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शनिवार, 30 सितंबर 2023

डंफर के ऊपर वाहन चालक का शव आशंका: करंट से मौत, साक्ष्य व घटना को बदलने की जताई जा रही संभावना, जांच में जुटी पुलिस

अनूपपुर। कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बैरीबांध अमरकंटक रोड के किनारे खड़े रेत से भरे डंफर वाहन के ऊपर चालक का शव मिलने की सूचना वाहन मालिक द्वारा 29 सितम्बर की शाम पुलिस को दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को जिला चिकित्सालय लाया गया, 30 सितम्बर की सुबह शव का पोस्टमार्डम कराते हुये मामले की जांच में जुट गई। जानकारी के अनुसार करंट लगने से चालक मोहन सिंह की मौत होने की संभावना जताई जा रही है साथ ही किसी अज्ञात के द्वारा साक्ष्य व घटना स्थल से छेड़छाड़ करने का अनुमान है। फिलहाल पुलिस द्वारा पोस्टमार्डम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों के पता चलने की बात कही गई है।

यह था मामला

डंफर वाहन क्रमांक एमपी 65 जीए 0483 के स्वामी बसंत जायसवाल ने बताया कि डंफर को लेकर चालक 40 वर्ष मोहन सिंह पुत्र शेर सिंह गोड़ निवासी धीरूटोला राजेन्द्रग्राम से रेत भर करने दमना रेत भंडारण गया हुआ था, जहां 30 सितम्बर की सुबह 8.10 बजे टीपी कटने के बाद वाहन मालिक द्वारा सुबह 9 बजे से चालक मोहन सिंह को फोन किया जा रहा था, लेकिन चालक के फोन नही उठाने के बाद वाहन स्वामी अपने वाहन को ढूंढते हुये अनूपपुर की ओर आ रहा था, रास्ते में ग्राम बैरीबांध के पास सड़क के किनारे उसका डंफर वाहन खड़ा मिला। जिसके बाद उसने वाहन के अंदर देखा तो उसमें कोई नही था और डंफर की चॉभी उसमें ही लगी थी। जिसके बाद डंफर वाहन के ऊपर लोड़ रेत पर चालक का शव देखने पर उसने तत्काल सूचना पुलिस को दी।

सक्ष्य वा घटना स्थल से छेड़छाड़

सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना स्थल सहित शव का निरीक्षण किया गया, जहां शव के सिर वा पैर पर चोट के निशान देखे जाने पर पुलिस डंफर वाहन को जिला अस्पताल लाते हुये शव को नीचे उतरवाया गया। जहां शव निरीक्षण के दौरान संभावना जताई जा रही है कि चालक मोहन सिंह गोंड़ की मौत करंट की चपेट में आने से हुई है। लेकिन ग्राम बैरीबांध सड़क के किनारे जिस स्थान पर पुलिस को डंफर वाहन मिला था, उसके ऊपर से कोई भी विद्युत लाईन नही गुजरी थी। जिस पर अनुमान लगाया गया कि जिस स्थल पर चालक की करंट से मौत हुई है उस स्थान को छिपाने के लिये किसी व्यक्ति द्वारा उक्त डंफर वाहन को ग्राम बैरीबांध में सड़क के नीचे खड़ा कर भाग निकला है।

डॉक्टर की लापरवाही से दो की मौत, महिला को इलाज न मिलने से, दूसरा शुगर के मरीज को ग्लूकोज चढ़ाने से मृत्‍यु

डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े ममता के परिजन, बोले, सीएमएचओ ने डॉक्टर से मांगा स्पष्टीकरण, गठित की जांच टीम

अनूपपुर। जिला मुख्यालय अनूपपुर वार्ड 12 अमरकंटक रोड निवासी जितेंद्र पांडेय की पत्नी ममता (45) की हाई ब्लड प्रेशर अचानक तबीयत खराब होने पर शुक्रवार की दोपहर 3 बजे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। यहां सही इलाज न मिलने के कारण शाम 7 बजे मौत हो गई। इस दौरान एक भी डॉक्टर एक भी बार मरीज को देखने नहीं आए। जबकि परिजन बार- बार इलाज के लिए गुहार लगाते रहें। शनिवार की सुबह पोस्टमार्डम के बाद परिजन डॉक्टर पर कार्यवाई के बिना शव उठाने को मना कर दिया। जिस पर पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया और डॉक्टर के खिलाफ पांच सदस्यीय टीम बनाकर जांच के बाद कार्रवाई के अश्‍वासन पर शव उठा अंतिम संस्‍कार के लिए उठाया।वहीं ने डॉक्टर गणेश प्रजापति को तत्काल प्रभाव से जिला चिकित्सालय अनूपपुर की ड्यूटी से हटा दिया गया

