ मतदान

2019 के लोकसभा निर्वाचन में शहडोल लोकसभा क्षेत्र में 74.58 प्रतिशत मतदान किया गया था। वही 2024 में हुए लोकसभा निर्वाचन में 64.68 प्रतिशत ही मतदान हुआ, जो 10 प्रतिशत कम मतदान रहा। जिसका राजनीतिक आंकलन यह रहा कि प्रत्याशियों सक्रियता में कमी देखी गई। जो एक दल का उम्‍मीदवार अपने आप को जीता हुआ मान रहा था तो दूसरा हारा हुआ दोनों ने अपने प्रचार को सीमित करते हुए दल के कार्यकर्ता और नेताओं की पूछपरख न होने से सभी ने घरों में आराम किया। वहीं सत्‍ता दल के उम्मीदवार अतिअत्मविश्वास भी रहा।

विधानसभावार मतदान का अंतर

2019 में हुए लोकसभा निर्वाचन में शहडोल लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत जयसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र में 237135 मतदाताओं में 180216 मतदाताओं ने मतदान किया था जो की कुल मतदान का 76प्रतिशत रहा, जबकि 2024 में हुए लोकसभा निर्वाचन में 258180 मतदाताओं में 180958 ने मतदान किया जोकि 70.09 प्रतिशत रहा। इसी तरह जैतपुर विधानसभा क्षेत्र में 2019 में 232960 मतदाताओं में से 175800 ने मतदान किया जो की 75.46 प्रतिशत था, 2024 में जैतपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल 249218 मतदाताओं में से 170384 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका मतदान प्रतिशत 68.37 रहा। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में कोतमा विधानसभा क्षेत्र में 150008 मतदाताओं में से 108218 मतदाताओं ने मतदान किया था जिसका प्रतिशत 72.14 था। 2024 में हुए निर्वाचन में कोतमा विधानसभा क्षेत्र से 151979 मतदाताओं में 97460 ने मतदान किया है जिसका प्रतिशत 64.13 है। इसी तरह अनूपपुर विधानसभा में 2019 में 167782 मतदाताओं में से 124245 मतदाताओं ने मतदान किया था जिसका प्रतिशत 74.05 था, 2024 के लोकसभा निर्वाचन में अनूपपुर विधानसभा के 180538 मतदाताओं में से 111241 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 62.17 रहा। पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 2019 में हुए लोकसभा निर्वाचन में 189653 मतदाताओं में से 142027 मतदाताओं ने मतदान किया था जिसका प्रतिशत 74.89 था, 2024 में हुए लोकसभा निर्वाचन में पुष्पराजगढ़ विधानसभा में 203077 मतदाताओं में से 133207 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 65.59 रहा। इसी तरह बांधवगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 2019 में हुए लोकसभा निर्वाचन में 211732 मतदाताओं में 158 538 मतदाताओं ने मतदान किया था जिसका प्रतिशत 74.88 था जबकि 2024 में हुए निर्वाचन में 225539 मतदाताओं में से 145837 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 63.81 रहा। 2019 के लोकसभा निर्वाचन में मानपुर विधानसभा क्षेत्र में 231044 मतदाताओं में 174621 मतदाताओं ने मतदान किया था। जिसका प्रतिशत 75.58 था, 2024 के निर्वाचन में यहां 250166 मतदाताओं में से 156099 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 62.40 रहा। इसी तरह 2019 के लोकसभा निर्वाचन में इसी तरह 2019 के लोकसभा निर्वाचन में बड़वारा लोकसभा क्षेत्र में 235244 मतदाताओं में से 171108 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 72.74 था, 2024 में बड़वारा लोकसभा निर्वाचन में 255488 मतदाताओं में 153320 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 60.01 रहा।

