https://halchalanuppur.blogspot.com

गुरुवार, 22 फ़रवरी 2018

कई जिलो में एटीएम से पैसे निकालने वाले चढ़े पुलिस के हत्थे


६ लाख रूपए से अधिक के साथ ११ विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड बरामद
अनूपपुर जिले में एटीएम की धोखाधडी की शिकायतो पर बडी सफलता मिली जब मुखबिर की सहायता से साइबर सेल ने जिले सहित शहडोल, उमरिया, डिंडौरी व आसपास के अन्य जिलों में घूम-घूमकर एटीएम बूथों से पैसे निकालने वाले कार्डधारकों को धोखा देकर उनके कार्ड बदल अन्य एटीएम कार्ड थमाकर लाखों रूपए की निकासी अपने एकाउंट में करने वाले गिरोह को कोतवाली पुलिस ने बुधवार २१ फरवरी को जिला अस्पताल अनूपपुर मार्ग के एसबीआई एटीएम बूथ से पकड़ा। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों २३ वर्षीय अनिल मिश्रा पिता राजेश्वर मिश्रा निवासी वार्ड क्रमांक १० बोदाबाग रीवा तथा २४ वर्षीय गांव सरई रीवा निवासी अमित दुबे पिता सुरेन्द्र मोहन दुबे के पास से ११ विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड, २ मोबाईल, १ बाइक सहित लगभग ६ लाख १६ हजार ५०० रूपए नगद जब्त किए। आरोपियों की गिर$फ्तारी बैंक से प्राप्त वीडियो फुटेज में उसकी बाइक एमपी १७ एमएन २२५८ ही मददगार साबित निकली, जिसमें बाइक को देखकर ही मुखबिर ने आरोपियों की पहचान कर पुलिस को सूचना दी। जिसके आधार पर कोतवाली पुलिस सहित अन्य अमले ने मौके पर पहुंचकर गिरोह के दोनों सदस्यों को गिरफ्तार किया। पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन के अनुसार एटीएम कार्ड धोखाधड़ी मामले में जिले के ७ मामलों में पैसे की रिकवरी की गई है। जबकि अनूपपुर,शहडोल,उमरिया, कटनी, डिंडौरी, दमोह, सतना सहित अन्य जिलों में लगभग १५ वारदातों को अंजाम देना आरोपियों ने स्वीकारा है। एसपी का कहना है कि दोनों आरोपी शिक्षित तथा सम्पन्न परिवार से हैं, जो अपना शौक पूरा करने इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देते थे। इनका निशाना ग्रामीण आदिवासी अंचल के लोग थे, जहां वे अशिक्षा और अज्ञानता का फायदा उठाकर उन्हें पैसा निकालने में मदद करने या आधार कार्ड लिंक की बात कह अपने साथ लाए उसी बैंक के अन्य एटीएम को थमाकर उपभोक्ता के एटीएम अपने पास रख उससे पैसे का स्थानांतरण करते थे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जनवरी माह में जिले से पहला मामला सामने आया था। इससे पूर्व थाना चचाई, राजेन्द्रग्राम तथा कोतवाली में एटीएम कार्ड धोखाधड़ी कर पैसे निकालने की शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिसके बाद टीम गठित कर तथा बैंक के फुटेज खंगाल आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास किया गया। वहीं सायबर सेल की मदद से लगातार इन आरोपियों पर निगरानी रखी गई। वहीं हाल के दिनों में तीन अन्य मामलों को इसी गिरोह द्वारा किए जाने के संदेह में रखकर बैंक इस्टेटमेंट के आधार पर इनतक पहुंचा गया। बताया जाता है कि गिर$$फ्तार आरोपियों में एक आरोपी अनिल मिश्रा थाना बिछिया रीवा में अपनी पत्नी की निर्मम हत्या का मुख्य आरोपी है, जिसके खिलाफ धारा ३०२, २०१, ३४ के मामले दर्ज है तथा जमानत पर है।

पुलिस अधीक्षक का कहना है कि गिर$फ्तार दोनों आरोपियों के एसबीआई, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक में खाते है जिनके चार एटीएम को भी जब्त कर उनके खातों से हो रहे स्थानांतरण पर रोक लगवा दी गई है। वहीं इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक के निर्देशन व एसडीओपी उमेश गर्ग के नेतृत्व में टीम गठित की गई। जिसमें कोतवाली प्रभारी वीबी टांडिया, उपनिरीक्षक एपी सिंह सूर्यवंशी, अरविंद साहू, एसएल मरावी, प्रधान आरक्षक रावेन्द्र तिवारी, प्रभात मिश्रा, क्लामेंट जॉन, आरक्षक राजेन्द्र प्रसाद, शैलेन्द्र दुबे, अब्दुल कलीम, नारेन्द्र कोल सहित अन्य शामिल रहे। वहीं पुलिस अधीक्षक ने एटीएम कार्ड के दोनों आरोपियों की सूचना देने वाले मुखबिर को आगामी १५ अगस्त में सम्मानित करने की बात कही है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

अबोध बालिका के साथ मारपीट करने वाले पिता को 07 वर्ष का सश्रम कारावास, 50 हजार का अर्थदण्ड

अनूपपुर। सत्र न्यायाधीश अनूपपुर पी.सी. गुप्ता की न्यायालय ने विचाराधीन प्रकरण में थाना चचाई के आरोपी 20 वर्षीय सुभाष चंद महरा निवासी ग्राम द...