जानकारी अनुसार शुक्रवार की दोपहर 3 बजे अनूपपुर वार्ड निवासी जितेंद्र पांडेय की पत्नी 45 वर्षीय ममता की अचानक तबीयत खराब होने पर जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जिसके बाद डॉक्टर की तलास प्रारंभ की गईशाम 4 बजे से मरीज की तबीयत ज्यादा खराब होने पर ड्यूटी डॉक्टर को मरीज को देखने के परिजनों ने मिन्नत की तो ड्यूटी डॉक्टर ने यह कहकर परिजनों को भगा दिया कि मेरी ड्यूटी नीचे है। ऊपर जाकर मरीज को नहीं देखूंगा। मैनेजमेंट से जाकर बात करो जहां शिकायत करना हो कर दो मेरा कुछ नही होने वाला है। डॉक्टर की लापरवाही सही समय पर पर्याप्त इलाज न मिलने के कारण महिला की मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने डॉक्टर द्वारा इलाज न करने पर कार्यवाई को लेकर हंगामा जारी रहा। शनिवार की सुबह पांच डॉक्टर की टीम ने पोस्टमार्डम किया। परिजनों ने इसके बाद डॉक्टर पर कार्यवाई की लेकर अड़े रहें और कहां कि जबतक डॉक्टर पर कार्रवाई नहीं होती वह अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। जिस पर सीएमएचओ ने लापरवाह डॉक्टर से स्पष्टीकरण मांगते हुए पांच सदस्यीय टीम बनाकर जांच के बाद कार्रवाई की बात कही। वहीं पुलिस ने मर्ग कायम कर दिया।

एक अन्‍य घटना में सेवानिर्वत लाईनमैन बजरंगी को शुक्रवार को शुगर की शिकायत के बाद जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था, यहा भी डॉक्टर की लापरवाही से ग्लूकोज की बाटल चढ़ाने से मृत्‍यु होने की सूचना हैं। वहीं बजरंगी के परिजनों ने कहा कि जब प्रशासन को कोई कार्यवाई करनी नहीं तो शिकायत का कोई लाभ नहीं।

वहीं ममता पाण्डेय को समय पर इलाज न देने वाने डॉक्टर गणेश प्रजापति को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने तत्काल प्रभाव से जिला चिकित्सालय अनूपपुर की ड्यूटी से हटा दिया गया। जानकारी अनुसार मुख्य चिकत्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अनूपपुर ने जांच कमेटी के समक्ष शाम 5 बजे सिविल सर्जन कार्यालय में डॉक्टर गणेश प्रजापति को उपस्थित होने के निर्देश दियें हैं और अनुपस्थिति की दशा में एकपक्षीय कार्रवाई करने की बात कहीं हैं।

लगतार 4 दिनों से जिला चिकित्सालय में इस तरह के हंगामे होते रहें किन्‍तु जिला प्रशासन के अधिकारी कोई जिला चिकित्सालय नहीं पहुंचे जो पीडित के परिजनो को समझा सकें। वहीं पुलिस की सूझबूझ से दोनो ही मामले असानी से सुलझ सकें। शनिवार को मामता पांडेय के परिजनों द्वारा कार्यवाई की मांग के दौरान हंगामें कि स्थिति पर एसडीएम अनूपपुर कुछ देर के लिए जिला चिकित्सालय पहुंची।

शुक्रवार, 29 सितंबर 2023

सड़क किनारे रेत से भरे खड़े ट्रक के उपर वाहन चालक का मिला शव

अनूपपुर। अमरकंटक मुख्य मार्ग में शुक्रवार की शाम किनारे रेत से भरे खड़े ट्रक के उपर वाहन चालक का शव मिलने की सूचना पर पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंच कर शव को उतार जिला चिकित्सालय में सुरक्षित रखवा शनिवार को पोस्टमार्डम के बाद आगे की कार्यवाई पुलिस द्वारा की जायेंगी।

जानकारी अनुसार शुक्रवार की सुबह से रेत से भरे ट्रक में खड़े होने पर आसपास के लोगो ने शाम को जब देखा तो वाहन के उपर शव था। पता करने परज्ञात हुआ कि यह शव वाहन चालक मोहन उइके का हैं। जिस पर लोगो ने पुलिस को सूचना दी। मौं पर पहुंची पुलिस ने आसपास निरिक्षण के बाद शव को उतार कर जिला चिकित्सालय में सुरक्षित रखवा शनिवार को पोस्टमार्डम के बाद आगे की कार्यवाई पुलिस द्वारा की जायेंगी।

एसडीओपी सुमित केरकट्टा ने बताया कि परिजन हत्या की बात कह रहें हैं पोस्टमार्डम की रिर्पोट व अन्‍य जांच के बाद कुछ कह पायेंगे। पुलिस सभी तरह से जांच कर रहीं हैं।

 

 

 

 

 

तमिलनाडु के मंत्री के बयान पर कहा: भाजपा सरकार ने प्रायोजित ढंग से इसे हिंदी क्षेत्रों में फैलाया है, जबकि यह घटना हिंदी क्षेत्र की नही

