चार माह बाद
त्यौहारो में सराफा व्यापार की लौटेगी रौनक
अनूपपुर। सराफा कारोबार के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा कि सबसे शुभ माने
जाने वाले अक्षय तृतीया 26 अप्रैल के दिन सराफा की चमक गायब रहेगी।
लॉकडाउन की वजह से सभी ज्वैलर्स की दुकानें बंद रहेगी और लोग शुभ घड़ी में
सोना-चांदी की खरीदारी नहीं कर पाएंगे। एक ओर कोरोना संक्रमण पूरे विश्व में अपना
विकराल रूप धारण कर चुका है। वहीं दूसरी ओर सोने के भाव भी काफी चढ़ते जा रहे है।
जिले के व्यापारियों के अनुसार शनिवार को सोने की कीमत 48000 रुपये प्रति
दस ग्राम तक पहुंच गई है। कारोबारियो की माने तो अक्षय तृतीया के दिन मुख्यालय में
करीब 50-80 लाख रुपये तक का कारोबार हो जाता था, लेकिन इस बार
यह आंकड़ा नगण्य रहेगा। कारोबारियों का कहना है कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते
हुए यदि लॉकडाउन तीन मई को खुल भी जाता है तो भी उनके कारोबार को गति पकडऩे में कम
से कम चार माह और लग जाएंगे है।
पुरूषोत्तम
एण्ड संस के संचालक प्रवीण सोनी का कहना है कि शादी का पूरा सीजन लॉकडाउन मे गुजर
गया और इस सीजन की कई शादियां आगे के लिए टल गई हैं। अब लॉकडाउन को हटने के बाद
कारोबार को उठने में चार-पांच महीने लग जाएंगे। बृज बिहारी ज्वेलर्स के संचालक
सीताराम सोनी ने बताया कि लॉकडाउन खुलने के बाद आम उपभोक्ता सोने-चांदी के बजाय
अपनी आवश्यक जरूरी चीजों की खरीदारी में जुटेंगे। वैसे भी जब तक कोरोना का खतरा है,
तब
तक लॉकडाउन बहुत जरूरी है।
गौरतलब है कि
अप्रैल, मई व जून में शादी के मुहूर्त है, लेकिन
लॉकडाउन की वजह से बहुत सी शादियां आगे टल गई हैं। इसके बाद जुलाई, व
अगस्त वैसे ही सराफा कारोबार के लिए ऑफ ही माना जाता है। कारोबारियों का कहना है
कि सितंबर में त्योहारी सीजन शुरू होने के बाद ही सराफा की थोड़ी चमक लौटने की
उम्मीद है।
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