बाद मंत्री की कुर्सी खतरे में, विधानसभा से लोकसभा में 14% कम हुआ मतदान

कुछ महीने पहले विधानसभा के निर्वाचन में लोकसभा कम हुए मतदान का प्रतिशत से राजनीतिक दलों में चिंता बढ़ाई हैं इसमें मंत्री दिलीप जयसवाल के विधानसभा क्षेत्र कोतमा में विधानसभा की आपेक्षा लोकसभा में 14% कम मतदान होने से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान के बाद मंत्री की कुर्सी खतरे में दिखाई दे रहीं हैं। लोकसभा निर्वाचन में राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के साथ ही यहां से निर्वाचित हुए विधायक भी पूरे मन से यहां कार्य नहीं कर पाए। जिसका परिणाम है कि विधानसभा निर्वाचन में जहां लोगों ने बंपर वोटिंग की थी वहीं लोकसभा निर्वाचन में मतदान का यह प्रतिशत काफी नीचे चला गया। अनूपपुर जिले में विधानसभा चुनाव में कोतमा विधानसभा जहां से मंत्री दिलीप जायसवाल हैं वहां भी लोकसभा निर्वाचन में विधानसभा की अपेक्षा मतदान प्रतिशत में काफी कमी देखी गई। जहां 150365 मतदाताओं में 117730 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था जिसका मतदान प्रतिशत 78.30 रहा, वही लोकसभा निर्वाचन में कोतमा विधानसभा क्षेत्र से 151979 मतदाताओं में 97460 ने मतदान किया है जिसका मतदान प्रतिशत 64.13 है। इसी तरह अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र में 2023 में 178311 मतदाताओं में 138486 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 77.67 रहा जबकि 2024 लोकसभा चुनाव में 180538 मतदाताओं में से 112241 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 62.17 रहा। पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र जहां से भाजपा तथा कांग्रेस दोनों ही दलों के प्रत्याशी है यहां भी लोकसभा निर्वाचन में विधानसभा की अपेक्षा काफी कमी देखी गई। जहां लोकसभा निर्वाचन में 20377 मतदाताओं में 133207 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 65.59 रहा जबकि 2023 विधानसभा निर्वाचन के दौरान 200480 मतदाताओं में 160706 मतदाताओं ने यहां मतदान किया था जिसका प्रतिशत जिले में सर्वाधिक 80.16 प्रतिशत रहा।

शहडोल संसदीय क्षेत्र में 2024 में 64.68% मतदान जो वर्ष 2019 से 10% कम रहा। वहीं 2024 में महिलाओं का प्रतिशत पुरूषों के प्रतिशत से लगभग 1.5% अधिक रहा। पुरूष मतदात 63.93%, महिला मतदाता 65.41% तथा अन्‍य अन्‍य 62.38% रहा। विधानसभा अनूपपुर में 62.31%, कोतमा में 62.50%, जैतपुर में 67.50%, जयसिंहनगर में 70.07%, पुष्पराजगढ़ में 64.90%,बड़वारा में 60.01%, बांधवगढ़ में 61.50% एवं मानपुर विधानसभा में 60.10% मतदान हुआ हैं।

केंद्रीय मंत्री अमित शाह की दो टूक

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान के बाद कोतमा विधायक, मंत्री दिलीप जयसवाल जरूर चिंतित होंगे क्योंकि इनके क्षेत्र में मतदान कम हुआ है। वहीं, पूर्व मंत्रियों को जो कुछ अपेक्षाएं नजर आ रही थी, उन पर कम मतदान के कारण पानी फिर गया है। यदि समूचे संसदीय क्षेत्र पर नजर डाली जाए तो कुछ हद तक जयसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र अन्य विधानसभा क्षेत्र की तुलना में अच्छी स्थिति में नजर आ रहा है।

सोमवार, 29 अप्रैल 2024

नशीली दवाओं के साथ दो गिरफ्तार, 290 नग टैबलेट जप्त, भेजे गये जेल

 


अनूपपुर। मेडिकल स्टोर में बिकने वाली सिरप एवं नशीली दवाओं को लेकर युवा वर्ग नशे की गिरफ्त में समाता जा रहा है। बताया जाता है कि बुढ़ार, शहडोल एवं मनेंद्रगढ़ से बड़े पैमाने पर नशे की खेप लाकर क्षेत्र भर में युवा पीढ़ी को बेचकर अवैध कमाई की जा रही है। रामनगर थाना अंतर्गत अनूपपुर की ओर से नशीली दवा लेकर आ रहे दो युवको को पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए कब्जे से 290 नग टैबलेट 29 पत्ते जो की कुल 2900 एमजी के साथ में एक दो पहिया वाहन को जप्त कर धारा 8बी 21,22 एनडीपीएस एक्ट एवं 5/13 मध्य प्रदेश ड्रग कंट्रोल एक्ट के तहत मामला दर्ज करते हुए आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया।