अनूपपुर पहुंची कंप्यूटर बाबा की गौ माता बचाओं यात्रा,कहा:गऊ संवर्धन बोर्ड को नहीं कोई अधिकार, मर रहीं गाय

अनूपपुर। मध्यप्रदेश में भाजपा, कांग्रेस के बाद अब कम्प्यूटर बाबा की गौ माता बचाओ यात्रा 29 सितम्बर को अनूपपुर पहुंची, जहां कम्प्यूटर बाबा ने सोन नदी किनारे स्थित शिव मारूति मंदिर में पत्रकार वर्ता कर गौ माता बचाओं यात्रा का उद्देश्य बताते हुये भाजपा सरकार पर सीधा निशाना साधाते हुए मप्र की सरकार को गैर सनातनी बताते हुए कहा गाय वोट नहीं देती, इसलिए वह सड़कों पर मर रहीं हैं। वहीं पत्रकारो द्वारा पूछे गये सवालो पर गोलमोल जबाब दिया। कंप्यूटर बाबा ने कहा कि 26 सितम्बर को चित्रकूट से गौ माता बचाओ यात्रा का प्रारंभ किया गया है, जिसका समापन 10 अक्टूबर को उज्जैन में होगा। यात्रा अनूपपुर पहुंचते ही कांग्रेसियों ने कम्प्यूटर बाबा का जमकर स्वागत किया। ज्ञात हो कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार में राज्य मंत्री दर्जा पाने वाले नामदेव दास त्यागी उर्फ कंप्यूटर बाबा ने सतना जिले के भगवान श्री राम की तपोभूमि चित्रकूट से साधु-संतों के साथ मिलकर गौ माता बचाओ यात्रा की शुरुआत की है।

कंप्यूटर बाबा ने कहा कि गौ हत्या बंद हो गई है, सिर्फ कागजों में हैं अभी भी गायों की हत्या हो रही हैं। जहां भी जाओं सड़क में गाय मरी पड़ी रहती हैं। सड़कों में गाय मरने को मजबूर क्यों है?। आरोप लगाते हुए कहां कि गाय के लिए जो गोशालाएं बनी थी। उसे बंद कर दिया गया। उसमें जो प्रावधान था, चारा-भूसा देने के लिए उसे बंद कर दिया। यहां तक की वहां काम कर रहे कर्मचारियों को भी निकाल दिया। गोशालाओं को बंद क्यों किया गया। गोशालाओं को बंद कर कौन सी फ्री की रेवाड़ी बांटी गई। इन्हीं मुद्दों को लेकर हम जनता के बीच जा रहे हैं एवं जनता के माध्यम से सरकार को चेतावनी भी देना कि जो गाय का संरक्षण नहीं कर सकती, वह जनता के हितों का क्या संरक्षण करेगी?

कंप्यूटर बाबा ने कहा कि घोषणाओं की बरसात हो रही है, छाता, चप्पल, जूते की घोषणा हो गई, लेकिन गौ माता के लिए कोई घोषणा नहीं हुई। गाय वोट नहीं देती इसलिए चुनाव के समय उनके लिए कोई घोषणा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि अपने आप को सनातन धर्म के सेवक कहने वाले शिवराज सरकार के जमाने में गाय सड़क में मर रही है। कमलनाथ सरकार का बखान करते हुए कहा कि कमलनाथ हजारों गोशालाएं बनवाई। जिसे शिवराज सरकार ने बंद कर दिया हैं। मुझे लगता हैं,सनातनी सही नहीं है। गोशालाओं में गायों को चारा, पानी मिलता तो आज गए रोड में नहीं मरती। चुनाव आता है ,तो सनातन धर्म का सरकार ढकोसला करती है।

उन्होंने कहा कि सरकार सनातन विरोधी है और हम सब मिलकर उन्हें लेकर आए जो सनातन में आस्था रखते हैं। जब उनसे सनातन धर्म को डेंगू, मलेरिया कहने पर सवाल पूछा जाता है, तो उन्होंने कहा कि कोई नेता यदि सनातन के बारे में बोलता है,तो साधु संत उसकी निंदा करता हैं। भाजपाने इसे प्रचारित किया हैं।

गौ संवर्धन बोर्ड को बताया कठपुतली

कंप्यूटर बाबा ने गऊ संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष को कठपुतली कहते हुए कहा की महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि को सरकार ने कठपुतली बनकर बैठाया हैं। जो भी करते हैं, मुख्यमंत्री शिवराज करते हैं। अध्यक्ष कुछ करते तो गाय सड़कों पर नहीं मरती। उन्होंने कहां कि हम अध्यक्ष जी से मिले थे। उन्होंने कहा कुछ भी मेरे हाथ में नहीं है। मेरे पास को बजट नहीं हैं। कई बार मैंने सरकार को कहा कि अगर कुछ नहीं करते तो पुरानी गौशालाओं को ही शुरू कर दिया जाए, लेकिन सरकार मेरी बात अनसुनी करती हैं।

