अनूपपुर। कोतमा अनुविभागीय दंडाधिकारी अमन मिश्रा ने सोशल मीडिया पर
प्राप्त धारा-144 के उल्लंघन की सूचना पर कांग्रेस विधायक कोतमा सुनील सराफ को
कारण बताओ नोटिस जारी किया। नोटिस विभिन्न सोशल मीडिया माध्यम से प्राप्त
फोटोग्राफ एवं वीडियो के माध्यम से विधायक कोतमा के निज निवास पर भारी संख्या में
भीड़ एकत्रित होने की सूचना के कारन जारी किया गया,जिस पर
संज्ञान लेते हुए एसडीएम ने 2 दिवस के अन्दर लिखित रूप से जवाब माँगा
गया है। वही दूसरी तरफ जिले के जैतहरी नगर में भाजपा के स्थानीय नेता अनिल गुप्ता
ने सोशल डिस्टेंसिंग का खुले आम मजाक उड़ाया है, यह जानकारी
सोसल मिडिया से प्राप्त हुई और समाचार के साथ 2 गज दूरी का
मजाक उड़ाते फोटोग्राफ भी वायरल हुए जिस पर प्रशासन ने अबतक किसी भी प्रकार की कोई
कार्यवाही नही की है।
इससे प्रशासन
पर सवाल उठ रहे है,सत्ताधारी नेता प्रधानमंत्री के सोशल डिस्टेंसिंग के मंत्र को
धता बताते हुए उसकी धज्जियां उड़ाते है उन पर प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं करता,वही
दूसरी तरफ सत्ता से बेदखल हुए कांग्रेस के विधायक पर त्वरित कार्यवाही हो जाती है
मतलब प्रदेश की सत्ता बदलते ही पूरी फिजा बदल गई, लोगो को शंका
है कि प्रशासन सत्ता दल के कहने पर कार्य कर रहा है कही नोटिस राजनैतिक विद्वेष के
कारण तो नहीं अगर ऐसा है तो इसके लिए आगे बहुत समय है जब ये भावनाये निकली जा सकती
है,इस
सम्बन्ध में जिला कांग्रेस अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल ने इस पर आपत्ति जताते हुए
कहा है की इस नाजुक दौर में जहां मध्यप्रदेश समेत पूरा देश कोरोना के खिलाफ जंग
लड़ रहा है,वही अनूपपुर जिले के कलेक्टर के निर्देश पर प्रशासन राजनीतिक
रूप से निर्णय ले रहे हैं जनसेवा में कांग्रेस विधायक या कार्यकर्ता जब कोई कार्य
करते हैं तो उनके ऊपर कानूनी कार्यवाही का भय दिखाया जाता है और वही जब भाजपा के
नेता एवं कार्यकर्ता कोई कार्य करते हैं वह कानून का उल्लंघन नही होता उन्हें
संरक्षण प्रदान किया जाता है जबकि महामारी की लड़ाई पार्टीगत नहीं है इससे लडऩे के
लिए सभी देशवासियों का एक जुट होकर लडऩी चाहिए। जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि
प्रशासन भेदभाव पूर्ण कार्यवाही कर रहा है जिले के दोनों विधायक और कांग्रेस के
सभी कार्यकर्ता इस विषम परिस्थिति में कोरोना संबंधी लड़ाई में पूर्ण मनोयोग के साथ
है।
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