पुत्र और
करीबियो के मोबाईल भी बंद,कहीं सत्ता परिवर्तन की आहट तो नही
अनूपपुर। पिछले दिनों से प्रदेश में भी
कर्नाटक के सियासी ड्रामे की तरह ही हालात बनते दिख रहे हैं। कांग्रेस का दावा है
कि मंगलवार देर रात से उसके 6 विधायकों सहित बसपा के 2 और एक निर्दलीय विधायक को
बीजेपी ने कहीं बंधक बनाकर रखा है। कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी उन्हें पहले
गुरुग्राम के आईटीसी मराठा होटल लेकर गई। लेकिन जब मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन
सिंह को उनसे मिलने भेजा गया, तो उससे पहले ही सभी विधायकों को किसी
अज्ञात स्थान पर भेज दिया। सिर्फ बसपा विधायक रामबाई से मुलाकात होने बात आई है।
इस सब में
सबसे बड़ी बात यह है कि प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेसी विधायक,पूर्व मंत्री
एवं प्रदेश उपाध्यक्ष बिसाहू लाल सिंह के साथ अन्य कई विधायको को एक साथ दिल्ली
में भाजपा द्वारा अपने पक्ष में किये जाने की खबर और प्रदेश कांग्रेस सरकार संकट
में होने से प्रदेश की राजनीति में बड़ा भूचाल आ गया। इस बात की अशंका छ: माह
पूर्व में भी जताई गई थी किन्तु मामला शांत हो गया। वहीं इस पूरे मामले में पूर्व
मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका है अपने पुत्र मोह के कारण आत यह
स्थिति बनी है। जिन्होने अपने बेटे और भांजे को मंत्री पद दिलाने के लिए वरिष्ठ
नेताओ को दर किनार किया। इसमें पूर्व मंत्री बिसाहूलाल सिंह भी शामिल है। आज अपने
बेटे को पांच साल मंत्री पद बना रहे इसके लिए सरकार काम-काज पर पूरा दखल दे रहे है
और सरकार बचने के लिए भी जी तोड़ मेहनत कर रहे है। फिलहाल दिग्विजय सिंह होटल के
बाहर हैं लेकिन पुलिस उन्हें अंदर नहीं जाने दे रही है।
इस सम्बध में
अनूपपुर कांग्रेस जिला अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल से जानकारी चाही तो उन्होने बताया
कि उनसे (विधायक) मेरी बात चार दिनो से नही हुई है। सोशल मिडिया में चल रही बातो
पर अनभिज्ञता जताते हुए इसे साजिश बताया है। बिसाहूलाल सिंह के अंगरक्षक से फोन पर
चर्चा पर दिल्ली में होने की पुष्टि हुई है। परिवार जनो के नंबर बंद है। सूत्रो की
माने तो जिला कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष सिध्र्दाथ शिव सिंह भी विधायक
बिसाहूलाल सिंह के साथ है,जिनका मोबाईल बंद आ रहा है। अनूपपुर
विधानसभा व जिले के लोग मिडिया की ओर नजर गड़ाये है।
ज्ञात हो कि
दिग्विजय सिंह के बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी के शिवराज सिंह चौहान नरोत्तम
मिश्रा और अन्य कई नेता सरकार गिराने की साजिश रचने व विधायकों को भाजपा चार्टर्ड
प्लेन से दिल्ली ले जा रही है, जबकि बीजेपी ने साफ शब्दों में कहा था
कि उसका इससे कोई लेना देना नहीं है और उन्होंने इसे कांग्रेस की आंतरिक कलह करार
दिया था। मंत्री जीतू पटवारी ने पूरे घटनाक्रम के लिए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज
सिंह को मास्टर माइंड बताते हुए दावा किया है, कि उनके
विधायकों को 50-60 करोड़ तक ऑफर किए जा रहे हैं। हालांकि उन्होंने कहा,कि
कांग्रेस सरकार को कोई खतरा नहीं है।
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