अनूपपुर। वैश्विक महामारी कोरोना की चैन तोडऩे के लिए २१ दिन के लिए पूरे
भारत में पूर्णताला बंदी से रोज कमाने वाले मजदूरो के लिए सबसे बड़ा संकट खड़ा हो
गया है। खास कर जो दूसरे प्रदेशो मेे काम बंद होने पर अपने घर बिना साधन के परिवार
सहित वापस आ रहे है। पड़ोसी राज्य
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में फंसे 33 मजदूर भूखे प्यासे पैदल
बिलासपुर से रेल्वे के पटरियो के किनारे-किनारे कटनी जिले के ग्राम जमुनिया थाना
पान उमरिया के कोल जाति के मजदूर रेलवे में मजदूरी करने बिलासपुर गए थे जो काम
धंधा बंद होने से 25 मार्च को बिलासपुर से
रेलवे पटरी के किनारे किनारे पैदल 27 मार्च को जिले की सीमा के ग्राम
कपरिया पुलिस चौकी वेंकट नगर पहुंचे। मजदूरो ने अपनी आपबीती वैकटनगर वासियो व चौकी
प्रभारी वीरेंद्र तिवारी को बताते हुए कह कि 2 दिन से खाना
नहीं मिला जिस पर ग्राम पिपरिया में सभी मजदूरों भोजन की व्यवस्था कराई गई। पुलिस चौकी प्रभारी वीरेंद्र तिवारी ने इसकी
सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुए डॉक्टरी परीक्षण के लिए वेंकटनगर
डॉक्टर को सूचना दी।
जैतहरी नगर
परिषद की अध्यक्ष नवरत्ननी शुक्ला द्वारा चलाए जा रहे अभियान गरीब तथा भटके
मुसाफिरों को भोजन कराना सार्थक साबित हो रहा है।
नगर के आसपास भूखे व गरीब लोगों को भोजन के पैकेट बाटे गए। 27 मार्च
को पैदल रायपुर से शहडोल जा रहे करीब 50 मजदूर को अध्यक्ष के प्रयासों से नगर के युवा विपिन
ताम्रकार, संतोष सिंह, अमित गुप्ता, सहित अन्य
सहयोगियों ने भोजन कराया युवाओं ने सराहनीय कार्य कर अपने आप में एक अनूठी मिसाल
प्रस्तुत की है।
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