आमसभा कर
मुख्यमंत्री पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप, रैली
निकाल पहुंचे कलेक्ट्रेट
अनूपपुर। संविदा
शिक्षक के नियमितीकरण के बाद अतिथि शिक्षको ने भी शिक्षा विभाग में नियमितीकरण की
मांग लेकर बुधवार 7
फरवरी को संयुक्त अतिथि शिक्षक संघर्ष समिति के बैनर तले सैकड़ों सदस्यों ने आमसभा
आयोजित कर रैली निकाल एस.डी.एम.को ज्ञापन सौंपा। जिसमें सरकार के खिलाफ वादा खिलाफ
की बात कहते हुए अतिथि शिक्षक कब तक अतिथि के रूप में कार्य करते रहने की बात कही
है। अतिथि शिक्षकों का कहना है कि जिले के भ्रमण के दौरान पूर्व में जनदर्शन
कार्यक्रम,विधानसभा
चुनाव 2013 के दौरान अतिथि शिक्षकों के विरोध पर सात्वंना देते हुये रायसेन जिले
में आदि में अतिथि शिक्षकों को संविदा शिक्षक बनाए जाने की घोषणा की थी। बावजूद
सरकार द्वारा अब तक इस पर कोई अमल नहीं किया गया। जबकि प्रदेश स्तर पर आधे से अधिक
नियमित शिक्षकों की कमी में 1 लाख
27 हजार अतिथि
शिक्षकों द्वारा विद्यालयों का शैक्षणिक सत्र चलाया जा रहा है। इसमें खुद शासन ने
अतिथि शिक्षकों के कार्यकुशला पर बार बार नियमितीकरण की ओर इशारा किया था। लेकिन
शासन की अनदेखी में अब अतिथि शिक्षकों में निराश है। शासन द्वारा दिये जाने वाला
मानदेय भी मनरेगा मजदूरी से कम है। वहीं रैली से पूर्व संयुक्त अतिथि शिक्षकों ने
इंदिरा तिराहा पर दोपहर 1 बजे से आमसभा आयोजित कर सरकार की नीतियों तथा अतिथि
शिक्षकों की अनदेखी पर निशाना साधते हुए अपनी मांगों में आगे भी आंदोलन जारी रखने
की चेतावनी दी है। इसके पूर्व आन्दोलन को युवक काग्रेंस लोकसभा के महासचिव मंयक
त्रिपाठी ने स्थल पहुंच कर अतिथि शिक्षकों की मांगो के समर्थन की बात कहीं। दोपहर 2.30 बजे अतिथि शिक्षकों
रैली निकालते हुए कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचा,जहां
मुख्यमंत्री के नाम एस.डी. एम.को ज्ञापन सौंपा। इस आन्दोलन में महिला अतिथि
शिक्षकों ने अपनी मांगो की आवाज बुलंद की।
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