कोतमा । डॉक्टरो की भारी
कमी एवं अव्यवस्थाओ से जूझ रहे कोतमा शासकीय अस्पताल की सफाई व्यवस्था भी पूरी तरह
से चौपट है, अस्पताल
से निकलने वाले बायोमेडिकल वेस्ट को परिसर के अंदर ही फेका जा रहा है, जिससे संक्रमण का
खतरा बना हुआ है। जानकारी के अनुसार अस्पताल मे आधा दर्जन के लगभग सफाई कर्मचारी
तैनात होने के बाद भी सफाई व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल है। जहा परिसर के अंदर चारो
ओर गदंगी का अंबार बना रहता है। मुख्य गेट के सामने ही चारो ओर गाजर घास सहित कचडे
का ढेर लगा हुआ है, लेकिन
अस्पताल प्रबंधन इस ओर किसी तरह का ध्यान नही दे रहा है।
परिसर में
चारो ओर फैली गदंगी
अस्पताल
परिसर में फैली गदंगी के कारण जहां मरीजो सहित परिजनो को परेशानियो का सामना करना
पड़ता है, वहीं
प्रबंधन द्वारा अस्पताल तथा परिसर में नियमित साफ-सफाई पर किसी तरह का ध्यान नही
दिया जा रहा है। एक तरफ परिसर में फैली संक्रमित कचरे को प्रबंधन द्वारा खुले में
फेंका जा रहा है। जिसके कारण आसपास के लोगो पर भी संक्रमण का खतरा बना हुआ है।
नपा के भरोस
कचडा उठाव
अस्पताल व
परिसर की साफ-सफाई पर जहां संक्रमित कचरे को भी नगर पालिका द्वाा उठाकर नगर से 100
मीटर दूर केरहा नाला के पास खुले में फेंक रहे है। जिससे वार्डो मे संक्रमण का
खतरा बनने के साथ केरहा नाले का पानी भी प्रदूषित हो गया है। वहंी दूसरी ओर
अस्पताल परिसर के बाहर जगह जगह गाजर घांस उगे हुए हैं जिसकी सफाई के लिए ठेकेदार
द्वारा कोई कारगार कदम नहीं उठाया जा रहा है।
इनका कहना है
मेडिकल वेस्ट
के लिए वाहन नही है, जिसके
लिए पत्राचार किया जा रहा है, नियमित सफाई कराई जा
रही है।
के. एल. दीवान, प्रभारी बीएमओ कोतमा
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