एसईसीएल से
तीन जिलो के लिए 75 लाख रुपए की स्वीकृति, उमरिया को 44 लाख
अतरिक्त
सांसद हिमाद्री सिंह |
अनूपपुर। मुसीबत के इस दौर में भारत सरकार हर मोर्चे पर आगे बढ़कर कार्य कर
रही है सरकार प्रत्येक नागरिक को के जान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है,और
हर कीमत पर इस महामारी से सरकार योजनाबद्ध तरीके से विजय हासिल करने के प्रयास
सरकार के दिशा निर्देशों का हम सभी मिलकर पालन करें और अपने घरों में सुरक्षित रह
कर अपना और दूसरों का भी जीवन सुरक्षित करे। रविवार को शहडोल सांसद हिमाद्री सिंह
ने हलचल अनूपपुर से बातचीत के
दौरान बताया संसदीय क्षेत्र के तीन जिलो अनूपपुर, उमरिया एवं
शहडोल में स्वास्थ सुविधाओं को और मजबूत करने के लिए कोल इंडिया की सहायक कंपनी
एसईसीएल बिलासपुर के सीएमडी और डायरेक्टर बात कर 75 लाख रुपए की स्वीकृति प्रदान
कराई है। प्रत्येक जिलों में 25 - 25 लाख रुपए
दिये जायेगें। इस राशि से संसदीय क्षेत्र के समुदायिक स्वास्थ केंन्द्रो में नये
बिस्तर एवं मरम्मत, आवश्यक कपड़े, मास्क,सेनेटाईजर
एवं आवश्यक दवाईयों के लिये दस लाख रुपए, भोजन व्यवास्था के लिये दस लाख
रुपए एवं पांच लाख रुपए जिलो के बाहर ले जाने के लिए एम्बुलेंस लेने के लिए शीध्र
एसईसीएल से स्वीकृत का अग्रह किया है।
उमरिया जिला
चिकित्सालय को मरम्मत के लिए खनिज मद से 44 लाख 56 हजार 200 रुपए
की स्वीकृति अलग से प्रदान कराई है। इससे कोरोना वायरस के संक्रमण के बचाव के लिए
प्रयास होगा।
सांसद हिमाद्री सिंह ने बताया कि इसके अलावा अपना एक माह का
वेतन एक लाख रुपए प्रधानमंत्री सहायता कोष में देने के लिए पत्र जारी किया जा चुका
है। साथ ही प्रधानमंत्री राहत कोष में सांसद निधि से एक करोड़ रुपए की राशि दी है, इसके
पूर्व शहडोल, उमरिया, अनूपपुर
एवं कटनी जिलो के चिकित्सालय में सुविधाओं के लिए दस दस लाख रुपए प्रदान अतरिक्त
दिये जा चुके है। सांसद ने करोना महामारी से लडऩे के लिए एक करोड़ 41 लाख रुपए की
राशि दी है। सांसद ने
बताया कि लाकडाउन के दौरान संसदीय क्षेत्र के लोग देश अलग-अलग प्रदेशो में है
जिनका फोन निकालने के लिए लगातार आ रहा है। पुष्पराजगढ़ के लोग जम्मू कश्मीर से
फोन में बताया कि खाने को नही है इसलिए यहा से बाहर निकालने में मदद करें, जिसपर
उन्हे कहा कि वही रहे भोजन की व्यवास्था हो जायेगी, इसके बाद
सांसद ने जम्मू जिले के कलेक्टर से सम्पर्क कर उनकी मदद की बात कही जिसपर कलेक्टर
जम्मू ने उन तक राशन पहुंचवाया। इसी तरह छत्तीसगढ़,ओडिसा,तेलंगाना,आंध्रा
प्रदेश, हरियाण जैसे कई प्रदेशो में संसदीय क्षेत्र के लोग काम की तलाश
में गये थे जो अब लाकडाउन में फंस गये है। जिन्हे कहा गया है कि वही रहे भोजन की
व्यवास्था वही कराई जायेगी।
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