उप निरीक्षक थाना रामनगर श्यामलाल मरावी ने बताया कि दो युवक 39 वर्षीय दीपक पाल पुत्र राकेश पाल निवासी वार्ड नंबर 3 काली बस्ती राजनगर एवं 27 वर्षीय दुर्गा प्रसाद उर्फ मोहन कोल पुत्र लालमन कोल 27 वर्ष वार्ड नंबर 2 न्यू डोला राजनगर दो पहिया वाहन क्रमांक एमपी 18 एम क्यू 8137 से अनूपपुर की ओर से नशीली दवाएं लेकर आने की सूचना पर केरहा नाला के पास घेराबंदी कर आरोपितों को पकड़ते हुए तलाशी ली गई। जिनके कब्जे से कब्जे से 290 नग टैबलेट 29 पत्ते जो की कुल 2900 एमजी की है। साथ ही वाहन को जप्त कर आरोपियों के खिलाफ धारा 8बी 21,22 एनडीपीएस एक्ट एवं 5/13 मध्य प्रदेश ड्रग कंट्रोल एक्ट के तहत मामला दर्ज करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया।

शनिवार, 27 अप्रैल 2024

दो बैगों में भरा डेढ़ लाख का 15 किलो गांजा पुलिस ने किया जप्‍त, महिला गिरफ्तार

 


अनूपपुरकोतवाली थाना क्षेत्र में पुलिस ने बस स्टैण्ड अनूपपुर से 36 वर्षीय महिला को दो ट्रॉली बैग में भरे 15 किलो से अधिक गांजा अनुमानित कीमत 1.52 लाख रूपए के साथ पकड़ते हुए उसके खिलाफ धारा धारा 8/20 बी के तहत मामला दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।

मुखबिर की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने बस स्टेण्ड अनूपपुर में एक महिला यात्री बिजुरी थाना अंतर्गत छोट बेलिया अपने घर जाने के लिए बस का इंतजार कर रही थी। जिसके पास दो बैग रखे थे पूछतांछ करने व बैगों की जांच में पाया कि गांजा भरा हैं पुलिस मौके पर दो ट्रॉली बैग में 15 पैकेट गांजा के मिले। कुल वजन 15 किलो 221 किलोग्राम गांजा अनुमानित कीमत 1 लाख 52 हजार 210 रूपए आंकी गई हैं। जिसे जप्‍त करते हुए आरोपित महिला को गिरफ्तार करते हुए उसके खिलाफ एनडीपीए एक्ट के तहत कार्यवाही की गई। कार्यवाही में उपनिरीक्षक संजय खलखो, मंलगा प्रसाद दुबे, सहायक उपनिरीक्षक हरूननिशा, प्रधान आरक्षक महेन्द्र राठौर, रीतेश सिंह, प्रवीण भगत, महिला आरक्षक ऊषा सिंह रहीं।

 

प्रभारी प्राचार्य ने शिक्षकों को स्‍कूल से निकाला बाहर, मुख्य द्वार में जड़ा ताला

 