प्रायोजित ढंग से फैलती है भ्रम बीजेपी

डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन के बयान पर कंप्यूटर बाबा ने कहा कि यह घटना तमिलनाडु की हैं, लेकिन भाजपा सरकार ने प्रायोजित ढंग से इसे हिंदी क्षेत्रों में फैलाया है, जबकि यह घटना हिंदी क्षेत्र की नही हैं। उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा था की मैं गौ मांस खाता हूं, तो क्या बीजेपी ने इसे प्रायोजित ढंग से नहीं फैलाया, इस तरह के मुद्दे लोगों की भावनाओं को भड़काने के लिए प्रयोग किए जाते हैं।

क्‍या कहां था तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और राज्य सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन की 'सनातन धर्म' पर टिप्पणी में कहा था, कि "सनातन धर्म लोगों को जाति और धर्म के नाम पर बांटने वाला विचार है, इसे खत्म करना मानवता और समानता को बढ़ावा देना हैं। उन्होंने ये भी कहा था,''जिस तरह हम मच्छर,डेंगू, मलेरिया और कोरोना को खत्म करते हैं उसी तरह सिर्फ सनातन धर्म का विरोध करना ही काफी नहीं है. इसे समाज से पूरी तरह खत्म कर देना चाहिए।

 

 

 

 

 

 

 

सहकारिता महापंचायत स्थगित करने से आक्रोशित सहकारिता कर्मचारी महासंघ ने फिर दी आंदोलन की चेतवनी, सौंपा ज्ञापन


अनूपपुर। संयुक्‍त सहकारिता समिति कर्मचारी महासंघ द्वारा शुक्रवार को जिला मुख्यालय में रैली निकालते हुए मुख्यमंत्री, सहकारिता मंत्री एवं खाद्य मंत्री के नाम संयुक्‍त कलेक्टर दिलीप पांडेय को ज्ञापन सौंपते हुए सहमति के बाद सहकारिता महापंचायत को स्थगित करनेमांगों के लिए गुमराह करने के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी।

सहकारी कर्मचारी महासंघ ने बताया कि पैक्स कर्मचारियों के वेतनमान व केडर भर्ती की महापंचायत को लेकर 12 सितंबर को  सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया विभागीय अधिकारियो ने मीडिया के समक्ष सहकारिता कर्मचारियों की महापंचायत बुलाने की घोषणा की थी, जहां सभी समस्याओं को दूर किए जाने के लिए आश्वासन दिया गया था। जिसे आगे बढ़ाकर 15 सितंबर एवं फिर इसे आगे बढ़कर 23 सितंबर की तिथि महापंचायत के लिए घोषित की गई थी लेकिन इसके अचानक बाद ही 20 सितंबर को सहकारिता कर्मचारियों की को स्थगित कर दिया गया। जिससे नराज सहकारिता कर्मचारियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि विभागीय अधिकारियों द्वारा सहकारिता मंत्री एवं मुख्यमंत्री को गुमराह किया गया जिसकी वजह से उन्होंने सहकारिता महापंचायत को स्थगित कर दिया। इसके विरोध में संयुक्त सहकारिता समिति कर्मचारी महासंघ भोपाल द्वारा 29 सितंबर से फिर से आंदोलन प्रारंभ करने के लिए बाध्य हुए हैं।

06 वर्षों में पैसा दुगना करने का झांसा देकर धोखाधडी करने वाले आरोपी को कारावास, 50 हजार का जुर्माना

तीन लोगो से 4.70 लाख रुपयें कूटरचना कर की धोखाधड़ी

अनूपपुर। प्रधान जिला एवं सत्र न्‍यायाधीश अनूपपुर एस.एस.परमार की न्‍यायालय ने  थाना रामनगर के अपराध की धारा 420, 467, 468, 471 भादवि धारा 6(1) म.प्र. निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम 2000 एवं धारा  3(2)(व्‍ही) एससी एसटी एक्‍ट (धोखाधडी) के आरोपी 36 वर्षीय अनुज सिंह निवासी ग्राम रजहारा कोठी. जिला पलामू (झारखण्‍ड) हाल निवासी राम मंदिर के पास रामनगर अनूपपुर को दोषी पाते हुए 03 वर्ष के सश्रम कारावास एवं पचास हजार रू. अर्थदण्‍ड की सजा सुनाई है। एक अन्‍य आरोपित के विरूद्ध विवेचना जारी हैं। पैरवी लोक अभियोजक पुष्‍पेन्‍द्र कुमार मिश्रा ने की।

