उत्तर
पुस्तिकाओं का मूल्यांकन घरो में कराने की मांग
अनूपपुर। माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल के निर्देशानुसार हाई स्कूल एवं हाई
सेकेंडरी परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य शाउमावि अनूपपुर में 25 अप्रैल
से प्रारंभ हो गया। उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन को लेकर मध्य प्रदेश शासकीय
अध्यापक संगठन अनूपपुर ने तीन सूत्रिय ज्ञापन रविवार को सयुंक्त कलेक्टर ऋषि
सिंधाई को सौंपकर घरो में मूल्यांकन कार्य कराने की मांग की है।
दिये गये
ज्ञापन में संघ ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविंड 19 को दृष्टिगत
रखते हुए मप्र के लगभग समस्त जिलों में आईसीएमआर एवं मध्यप्रदेश शासन के निर्देश
पर घरो में मूल्यांकन कराने का निर्णय लिया गया है। किन्तु अनूपपुर में नही कराया जा रहा है।
संघ ने कहा
कि बर्तमान समय आवागमन का कोई साधन उपलब्ध नहीं है ऐसे में केवल दो पहिया वाहन ही
आवागमन के साधन है। अधिकांश हाई स्कूल हायर सेकेंडरी विद्यालय जिला मुख्यालय से
दूर अधिकतम 80 किलोमीटर तक स्थित है। ऐसे में दो पहिया वाहन से प्रतिदिन
इतनी दूर आना-जाना फिर भीषण गर्मी में आना-जाना सुरक्षित नहीं है।
अगर
केन्द्रीयकृत मूल्यांकन कार्य कराया जाता है तो मूल्यांकन केंद्र में दूर से आ रहे
शिक्षकों की उपस्थित होने में छूट दी जाए। मूल्यांकन में भाग लेने वाले समस्त
मूल्यांकन कर्ताओं की पिछली पूरी ट्रैवल हिस्ट्री जानने के उपरांत संतुष्ट होने के
बाद ही मूल्यांकन कार्य में सम्मिलित किया जाए। भारत सरकार के समस्त निर्देशों का
पालन करते हुए मूल्यांकन केन्द्र में समुचित व्यवस्था की जाय।
ज्ञापन में
कहा कि कोरोना एक वैश्विक महामारी है,जिसने पूरे विश्व को अपने चपेट
में ले लिया है,शिक्षकों को ना तो अनुकंपा
की पात्रता है, ना ही परिवार पेंशन की पात्रता और ना ही
शासन द्वारा उन्हें विशेष बीमा का लाभ ही दिया जा रहा है अत: यदि कोई शिक्षक
कोरोना से प्रभावित हो जाता है तो उसकी पूर्ण जवाबदारी जिला प्रशासन की होगी।
कलेक्टर
चंद्रमोहन ठाकुर ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा मंडल ने दो तरीके दिये है जिसमें
मूल्यांकन केंद्र में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य कराने की बात कहीं है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें