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मंगलवार, 17 मार्च 2020

जनसुनवाई पर कोरोना का भय,आवक जावक में जमा होंगे आवेदकों की शिकायती पत्र

आवेदको से सीधे सुनवाई नही करेगें अधिकारी 
अनूपपुर विश्व में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे तथा आम नागरिकों की सुरक्षा के मद्देनजर अब जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक मंगलवार को आयोजित होने वाली साप्ताहिक जनसुनवाई को आगामी आदेश तक के लिए टाल दिया गया है। जिसमें जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस से आमजनों व पदाधिकारियों को सुरक्षित रखते हुए आवेदकों से कलेक्टै्रट कार्यालय के आवक-जावक शाखा में अपने आवेदन को जमा करने की अपील की है। साथ ही विभागाधिकारियों को आवक जावक में प्राप्त आवेदनों को तत्काल गम्भीरता के साथ निराकृत करते हुए सम्बंधित जानकारी को समय सीमा के भीतर आवेदकों को प्रेषित करने निर्देशित किया है। इस आदेश के बाद अब आवेदक सीधे तौर पर अपनी समस्याओं को लेकर जिला प्रशासन और विभागीय अधिकारियों से रूबरू नहीं हो सकेंगे। साथ ही आवेदको को अब दोपहर 1 बजे तक अपनी समस्या को बताने कतारबद्ध खड़ा नहीं होना पडेगा। मंगलवार 17 मार्च को आयोजित हुई साप्ताहिक जनसुनवाई में कोरोना के संशय का असर दिखा, जहां आधा सैकड़ा से अधिक की तादाद में आने वाले आवेदकों में मात्र 31 आवेदक कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे थे। इस दौरान आवेदकों के कार्यालय पहुंचने पर कर्मचारी द्वारा सिनेटाइजर से हाथ धुलाई कराते हुए सावधानी बरतने की सलाह दी गई, इसके बाद ही आवेदकों को जनसुनवाई कक्ष के अंदर जाने दिया गया। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने बताया कि भले ही जिले में कोरोना वायरस जैसे मामले नहीं है, लेकिन प्राथमिक सुरक्षा के मद्देनजर इसे प्राथमिकता के साथ शासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी निर्देशों में पालन करना अनिवार्य है। जैसे ही आगामी आदेश पुन: शासन की ओर से जारी किया जाएगा, आवेदकों से अधिकारी पूर्ववत की भांति उनकी समस्याओं को सुनेंगे।
पुत्र के इलाज के लिए पिता ने प्रशासन से मांगी मदद
साप्ताहिक जनसुनवाई के दौरान बरगवां पंचायत वार्ड क्रमांक 17 निवासी युसूफ खान ने अपने पुत्र अमीन खान के इलाज के लिए 5 हजार रूपए मदद की अपील जिला प्रशासन से की। पिता ने बताया कि उसका पुत्र मानसिक रोग से पीडि़त है जिसका उपचार इंदौर में पिछले कई वर्शो से कराया जा रहा है। डॉक्टर ने इंजेक्शन व दवाईयां लिखा है, जो यहां नहीं मिल रहा है। दवाई खरीदी और आवाजाही के लिए पैसे नहीं है। पैसे की व्यवस्था के उपरांत ही वह इंदौर जा सकेगा।
पति की मौत के चार साल बाद भी नहीं मिली नौकरी और फंड

जैतहरी जनपद पंचायत ग्राम गोधन निवासी यशोदा भैना पति स्व. मोतीलाल भैना ने अपने पति की मौत के चार साल बाद भी विभाग द्वारा अनुकम्पा नियुक्ति सहित फंड की राशियां देने की शिकायत की है। महिला ने बताया कि उसके पति स्व. मोतीलाल भैना शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय सेमरवार में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत थे, जहां उनकी मृत्यु 20 जून 2016 को हो गई थी। उनकी मौत के बाद आजतक पेंशन सहित अन्य फंड की राशि विभाग द्वारा नही भुगतान कराई गई है और ना ही अनुकम्पा नियुक्ति दिलाया गया है। पैसे के अभाव में बच्चों की शिक्षा व भरण पोषण में दिक्कत आ रही है।

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