लोक अभियोजक ने शुक्रवार को बताया कि 28 फरवरी 2020 को फरियादी संतोष कोल पुत्र विशाले कोल निवासी न्यू डोला थाना रामनगर ने थाना रामनगर में लिखित सूचना दी कि वर्ष 2010 में राम जनकी मंदिर रामनगर के पास रहने वाला अनुज सिंह अपने एक साथी के साथ उसे घर आया और बोला कि वह एक कम्पनी में काम करता है, जो लोगों का पैसा जमा करवाती है और 06 वर्ष में उस पैसे को डबल करके देती है। और कहा कि यह लोग उसके गांव के हैं, उस पर भरोसा मानें और उसकी कम्पनी में पैसा जमा कर दें, पैसा डबल करने की जवाबदारी उसकी होगी, कहते हुए फरियादी एवं अन्य लोगों को आशा एवं विश्वास में लेकर फरियादी संतोष कोल से एक लाख रूपये, उसकी मां बुटईया कोल से एक लाख बीस हजार रूपये, सुभगिया कोल से एक लाख सत्तर हजार रूपये, अनुज सिंह एवं राकेश कोठिया ने लिये, किन्तु अभी तक न उनका मूलधन दिये और न ही डबल करके दिये, मांगने पर बाद में देने के लिये बोलते हैं, किंतु अब बोलते हैं कि क्या प्रमाण है कि वह उन लोगों से पैसा लिया है, वह उन लोगों से पैसा नहीं लिया है और न ही पैसा देगा। अनुज सिंह, राकेश कोठिया मिलकर हमारे साथ बेईमानी से कपटपूर्वक कूटरचना कर धोखाधड़ी करके से चार लाख, सत्तर हजार रूपये हड़प लिये। लिखित सूचना के आधार पर थाना रामनगर में अपराध पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना में लिया गया। आरोपित राकेश कोठिया मूलतः गुलाब बाग जिला धौलपुर राजस्थान का निवासी है, अपराध कायमी दिनांक के पूर्व से ही फरार रहा है, प्रकरण की शेष विवेचना पूर्ण कर आरोपी अनुज सिंह के विरूद्ध अपराध प्रमाणित पाए जाने पर पुलिस द्वारा अभियोग पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया, जहां न्‍यायालय ने दोषी पाते हुए सजा सुनाई।

हाथियों को भगाने के दौरान गिरने से पांच ग्रामीण घायल, जिला अस्पताल में भर्ती

बड़हर के जंगल में 5 दिनों से तीन हाथियों ने डाला डेरा,खेतों में लगी धान व अन्य फसलों को पहुंचा रहें नुकसान

अनूपपुर। जिले के बड़हर के जंगल में तीन हाथियों ने डेरा डाले हुए हैं। जो तीन-चार सौ की संख्या में एकत्रित ग्रामीण, जिसमें एक ट्रैक्टर भी शामिल उन्हें भगाने का प्रयास करने लगा। इस दौरान अचानक हाथियों के दल में एक हाथी ने ग्रामीणों पर हमला कर दिया। हाथी के हमले से भागने के दौरान ट्रैक्टर पलट गया। जिसमें सवार 5 पांच ग्रामीण गिरने से घायल हो गए। जिसे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया हैं।

विगत पांच दिनों से अनूपपुर रेंज के बड़हर बीट में पांच हाथियों के समूह से दो हाथी बुढार रेंज जाने एवं तीन हाथियों का समूह बड़हर बीट के बडहर गांव तथा जंगल में निरंतर डेरा जमाए हुए हैं। अब हाथी दिन में भी खेतों में लगी धान एवं अन्य तरह की फसलों को अपना आहार बना रहें हैं ग्रामीणों की ओर से तीन हाथियों को बड़हर गांव के बीच बस्ती से निकलते हुए बुढार रेंज के खोह बीट अंतर्गत वकान नदी में पुल के पास तक भगाया। इस दौरान दल का एक हाथी जो दो हाथियों से अलग कुछ दूर पर झाड़ियों, पेड़ों के किनारे छुप था। अचानक ग्रामीणों की भीड़ को देख अपने समूह से दूर भगाने के लिए दौड़ाया। जिसमें हाथियों के दौड़ाने पर तीन-चार सौ की संख्या में एकत्रित ग्रामीण, जिसमें एक ट्रैक्टर भी शामिल था। जो हाथियों के दौड़ाने से पलट गया। जिसमें पांच व्यक्तियों को चोट आई है। जिसमे बडहर गांव निवासी 18 वर्षीय विकास पुत्र दरबारी नायक, 32 वर्षीय दादूराम पुत्र देवलाल कोल, 38 वर्षीय नोहर पुत्र बेचू कोल, 38 वर्षीय ईश्वरदीन पुत्र स्व. जय सिंह नायक एवं 40 वर्षीय जगदीश पुत्र स्व. जयसिंह नायक को चोट आई है। जबकि विकास बंजारा का दाहिना हाथ भागने व गिरने दौरान टूट गया। घायलों को 108 एंबुलेंस से जिला चिकित्सालय अनूपपुर लाया गया। जहां उनका इलाज जारी हैं।