तीन सदस्यीय टीम पहुंची जांच में, चॉभी नही होने पर पेड़ की छांव में बैठ की जांच

अनूपपुर। नए शिक्षण सत्र वर्ष 2024-25 में 1 अप्रैल से जिले के सभी शासकीय स्कूल संचालित हो चुकी है, जिस पर कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने सभी विद्यालयों को उनके निर्धारित समय पर खोले वा बंद किए जाने के साथ ही शिक्षको के गतिविधियों जिनमें परीक्षा परिणाम वितरण, नवीन शिक्षा सत्र का प्रचार प्रसार, अभिभावक को उनके बच्चों की प्रगति से अवगत कराने, प्रवेश, नामांकन सहित शैक्षिक गतिविधियों सहित 30 अप्रैल तक विशेष गतिविधियों का संचालन के सख्त निर्देश दिए गए हैं। जनपद जैतहरी अंतर्गत संचालित शासकीय हाई स्कूल धिरौल की प्रभारी प्राचार्य संध्या पांडेय अपनी मनमानी करते हुए 27 अप्रैल को 11.40 बजे पहुंची और 1.30 बजे विद्यालय में उपस्थित दो माध्यमिक शिक्षक एवं एक प्राथमिक शिक्षक को अचानक से विद्यालय के बाहर करते हुए स्कूल बंद कर मुख्य द्वार में ताला लगाते हुए भृत्य संतराम बैगा के साथ जैतहरी बीईओं कार्यालय चली गई। जहां तीनो शिक्षक विद्यालय के मुख्य द्वार के बाहर ही खड़े रहें। ग्रामीणों ने बताया कि हाई स्कूल धिरौल का प्रभार मिलने के बाद से प्रभारी प्राचार्य संध्या पांडेय ने पुष्पराजगढ़ विधायक से अच्छी पहचान होने की बात कहते हुए मनमानी में उतारू है।

यह है मामला

27 अप्रैल को शासकीय हाई स्कूल धिरौल में जहां तीन शिक्षक सहित भृत्य अपने निर्धारित समय पर पहुंचकर विद्यालय के कार्यो को कर रहे थे, जहां विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य वा माध्यमिक शिक्षक संध्या पांडेय सुबह 11.40 बजे विद्यालय पहुंची और लगभग 1.30 बजे अचानक से जैतहरी बीईओं कार्यालय में कुछ कार्य होने की बात कहते हुए तीन शिक्षको जिनमें माध्यमिक शिक्षक ज्योति बाला तिवारी, अंजना हकदार एवं प्राथमिक शिक्षक योगेन्द्र सिंह को बाहर करते हुए स्कूल बंद कर मुख्य गेट में ताला लगाते हुए भृत्य संतराम बैगा को लेकर चली गई। जिसके बाद स्कूल के मेन गेट के बाहर तीनों शिक्षक धूप में घंटो खड़े थे। उक्त विद्यालय का उन्नयन वर्ष 2008 में होने के बाद से वर्ष  2021 तक विद्यालय का परीक्षा परिणाम 75 से 80 प्रतिशत रहता था, लेकिन वर्ष 2022 में संध्या पांडेय के द्वारा विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य का प्रभार लेने के बाद से सत्र 2022-23 में विद्यालय का परीक्षा परिणाम 40 प्रतिशत से कम पहुंच गया, जिसके बाद कलेक्टर की समीक्षा उपरांत उक्त विद्यालय को विशेष श्रेणी में रखा गया, बावजूद इसके सत्र 2023-24 में 50 प्रतिशत रहा है।

संकुल प्राचार्य सहित तीन सदस्यीय टीम पहुंची जांच में

शासकीय हाई स्कूल धिरौल के बंद होने की सूचना पर जनजातीय कार्य विभाग के सहायक संचालक अशोक शर्मा ने जांच के लिए तत्काल ही शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पटनाकला के प्रभारी प्राचार्य विपिन कुमार किशोर एक्का, शासकीय उ.मा.विद्यालय देवहरा के प्रभारी प्राचार्य नरेन्द्र शेखावत एवं शासकीय उ.मा.विद्यालय पटनाकला के उच्च श्रेणी शिक्षक गुलाब सिंह को जांच के निर्देश दिए गए। जहां जांच टीम 3.30 बजे शासकीय हाई स्कूल धिरौल पहुंचे। जहां निरीक्षण के दौरान विद्यालय के मेन गेट पर ताला लगा हुआ था तथा स्कूल परिसर के बाहर शिक्षक ज्योति बाला तिवारी, अंजना हलदार एवं योगेन्द्र सिंह सहित ग्रामीण खड़े मिले। इसी दौरान सूचना मिलते ही प्रभारी प्राचार्य संध्या पांडेय ने सूचना लगते हुए भृत्य संतराम को जैतहरी में छोडक़र वापस पहुंच गई। लेकिन जांच टीम ने विद्यालय को खोलने की बात कही तो प्रभारी प्राचार्य संध्या पांडेय ने विद्यालय की दो चॉभी जिनमें माध्यमिक शिक्षक सुभाष सिंह परमार के पास होना जो कि अवकाश में थे और दूसरा भृत्य संतराम बैगा के पास होना बताया गया। जिसके बाद जांच टीम ने विद्यालय परिसर के बाहर ग्रामीणों सहित विद्यालय के शिक्षकों का कथन लेते हुए पंचनामा तैयार किया गया।

