तीन परिवार
के 12
सदस्यों के पौराधार पहुंचने पर स्थानीय लोगों ने एसडीएम कोतमा से की थी शिकायत
जांच टीम
भेजकर कॉलरी अस्पताल के लिए किया रवाना
अनूपपुर।
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों में थोड़ी सी चूक नहीं हो इसके लिए अब स्थानीय
नागरिक भी गम्भीर दिखने लगे हैं। जिसमें राजनगर पौराधार गांव में दो परिवार के
सदस्यों का विदेश यात्रा और एक सदस्य के मुम्बई से पौराधार लौटने की सूचना पर
स्थानीय लोगों ने मामले की शिकायत कोतमा एसडीएम अमन मिश्रा को दी, जहां
सूचना के बाद तत्काल कोतमा बीएमओ के साथ स्वास्थ्य टीम को पौराधार रवाना करते हुए
सम्बंधित सदस्यों को एसईसीएल हसदेव की स्वास्थ्य टीम के साथ उपचार के लिए एसईसीएल
क्षेत्रीय अस्पताल आमाखेड़वा छग भेजा है। वहीं स्वास्थ्य टीम आसपास के क्षेत्रों
पर निगरानी बनाए हुई है। एसडीएम कोतमा अमन मिश्रा ने बताया जाता है कि पौराधार
क्षेत्र से चार सदस्य जिसमें दो युवक दुबई और एक व्यक्ति मुम्बई के साथ दो
दम्पत्ति सिडीन से भ्रमण उपरांत ५ मार्च को लौटे थे। इन लोगों के बाहर से आने की
सूचना स्थानीय लोगों द्वारा दी गई। जिसपर तत्काल गम्भीरता से एतिहातन कदम उठते हुए
कोतमा बीएमओ केएल दीवान को मौके पर भेजा गया, वहीं एसईसीएल
हसदेव प्रबंधन से जानकारी ली गई। मौके पर जब कोतमा स्वास्थ्य टीम पहुंची थी,
उस
समय एसईसीएल स्वास्थ्य अमला व रामनगर पुलिस टीम ने भी मौके पर पहुंचकर सभी
परिवारों को प्राथमिक जांच के लिए स्वास्थ्य केन्द्र चलने की अपील की गई। सभी
सदस्यों को कॉलरी की एम्बुलेंस से सटे कॉलरी स्वास्थ्य केन्द्र आमाखेड़वा में
भर्ती कराया गया, जहां जांच कराई जा रही है। एसडीएम कोतमा का कहना है कि वर्तमान
में सभी एयरपोर्ट पर पेसेंजरों की थर्मो स्क्रेनिंग जांच कराई जाती है। जिसमें
किसी पेसेंजर के संदिग्ध के लक्षण पाए जाने पर तत्काल ऑब्जर्वेशन में तत्काल लेते
हुए उन्हें स्वास्थ्य केन्द्र भेजा जाता है। साथ ही शासन जिला प्रशासकों को उसकी
सूची भेजकर निगरानी के लिए कहती है। लेकिन यहां आए पेसेंजरों में स्थानीय लोगों ने
बाहर से आने व ऐसे स्थान से जहां कोरोना का प्रभाव अधिक माना जा रहा है संदेह के
आधार पर जांच कराने के लिए शिकायत की। वहीं ऑस्ट्रेलिया भ्रमण से लौटे डूमरकछार के
2 नागरिको
को कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर द्वारा होम आइसोलेशन में रखकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा
गठित कोरोना रैपिड रेस्पॉन्स टीम को प्रोटोकाल के आधार पर अगले 14 दिन
तक निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। प्रारम्भिक जांच में किसी भी प्रकार की समस्या
न पाए जाने पर प्रोटोकाल के आधार पर होम आइसोलेशन के लिए निर्देशित किया गया है।
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