शाउमावि बिलासपुर
में बनाए छह नकल प्रकरण, केन्द्राध्यक्ष और वीक्षकों के खिलाफ
कलेक्टर भेजा अनुशंसा पत्र
कमरों के बाहर पाई गई पुस्तक व पर्चे
अनूपपुर।
माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल द्वारा आयोजित कराई जा रही हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में
गुरूवार 19 मार्च को पुष्पराजगढ़ एसडीएम ने शासकीय उच्च माध्यमिक
विद्यालय बिलासपुर केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। जहां परीक्षा कक्ष के अंदर सभी
विद्यार्थियों को अनावश्यक रूप से स्वेटर और जैकट पहने पाए पर संदेह जताते हुए
जांच कार्रवाई आरम्भ की। जांच कार्रवाई में तत्काल ही छह परीक्षार्थियों के पास
पर्चे जब्त किए, जिनके उत्तर पुस्तिका को जब्त करते हुए निलम्बन की कार्रर्वा
की। एसडीएम द्वारा जांच कार्रवाई की भनक अन्य कक्षों तक पहुंची, जहां
कदाचार कर रहे विद्यार्थियों ने पर्चे व किताबों के साथ कागज को कमरे के बाहर फेंक
दिया। एसडीएम द्वारा कार्रवाई के बाद दूसरे कक्ष जाने के दौरान स्कूल के प्रत्येक
परीक्षा कक्ष के बाहर अंग्रेजी विषय के बहुत सारे पर्चे, कागज,
किताब
पाया। जिसे जब्त करते हुए एसडीएम ने इसे केन्द्राधीक्षक डीके साहू और 14 अन्य
परीक्षा वीक्षकों की लापरवाही मानते हुए जानबूझ कर कदाचार कराए जाने का दोषी माना।
साथ ही सभी की भागीदारी से नकल कराए जाने की बात कही। जबकि माशिमं के निर्देशों
में पीएससी के तर्ज पर परीक्षार्थियों की जांच पड़ताल कर परीक्षा कक्ष में प्रवेश
दिया जाना निर्देशित है। इस मामले में एसडीएम ने गम्भीरता दिखाते हुए
केन्द्राध्यक्ष डीके साहू की लापरवाही के साथ 14 अन्य
परीक्षा वीक्षक शंभू सिंह, श्यामकली, शिव कुमार,
मनोज
चंद्रवंशी, जीवन सिंह, लखपत सिंह, अशोक
प्रजापति, सहबिन उड़े, गजेन्द्र गजकर तिवारी, रामभुवन
सिंह नेताम, बिहारी सिंह, लल्ला सिंह, अधारी सिंह
और रूकमणि धुर्वे के नामों को शामिल करते हुए जांच प्रतिवेदन तैयार किया। जिसमें
एसडीएम ने केन्द्राध्यक्ष और परीक्षा वीक्षकों पर साथ ही स्कूल प्रबंधन पर
अनुशासनात्मक कार्रवाई की बात कही। ताकि भविष्य में ऐसे अनैतिक एवं गलत कार्य
स्कूल में न हो सके। एसडीएम ने अनुशंसा पत्र कलेक्टर अनूपपुर को भेज दिया है। उल्लेखनीय
है कि गुरूवार को अंग्रेजी विषयक की परीक्षा थी, जिसमें स्कूल
में कुल 260 परीक्षा दर्ज थे लेकिन परीक्षा के दौरान 249 की
उपस्थिति रही। शेष 11 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। विदित हो कि इससे पूर्व सहायक
आयुक्त आदिवासी विकास विभाग विवेक पांडेय ने जैतहरी विकासखंड के मुंडा गांव में
सामूहिक नकल में पांच विद्यार्थियों को पकड़ा था। जिसमें केन्द्राध्यक्ष व सहायक केन्द्राध्यक्ष
को नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा तथा दो वीक्षकों मीना गुप्ता और कमलेश दास
पनिका पर निलम्बन की कार्रवाई की। वहीं जिले के 59 परीक्षा
केन्द्रों पर परीक्षा का आयोजन हुआ, जिसमें 11107 परीक्षार्थी
दर्ज थे, जिनमें 10614 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए
शेष 493परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।
दो अन्य नकल
प्रकरण
19 मार्च को
आयोजित हुई हाईस्कूल अंग्रेजी की परीक्षा में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में
सहायक आयुक्त ने निरीक्षण के दौरान एक नकलची को पकड़ा, वहीं शासकीय
हाईस्कूल रौसरखाड़ में जिला शिक्षा अधिकारी ने निरीक्षण करते एक नकल प्रकरण बनाया
है।
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