गुरुवार, 28 सितंबर 2023

सड़क और बिजली न होने से परेशान ग्रामीणों ने दी चुनाव बहिष्कार की चेतावनी

सरकार के विकास के दावों पर खड़ा प्रश्‍न चिन्‍ह, कोतमा जनपद के ग्रापं थानगांव के बैगाडेबरा का मामला


अनूपपुर। जब देश आजादी के 75 वर्ष पर अमृत महोत्‍सव मना रहा और एक ग्राम पंचायत की बसाहट के 50 वर्ष बाद भी आज तक बुनियादी सुविधाओं का विस्तार शासन एवं प्रशासन के द्वारा नहीं हुआ। ऐसे में सरकार के विकास के दावों पर प्रश्‍न चिन्‍ह खड़ा होता हैं। अनूपपुर जिले के कोतमा जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत थानगांव के ग्राम बैगाडेबरा के नाराज ग्रामीणों ने गुरुवार को नायब तहसीलदार बिजुरी को ज्ञापन सौंप कर आगामी विधानसभा चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी है।

बिजली और सड़क की समस्या

बैगाडेबरा के ग्रामीणों ने बताया कि अब तक गांव में ना तो सड़क पहुंच मार्ग है और ना ही विद्युत सुविधा आज तक नहीं मिल पाई है। जिससे आज तक ग्रामीणों के यहां एंबुलेंस सहित आपातकालीन सेवायें यहा नहीं पहुंच पाती हैं। आवागमन के लिए ग्रामीणों को पगडंडी रास्ते का उपयोग करना पड़ता है या तो फिर छत्तीसगढ़ से होते हुए बिजुरी और कोतमा आना पड़ता है।

अधिकारियों से कई बार बताया लेकिन नहीं हुई कार्यवाही

ग्रामीणों ने बताया कि कई बार इन समस्याओं को लेकर अधिकारियों से मिले लेकिन कोई कार्यवाई हीं की गई। ग्रामीणों को प्रतिदिन समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस बार ग्रामीणों ने यह तय कर लिया है कि जब तक गांव में बिजली और सड़क नहीं बन जाती तब तक हम किसी भी राजनीतिक दल के व्यक्ति को मतदान नहीं करेंगे।

पटवारियों ने 31 दिनों की कलमबंद हड़ताल के बाद निराश हो सौंपा सशर्त सामूहिक त्‍यागपत्र

अनूपपुर। मध्य प्रदेश पटवारी संघ के आव्हान पर अपनी मांगो को लेकर जिले के पटवारियों ने 31 दिनों से कलमबंद हड़ताल पर हैं। गुरूवार को मुख्यमंत्री के नाम अपनी-अपनी तहसीलों में तहसीलदार को सशर्त सामूहिक त्‍यागपत्र सौंपा। जिसमें आरोप लगाया हैं कि मुख्यमंत्री द्वारा घोषणा के बाद भी पटवारियों की मांग को पूरा नहीं किया गया एवं शासन के प्रतिनिधियों द्वारा समय - समय पर आश्वाशन दिया गया मगर पटवारियों की मांग को पूरा नहीं किया गया।

जिला पटवारी संघ ने लगातार के 31वें दिन भूख हड़ताल होने के बाद भी मुख्यमंत्री की घोषणा के बादजूद पटवारियों की मांग को पूरा नहीं किया गया एवं शासन के प्रतिनिधियों द्वारा समय- समय पर आश्वाशन दिया गया मगर पटवारियों की मांग को पूरा नहीं किया गया। जिससे व्यथित होकर जिले की समस्त पटवारी ने अपनी अपनी तहसीलों में तहसीलदारों को सामूहिक सशर्त त्यागपत्र के साथ ही मांगों के सम्बन्ध में ज्ञापन सौंपा हैं।पटवारियों ने बताया कि अबतक एक भी मांग को पूरी नहीं हुई हैं। जिससे में आर्थिक परेशानी से तंग आकर एवं निराश होकर अपना इस्तीफा सौप रहें है।

वहीं दूसरी ओर पटवारियों के हडताल का असर दिखई देने लगा हैं राजस्व संबंधी कार्य न होने से आम जन परेशान हैं वहीं इस कार्य का पूरा भार बाबुओं के हवाले हो गए हैं। भूस्वामियों को दस्तावेजों के लिए भटकना ही पड़ रहा है। पटवारियों के हड़ताल से भूमि संबंधी जैसे रिपोर्ट, दस्तावेज, नकल आदि मिलना भी मुश्किल हो गया है। जिले की चारों तहसीलों में हजारों राजस्व प्रकरण लंबित हैं।

कैदी के परिजनों ने 34 घंटे बाद उठाया शव, मृत्‍यु के कारणों की निष्पक्ष न्‍यायिक जांच की मांग पर माने

