सोशल
डिस्टेंसिंग के पालन के साथ सुचारू रूप से चल रही है उपार्जन प्रक्रिया
अनूपपुर। जिले में उपार्जन प्रक्रिया सोशल डिस्टेंसिंग की अनुपालना के साथ
सुचारू एवं व्यवस्थित रूप से सम्पादित की जा रही है। खाद्य अधिकारी विपिन पटेल ने
बताया कि सोमवार 27 अप्रैल तक 94 कृषकों से 1471 क्विंटल
गेहूँ की खरीदी हो चुकी है। जिसमे 823.50 क्विंटल का परिवहन भी किया जा
चुका है। रबी उपार्जन हेतु जिले में कुल 8 उपार्जन केंद्र स्थापित किए गए हैं,
प्रत्येक
केंद्र हेतु प्रतिदिन 6 कृषकों को उपार्जन हेतु एसएमएस भेजा
जाता है। दसके बाद उपार्जन केंद्र प्रभारी उस किसान को सूचित किया जा रहा है। जिले
में गेहूं के उपार्जन हेतु 1609 कृषकों ने पंजीयन कराया है। उपार्जन
केंद्र में सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने हेतु चिन्हांकन किया गया है। इसके साथ
ही साबुन से हाथ धुलाने की भी व्यवस्था की गई है। राज्य शासन के निर्देशानुसार
सौदा पत्रक के माध्यम से कृषक व्यापारियों को भी अपनी उपज का विक्रय कर सकते हैं। उल्लेखनीय है
कि कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने अपील की है कि किसान खरीदी केंद्रों पर फेस मास्क
अथवा चेहरे पर गमछा या रुमाल बांधकर अवश्य आएं। वृद्ध एवं बीमार व्यक्ति उपार्जन
केंद्र पर न आएँ, आवश्यक होने पर नामित व्यक्ति को भेजें।
अन्य राज्यों
में फंसे हुये 1233 श्रमिकों को 12 लाख 33 हजार रुपए
की दी गयी वित्तीय सहायता
जिले के अन्य राज्यों मे निवास कर रहे प्रवासी श्रमिकों की सहायता
हेतु कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने प्रदेशवार नोडल अधिकारियों की टीम का गठन किया
गया है। उक्त टीम अब तक जिले के 4507 श्रमिकों/ व्यक्तियों को
सम्बंधित प्रदेश के स्थानीय प्रशासन से सम्पर्क कर सहयोग उपलब्ध कराया गया है।
जिनमे से 3598 श्रमिक हैं। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा प्रदेश के
ऐसे मजदूर जो अन्य राज्यों में फंसे हुये हैं, की तात्कालिक
आवश्यकता जैसे भोजन/दवाई आदि के लिये मुख्यमंत्री प्रवासी मजदूर सहायता योजना
प्रारंभ की गई है। जिसके अंतर्गत ज़िले के 1233 प्रवासी
श्रमिकों को अब तक मुख्यमंत्री प्रवासी मजदूर सहायता योजनांतर्गत 12 लाख 33
हजार
रुपये (1000 रुपये प्रति व्यक्ति के मान से) की राशि का भुगतान किया जा
चुका है।
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