अनूपपुर। लॉक
डॉउन में अगर सबसे ज्यादा मुसीबत में है वह गरीब जो कमाने खाने के लिए अपने घर
वालों से घर से दूर गया हुआ था अब वह किसी
कदर वापस घर आ रहा है। नियमानुसार 14 दिनों
क्वॉरंटीन कैम्प में रहना होता है ताकि उनके स्वास्थ्य का परीक्षण हो सके जिसके लिए जिला प्रशासन ने
जैतहरी क्वॉरंटीन कैम्प में रहने वाले लोगों के भोजन की व्यवस्था के लिए नगर परिषद
को जिम्मेदारी सौंपी है। जहां से खराब भोजन देने की शिकायत आ रही है। दिए जाने
वाले चावल ठीक ढंग से पकाया तक नहीं जाता लोगों ने बताया कि कभी चावल के साथ दाल
या सब्जी दिया जाता है। सुबह 5 से 6 के बीच उठने
के बाद सीधे दोपहर का भोजन लगभग 1 बजे मिलता है,फिर रात्रि 8 बजे के दिया
जाता है। इसकी निगरानी सीएमओ को करनी है किन्तु लापरवाह सीएमओ ने कभी क्वॉरंटीन
कैम्प की व्यवस्था देखने नहीं गये। जबकि कलेक्टर स्वंम प्रत्येक दिन क्वॉरंटीन कैम्प में जाकर
व्यावास्थाओ का जायजा लेते है। क्वॉरंटीन कैम्प को सैनिटाईज नहीं कराया जा रहा है।
इनका कहना है
मैं दिखवाता
हूं वहां पर कैसा भोजन भेजा जा रहा है।
राम मिलान
तिवारी, प्रभारी सीएमओ नगर परिषद जैतहरी
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