जांच में खुली प्रभारी प्राचार्य की पोल

जांच के दौरान जहां दो माध्यमिक शिक्षक जिनमें सुभाष सिंह परमार एवं सत्येन्द्र सिंह गौतम अनुपस्थित मिले, जिनके संबंध में जांच टीम ने प्रभारी प्राचार्य संध्या पांडेय से जानकारी ली गई। जहां प्रभारी प्राचार्य ने दोनो ही शिक्षकों को अवकाश में होना बताया। जांच के दौरान सुभाष सिंह परमार का अवकाश आवेदन वरिष्ठ कार्यालय को अग्रेषित पाया गया, लेकिन सत्येन्द्र सिंह गौतम का आवेदन स्कूल के कार्यालय में होना पाया। वहीं शिक्षकों सहित ग्रामीणों ने प्राभारी प्राचार्य धिरौल पर जबरन अपनी मनमानी किए जाने का आरोप वा लिखित शिक्षक सहायक आयुक्त कार्यालय में 27 अप्रैल को दर्ज की जा चुकी थी।

स्कूटी से निकला उपस्थिति पंजीयक, खुला राज

ग्रामीणों ने प्रभारी प्राचार्य सहित दो माध्यमिक शिक्षक सुभाष सिंह परमार एवं सत्येन्द्र सिंह गौतम पर विद्यालय समय से नही से आने तथा बिना बताए अनुपस्थित रहने तथा दूसरे दिन विद्यालय पहुंचकर उपस्थिति पंजीयन में हस्ताक्षर किए जाने की शिकायत दर्ज कराई। जिस पर जांच टीम ने प्रभारी प्राचार्य से उपस्थिति पंजीयक मांगा गया, जहां विद्यालय की उपस्थिति पंजीयक प्रभारी प्राचार्य संध्या पांडेय की गाड़ी की डिक्की से निकला। वहीं शिक्षकों ने बताया कि प्रभारी प्राचार्य द्वारा उपस्थिति पंजीयन अपने पास रखती है, जिसके कारण कई बार विद्यालय में उनकी अनुपस्थिति में विद्यालय पहुंच रहे शिक्षकों को दूसरे दिन हस्ताक्षर करना पड़ता है। ऐसा ही एक मामला 25 अप्रैल को विद्यालय नही आई, लेकिन उपस्थिति पंजीयक में 26 को विद्यालय पहुंचकर हस्ताक्षर की है।

इनका कहना है

उक्त विद्यालय का मेन गेट में ताला जड़ा हुआ था, जांच के दौरान शिक्षक सहित ग्रामीण गेट के बाहर खड़े मिले। जिसके बाद पंचनामा बनाते हुए जांच प्रतिवेदन सहायक आयुक्त को कार्यवाही हेतु सौंप जाएगा।

विपिन किशार एक्का, संकुल प्राचार्य

शा.उमा. विद्यालय पटनाकला

बूचड़खाने ले जाते ट्रक बिजली पोल से टकराया, 1 मवेशी की मौत 21 को भेजा कांजी हाउस


वाहन चालक एवं मलिक के खिलाफ पशुओं के प्रति क्रूरता अधिनियम का मामला दर्ज

अनूपपुर। जिले के कोतमा थाना क्षेत्र अंतर्गत पशु तस्करी करते हुए बूचड़खाने ले जाए जा रहे 22 नग मवेशी से भरा ट्रक विद्युत पोल से टकराने गया जिसके बाद वाहन को पुलिस ने जप्त करते हुए मामले में वाहन चालक एवं मलिक के खिलाफ पशुओं के प्रति क्रूरता अधिनियम की धारा-11 के तहत अपराध दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