एसडीओपी और कांग्रेस जिलाध्याक्ष की समझाई आई काम, जिला प्रशासन मौके से रहा नदारत

अनूपपुर। जिला जेल अनूपपुर में विचाराधीन कैदी की मौत के मामले में 34 घंटे से बाद परिजन शव ले जाने को तैयार हुए। इसके पूर्व परिजनों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि जिला जेल के अधिकारी एवं कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांगों को लेकर परिजनों ने विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही जिला जेल प्रशासन पर कार्रवाई व बेटे को नौकरी एवं 50 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की। इस दौरान एसडीओपी अनूपपुर सुमित सुमित केरकट्टा, नगर निरिक्षक अमर वर्मा के साथ कांग्रेस जिलाध्याक्ष रमेश सिंह ने परिजनों से लगतार चर्चा कर निष्पक्ष जांच करायें जाने करा कार्यवाई की बात मानते हुए शव को उठाया। वहीं इस घटना में जिला प्रशासन के प्रतिनिधी नदारत रहें। पूरे मामले में पुलिस ने मोर्चे को सम्‍हल कर परिजनों को समझता रहा।

ज्ञात हो कि मूलचंद विश्वकर्मा जो धारा 307 के तहत जेल में बंद था। 2 माह से वह जेल में बंद था। जिसकी 27 सितंबर को अज्ञात कारणों से मौत हो गई। वहीं मूलचंद की बेटी ने जहर देने का आरोप लगाया था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने हृदय गति रुकने से मौत का मामला बताया था।

इसके पूर्व विचाराधीन कैदी मूलचंद की पत्नि ने जिला जेल की अधीक्षक पर आरोप लगाए और उन्हें हटाने की मांग की। इस पर एसडीओपी सुमित केरकट्टा ने कहा कि सक्षम अधिकारी के समक्ष इस मांग को रखा जाएगा, उनकी सहमति के बाद कार्रवाई की जाएगी। परिजनों का कहना हैं कि जिला जेल में किसी भी प्रकार के साक्ष्य के साथ छेड़छाड़ हो सकती हैं, इसलिए प्रभारी जेल अधीक्षक को हटाया जाए। वहीं उनकी दूसरी मांग 50 लाख रुपए और एक नौकरी है। इसको लेकर अभी भी सहमति नहीं बनी है। ऐसा कोई प्रावधान भी नहीं है। इसके तहत परिजनों को 50 लाख एवं एक नौकरी दी जाए, लेकिन लगातार परिजन इसी के मांग कर रहे हैं और शव नहीं ले जाने की बात कह रहें थें।

कांग्रेस जिला अध्यक्ष भी पहुंचे

मूलचंद के परिजन लगातार 24 घंटे से शव रख कर विरोध प्रदर्शन कर रहें थें, परिजनों के विरोध को देखते हुए कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रमेश सिंह भी मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाइश के बाद परिजन निष्पक्ष जांच करा कार्यवाई की बात पर मानें।

सुमित केरकट्टा ने बताया कि मृतक के परिजनों ने ज्ञापन सौपकर मूलचंद के मृत्‍यु के कारणों की निष्पक्ष न्‍यायिक जांच मांग की हैं। जिस पर जांच करा कार्यवाई की जायेंगी।

बुधवार, 27 सितंबर 2023

जनजातीय उत्सव: अमरकंटक में 5 राज्यों के 82 जनजातीय कलाकारों का तीन दिवसीय प्रस्तुतियां 29 सितंबर से


अमरकंटक। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज एवं जिला प्रशासन अनूपपुर के सहयोग से मां नर्मदा उद्गम स्थली/ पवित्र नगरी अमरकंटक में तीन दिवसीय 29 सितंबर से 01 अक्तूबर तक विभिन्न राज्यों की जनजातीय लोक कलाओं की मनमोहक प्रस्तुतियां अमरकंटक के रामघाट में प्रतिदिन सायं 6 बजे होगा। आयोजन में जनजातीय कलाकारों का जमघट होगा। तीन दिवसीय इस महोत्सव में लोक कलाकार अपनी लोक संस्कृति, लोक गायन एवं कला से लोगो को रूबरू कराएंगे।

केंद्र निदेशक प्रो. सुरेश शर्मा ने बताया की जनजातीय समुदाय की संस्कृति, कला, परंपरा का भारतीय समाज में बहुत बड़ा योगदान है। महोत्सव में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ राज्यों के 82 जनजातीय कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। जिसमे झीझी, जौनसारी, भगोरिया, गरासिया, गोडी कर्मा एवं ढढार लोकनृत्य की शैली में रंगारंग प्रस्तुतियां होंगी। उत्सव का उद्देश्य जनजातीय परंपरा, कला और संस्कृति, संगीत और लोकनृत्य का प्रदर्शन करना है।

"मालवी गायन व पंडवानी गायन होंगे आकर्षण का केंद्र"

