पीएस
स्वास्थ्य से शिकायत,विश्वविद्यालय प्रशासन से आदेश वापस लेने कही बात
अनूपपुर।
नोवेला कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप और मरीजों में आने वाली पॉजीटिव रिपोर्ट से
सहमे इंदिरागांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय ने आनन फानन में विश्वविद्यालय
में पढऩे वाले विद्यार्थियों के लिए कोरोना वायरस सम्बंधी जांच प्रमाण रिपोर्ट
उपलब्ध कराने के आदेश जारी किया है। जिसके बाद जिला अस्पताल में पिछले तीन दिनों
से सैकड़ों की तादाद में विश्वविद्यालय के
विद्यार्थियों पहुंच रहे हैं। इनमें सामान्य विद्यार्थियों के कोरोना जांच रिपोर्ट
की मांग पर जिला अस्पताल पर बढ़ रहे दवाब और मरीजों के इलाज में हो रही परेशानी को
देखते हुए १२ मार्च को प्रदेश सरकार की आयोजित वीसी समीक्षा कार्यक्रम में जिला
अस्पताल प्रशासन ने पीएस स्वास्थ्य भोपाल के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है। जिला
अस्पताल प्रशासन ने पीएस को बताया कि जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक प्रशासन ने
आदेश जारी कर विद्यार्थियों कोरोना वायरस न होने के प्रमाण पत्र उन्हें दिया जाए।
इसमें रोजाना सैकड़ों छात्र जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। विद्यार्थियों के अस्पताल
पहुंचने से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही अस्पताल में भी
मरीज इस वायरस को लेकर संशकित नजर आ रहे हैं। पीएस
स्वास्थ्य ने मामले में नाराजगी जताते हुए तत्काल जिला अस्पताल प्रशासन से
विश्वविद्यालय प्रशासन से बातचीत कर जारी आदेश को वापस लेने की बात कही है। साथ ही
कहा कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन को कोई समस्या आ रही है तो वे सीधे उनसे सम्पर्क
करें। जबकि जिला अस्पताल प्रशासन से आने वाले संदिग्ध मरीजों की ही जांच पड़ताल कर
विशेष उपचार के निर्देश दिए हैं। ऐसी स्थिति में जिला अस्पताल में भी अफवाह जैसी
समस्या बनेगी और मरीजों का इलाज प्रभावित होगा। सिविल सर्जन जिला अस्पताल डॉ. एससी
राय ने बताया कि जिला अस्पताल में सर्दी खांसी से सम्बंधित जांच और संदिग्ध मरीजों
की ही जांच कराई जा रही है। विशेष परिस्थितियों के लिए आईसोलेशन वार्ड बनाए गए
हैं। बिना लैब जांच के किसी सामान्य व्यक्ति का कोरोना वायरस सम्बंधित जांच
रिपोर्ट कैसे तैयार की जा सकती है। विश्वविद्यालय में 3500 से अधिक
विद्यार्थी है। मामले में विश्वविद्यालय
रजिस्टार पी सिलुवैनाथन ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा ऐसे आदेश जारी किए गए थे,
जिसमें
बच्चों को जांच परीक्षण कर रिपोर्ट मांगी गई है। ऐसे बच्चे जो बाहरी प्रदेशों में
गए है। ट्रेन या हवाई यात्रा का उपयोग किया है उनसे यह रिपोर्ट लाने के लिए
निर्देशित है। वहीं जनसम्पर्क अधिकारी मनीषा शर्मा ने बताया कि सभी विद्यार्थियों
के लिए यह आदेश नहीं जारी किए गए हैं। लेकिन जो बाहरी प्रदेशों के विद्यार्थी है
तथा यात्रा कर होली उपरांत विश्वविद्यालय पहुंच रहे हैं उनके लिए यह आदेश जारी
किया गया है।
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