कोतमा थाना को शनिवार को सूचना मिलने पर पुलिस ने वाहन का पीछा किया जिस पर वाहन चालक गांव के रास्ते से भागने का प्रयास के दौरान बैलगाड़ी से टकराकर सड़क किनारे लगे बिजली के पोल से जा टकराया। जिसके बाद वाहन की जांच करने पर 22 नग मवेशियों का मुंह बांधकर रखा गया था जो भूखे प्यासे थे जिसमें से एक जानवर की वाहन में ही मौत हो गई। पुलिस ने वाहन क्रमांक एमपी 09 एचजी 2400 को जप्त कर वाहन चालक एवं मलिक के खिलाफ पशुओं के प्रति क्रूरता अधिनियम की धारा-11 के तहत मामला दर्ज किया गया।

वाहन को छोड़कर आरोपी हुए फरार

पुलिस के अनुसार ग्रामीण रास्ते में पुलिस को चकमा देकर भागने के दौरान वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने पर वाहन चालक सहित अन्य लोग मौके से फरार हो गए। पुलिस ने जप्त वाहन को थाने में खड़ा कराते हुए। मवेशियों को कांजी हाउस के सुपुर्द कर दिया है।

प्रतिष्ठित मूर्तियों की बेकद्री वन विभाग की कार्यवाही या व्यक्तिगत गुण्डागर्दी, जांच में होगा खुलासा

 


अमरकंटक घटना पर प्रशासन और संतों के बीच वर्ता, बनी सहमति मन्दिर सहित मॉ नर्मदा की मूर्ती होंगी पुनर्स्थापित

अनूपपुर। नर्मदा उद्गम नगरी अमरकंटक में वन विभाग की संदिग्ध कार्यवाही ने यहाँ के शांत माहौल मे दुस्साहसिक बखेडा खड़ा कर दिया है‌। वन विभाग के कुछ अधिकारियों- कर्मचारियों पर द्वेषात्मक कार्यवाही करने का गंभीर आरोप है। यद्यपि घटना की जानकारी मिलते ही मामले की संगीनता को भांपते हुए जिला प्रशासन ने त्वरित कदम उठाए हैं। आरोप हैं कि अतिक्रमण विरोधी कार्यवाही के नाम पर विद्वेषात्मक और लापरवाह कार्यवाही की गयी है। जिसकी सार्वत्रिक निंदा हो रही है। वन विभाग ने जिस तरह से मामले से पल्ला झाड़ लिया है तो लोगों के मन में अब सवाल हैं कि यह कार्यवाही वन विभाग ने नहीं की है तो कहीं यह व्यक्तिगत गुण्डागर्दी का शिकार तो नहीं हो गया। वहीं सूत्रों ने बताया कि वन विभाग के लोगो ने ही यह कृत्‍य किया हैं।

गत दिनों अमरकंटक में माई की बगिया के समीप रुद्र गंगा आश्रम में तथाकथित रुप से वन विभाग द्वारा अतिक्रमण के नाम पर जमकर तोड़ फोड़ की गयी। मन्दिर आश्रम की मूर्तियाँ क्षतिग्रस्त की गयीं। आरोप लगाए गये हैं कि प्राण प्रतिष्ठित मूर्तियों के साथ बेकद्री करते हुए उन्हे भी तोड़ दिया गया। तस्वीरों - वीडियो से भी मूर्तियाँ क्षतिग्रस्त दिख रही हैं। आश्रम के सभी कच्चे - अर्ध पक्के निर्माण, टीन की चादरों तक को जिस तरीके से तोड़ - फोड की गयी है,वह इस कार्य में लगे लोगों के व्यक्तिगत गुस्से और कुंठा को प्रदर्शित कर रहा है। बड़ी क्रूरता और लापरवाही से अतिक्रमण विरोध के नाम पर खुन्नस निकाली गयी। आरोप वन विभाग पर और उसके रेंजर पर है‌ जबकि वन विभाग के उच्चाधिकारी इससे पल्ला झाड़ रहे हैं। घटना प्रकाश में आते ही अमरकंटक के साधू- संतों में नाराजगी फैल गयी।

कलेक्टर ने दिये जांच के आदेश

नाराज संत प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्टर आशीष वशिष्ठ को घटना की जानकारी देते हुए गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए मूर्तियों की बेकद्री, तोडफोड मामले की विधिवत सूक्ष्म जांच और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की मांग की। कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिये एसडीएम पुष्पराजगढ तथा वन विभाग के अधिकारियों की दो अलग - अलग टीम गठित कर अमरकंटक भेजा गया।

