जिले में 2 दिन
का कफ्र्यू,पसरा रहा सन्नाटा,सब्जी और
राशन की घर पहुंच सेवा रही बंद
अनूपपुर।
शहडोल में कोरोना के 2 पॉजिटिव मामला आने के बाद कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने सोमवार
की रात 12 बजे मंगलवार की रात 12 बजे तक 28 अप्रैल को 1
दिवसीय कफ्र्यू लगाया साथ ही शहडोल जिले से लगी बॉर्डर सीलिंग के आदेश दिया।
कलेक्टर का यह आदेश लोगों को रात 11 बजे मिला सोशल मिडिया के माध्याम से
मिला जिसे पुलिस ने रातभर में पूरे जिले की सड़को में घूम-घूम कर लोगो तक
पहुंचाया। मंगलवार को कलेक्टर ने एक दिन का और कफ्र्यू बढ़ाने का आदेश दिया। 24 घंटे के
कफ्र्यू में मंगलवार को पूरे जिले में वीरानी छाई रही। कफ्र्यू का व्यापक असर शहर
और ग्रामीण क्षेत्रो के साथ मुख्य सड़के बाजारों में देखा गया, पूर्व
से जारी लॉकडाउन और उसपर प्रशासन द्वारा घोषित किए गए कफ्र्यू में जरूरतमंद लोगों
को छोड़कर अन्य नागरिक सड़कों पर नजर नहीं आये। वहीं कफ्र्यू को कारगर बनाने के
लिए जिला प्रशासन ने जरूरत की सामग्रियों को घरों तक पहुंचने के लिए बनाई घर पहुंच
सेवा को भी पूर्णत: प्रतिबंधित कर दिया था।
घोषित
कफ्र्यू के कारण जिला मुख्यालय अनूपपुर सहित जैतहरी, पसान,
बदरा,
कोतमा,
बिजुरी,
राजनगर,
चचाई,
अमरकंटक,
रामनगर,
राजेन्द्रग्राम
की बाजारें सुबह से पूरी तरह बंद रही। मुख्य सड़कों से लेकर नगर की गलियों व
ग्रामीण क्षेत्र की सड़को में संनटा पसरा रहा। सड़को में पुलिस की गाडिय़ो की आवाजे
आती रही। नगर से लेेकर गांव तक के घरों में आम नागरिक कैद रहे। सिर्फ दूध
विक्रेताओं को सुबह 6 से 9 बजे के बीच घर-घर जाकर दूध विक्रय करने
और दवा दुकानों को इस प्रतिबंध से मुक्त रखा गया था। इसके अलावा जिला प्रशासन ने
बिजली उत्पादन में लगे संयत्र चचाई पावर प्लांट, एमबी पावर
प्लांट तथा बिजली उत्पादन के लिए कोयला सप्लाई करने वाले एसईसीएल की खदानों तथा
क्लोरीन उत्पादन करने वाले अमलाई कॉस्टिक सोडा फैक्ट्री को कफ्र्यू से राहत प्रदान
की थी। विदित हो कि इससे पूर्व जिला प्रशासन ने अप्रैल के तीन शनिवार को पूर्ण
लॉकडाउन की व्यवस्था के बाद भी कफ्र्यू की घोषणा की थी, जो शत
प्रतिशत सफल रही थी तीन को किया क्वारंटाईन
शहडोल में क्वारंटाईन हुए व्यक्ति के साथ अनूपपुर जिले के छतई
गांव रहने वाले तीन अन्य व्यक्तियों को प्रशासन ने गांव पहुंचने से पूर्व पकड़कर
कोतमा में संस्थागत क्वारंटाईन कराया है। एसडीएम अमन मिश्रा ने बताया कि रात में
मिली सूचना के बाद स्वास्थ्य अमला के साथ प्रशासनिक अमला खोजबीन में जुटा, लेकिन
नहीं मिले। सुबह 5 बजे के आसपास तरसिली गांव स्थित केरहा नाला के पास तीनों
व्यक्ति को पकड़ा गया। क्वारटाईन कराते हुए सैम्पल जांच के लिए भेजा गया है।
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