विभिन्न राज्यों के जनजातीय लोक कलाओं में मध्य प्रदेश का मालवी गायन व छत्तीसगढ़ का पंडवानी गायन आकर्षण के केंद्र होंगेप्रस्तुति मे 29 सितंबर को मलावी एवं 30 सितंबर को पंडवानी गायन जो एक छत्तीसगढ़ी लोकगायन शैली है इसमें महाकाब्य महाभारत के पांडवो की कथा सुनाई जाती है।

श्रवण उपाध्याय 

विचाराधीन कैदी की मौत पर परिजनों ने किया हंगामा, जेल प्रशासन पर जहर देकर मारने का लगाया आरोप

पुलिस ने कहा: हृदयगति रुकने से जिला चिकित्सलय में इलाज के दौरान हुई मौत, हंगामा जारी

अनूपपुर। जिला जेल अनूपपुर में विचाराधीन कैदी की इलाज के दौरान मौत हो गई। जहां परिजनों ने जिला चिकित्सलय के बाहर जमकर हंगामा करते हुए जेल प्रशासन पर जहर देकर जान से मारने का आरोप लगाया है। परिवार वालों ने कहा कि मृतक को जबरदस्ती फर्जी मामले में फंसाकर उसे जेल भेज दिया गया था। वहीं दूसरे पक्ष पर मामला दर्ज करने की मांग कर रहें थें। वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हृदय गति रुकने से जिला चिकित्सलय में इलाज के दौरान कैदी की मौत हुई है। कैदी की मौत किन परिस्थितियों में हुई यह तो जांच का विषय है। उसकी मौत के बाद शव के पोस्टमार्डम के लिए टीम भी गठित कर दी गई। जिसमें मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में कैदी का पोस्टमॉर्टम कराया गया। वहीं परिजन जिला चिकित्सलय में शव लेकर मुआवजा की मांग को लेकर धरने में बैठे गये शाम 7 बजे समाचार लिखे जाने तक परिजनों ने शव उठाने को तैयार नहीं हुए।

जानकारी के अनुसार कैदी मूलचंद विश्वकर्मा मारपीट के मामले में धारा 307 के तहत आरोपी लगभग 2 माह से जेल में था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कैदी की रात में अचानक तबीयत खराब होने के बाद उसे आनन फानन में जिला अस्पताल लाया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जिसकी सूचना परिजनों को दी गई, लेकिन मौके पर पहुंचे परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। मूलचंद की बेटी काजल विश्वकर्मा ने आरोप लगाया कि जिला जेल में साजिश के तहत उसके पिता को जहर दी गई थी। बेटी ने आरोप लगाते हुए कहा कि आशीष राठौर, मायाराम राठौर के कहने पर जेल के अधिकारियों ने जहर दिया हैं। उन्होंने मांग की है कि जब तक पुलिस इन पर कार्रवाई नहीं करती, तब तक वह शव को लेकर नहीं जाएंगे। घटना से कहीं ना कहीं जेल प्रशासन पर भी सवालिया निशान खड़े होते हैं। वहीं परिजन जिला जेल की सीसीटीवी फुटेज की भी मांग की हैं,पुलिस मामले की मजिस्ट्रेट जांच करने की बात कहीं हैं।

यह है पूरा मामला

मूलचंद विश्वकर्मा की खेत में ट्रैक्टर ले जाने को लेकर अनसूईया गोंड व उसके परिवार के साथ विवाद चल रहा था। अनसूईया के पति सुरेश गोंड पहले उस जमीन पर खेती का काम करता था। इसके बाद सीमांकन कराने के बाद मूलचंद विश्वकर्मा उस जमीन पर खेती करने लगा। इसी को लेकर सुरेश व मूलचंद में विवाद होने लगा। 25 जुलाई की रात मूलचंद व सुरेश की पत्नी अनसूईया के बीच इसी बात को लेकर विवाद हुआ था। विवाद इतना बढ़ा कि दोनों पक्षों के बीच लड़ाई झगड़ा होने लगा। बांका निकालकर दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर हमला किया था। घटना के बाद पूरे मामले पर मूलचंद के परिजनों ने कार्रवाई की मांग की हैं। पुलिस सुबह से परिजनों द्वारा की गई मांगो को पूरा करने का प्रयास किया किन्‍तु शाम 7 बजे तक परिजन शव ले जाने को राजी नहीं हुए।

वहीं मृतक की पत्‍नी ने बताया कि कल मै अपने पति से जेल में मुलाकात की थी उस दौरान वह स्वस्थ थे, अचानक रात भर में क्‍या हो गया कि उनकी मृत्‍यु हो गई।      

जिला जेल पर पहले भी उठे हैं सवाल

जिला जेल में हृदय गति रुकने से कैदी के मौत का यह पांचवा मामला सामने आया हैं। इससे पहले भी जिला जेल पर कैदी की मौत का मामला सामने आया था। जहां परिजनों ने जिला जेल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए थे। जिला जेल प्रबंधक की ओर से स्पष्ट जवाब नहीं देने पर हर बार परिजन जेल प्रबंधन पर आरोप लगाते हैं।

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