अधिकारियों की दो टीम मौके पर

शिकायत प्राप्त होने के अगले ही कलेक्टर के निर्देश पर डीएफओ अनूपपुर, एसडीएम, एसडीओपी, तहसीलदार पुष्पराजगढ, नगर निरीक्षक अमरकंटक सहित अधिकारियों की दो टीमों ने घटना स्थल का अवलोकन करके साधू संतों के साथ एक बैठक की है। बैठक में यहाँ के प्रमुख आश्रमों के संत, नर्मदा मन्दिर के प्रमुख पुजारी गण, रुद्र गंगा आश्रम के लोग तथा अधिकारियों के साथ अन्य लोगों ने हिस्सा लिया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बैठक में अमरकंटक के साधू संतों ने अतिक्रमण विरोधी कार्यवाही के नाम पर डेढ सौ साल पुराने आश्रम को तोड़ने, मूर्तियों के साथ अपमानजनक व्यवहार और उन्हे क्षतिग्रस्त करने को लेकर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की। बैठक में संतो ने कहा कि बारबार ऐसी हरकत अमरकंटक में में ही क्‍यों हो रहीं हैं।

दण्डात्मक कार्यवाही की मांग

पत्र के माध्यम से मांग की गयी है कि उक्त घृणित कार्य करने वाले व्यक्ति के विरुद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जाए। रुद्र गंगा आश्रम को पुन: स्थापित किया जाए। मन्दिर परिसर में तोड़ फोड़ के दौरान मूर्तियाँ, आभूषण, सामग्रियां वापस की जाएं। मन्दिर परिसर की बाऊण्ड्रीवाल, परिक्रमा वासियों के लिये आश्रय स्थल, शौचालय का निर्माण किया जाए। मन्दिर पुनर्निर्माण के बाद माता जी की प्रतिमा की प्राणप्रतिष्ठा की जाए। मन्दिर परिसर पहुंच मार्ग, विद्युत, जल व्यवस्था की जाए। भृगुकमंडल में भी जो कार्यवाही की गयी है उसे भी संज्ञान में लेकर कार्यवाही हो तथा मन्दिर परिसर निर्माण की तिथि सुनिश्चित की जाए। स्थानीय साधू संतों, विश्व हिन्दू परिषद सहित अन्य हिन्दू वादी संगठनों ने भविष्य में ऐसे किसी आपत्ति जनक कार्यवाही की पुनरावृत्ति को रोकने की मांग की है। मामले का महत्वपूर्ण पक्ष यह जरुर था कि कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने सक्षम सुनवाई कर, अधिकारियों की दो अलग - अलग जांच टीम गठित करके त्वरित संवेदनशील कार्यवाही करके लोगों के गुस्से को शांत करने का कार्य किया है।

इको फ्रेण्डली मन्दिर का निर्माण

जानकारी अनुसार शनिवार से वहाँ पुनर्निर्माण का कार्य प्रांरेभ हो चुका है जहां इको फ्रेण्डली मन्दिर का निर्माण करवा कर पूरे विधिविधान के साथ मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा करवाने की तैयारी की जा रहीं है‌। पक्के कंक्रीट के किसी भी स्ट्रक्चर के निर्माण से परहेज किया जाएगा। इसके साथ भी सभी सामान, गहने आदि वापस किये जाएगे और जांच में दोषी व्यक्ति/ व्यक्तियों के विरुद्ध नियमत: कार्यवाही की जाएगी।

अधिकारियों पर गिर सकती है गाज

कहा जा रहा है कि मामला मुख्यमंत्री की निगरानी में होने के कारण जांच और कार्यवाही लापरवाही होने पर डीएफओ सहित पुलिस, वन और राजस्व के कुछ अधिकारियों पर शीघ्र गाज गिर सकती है। वहीं दूसरी ओर अमरकंटक के वन क्षेत्र में बढ़ते अतिक्रमण ने भी लोगों का ध्यान आकर्षित किया है।

एसडीएम पुष्पराजगढ शिवेन्‍द्र सिंह बघेल ने बताया कि जांच जारी हैं अभी कुछ नहीं बताया जा सकता हैं। संतजी के रहने की व्‍यवस्‍था बनाई जा रहीं हैं।

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