विभाग चुका रहा किराया,2015-16 में वेयरहाउस अनूपपुर ने कराया था भंडारित
अनूपपुर। सजहा वेयरहाउस में अमानक खाद्यान्न को लेकर भंडारण और विभागीय अधिकारियों की लापरवाही कम होने का नाम नहीं ले रही है। अभी 20 हजार क्विंटल गेहूं के खराब होने का जांच का मामला चल ही रहा था कि इसी वेयरहाउस से वर्ष 2016-17 के दौरान 23 हजार क्विंटल चावल चोरी होने के भी मामले सामने आ गए। जिसपर पूर्व से एससीएससी प्रबंध संचालक भोपाल द्वारा आरएम सतना को भेजे जा रहे कार्रवाई पत्रक में जून माह में आरएम सतना प्रबंधक ने अनूपपुर में कार्रवाई के लिए आवेदन पत्र दिया है। लेकिन अब इसी वेयरहाउस में वर्ष 2015-16 से 87 टन चावल लगभग 870 क्विंटल(1746 बोरी) चावल सड़े हालत में भंडारित है। यहां भंडारित खराब चावल की वर्तमान कीमत के अनुसार 30 लाख 55 हजार 500 रूपए अनुमानित बताई जा रही हैं। सजहा वेयरहाउस के ब्लॉक एक में सड़े चावल पर अबतक किसी विभागीय अधिकारी का ध्यान नहीं गया है। जबकि वेयरहाउस प्रबंधक सजहा द्वारा सड़े चावल के निराकरण के लिए कई बार पत्र वेयरहाउस प्रबंधक अनूपपुर शाखा और नागरिक आपूर्ति विभाग को किया जा चुका है। बावजूद न तो वेयरहाउस शाखा प्रबंधक अनूपपुर और ना ही नागरिक आपूर्ति विभाग अनूपपुर ने निराकरण की कोई कार्रवाई की। बताया जाता है कि वेयरहाउस में भंडारित इस चावल का किराया विभाग अब भी चुका रहा है।
सूत्रों की माने तो एमपीडब्ल्यूएलसी (वेयरहाउस शाखा अनूपपुर) द्वारा चावल की बोरियों को यहां भंडारण कराया गया था। खराब होने पर प्रबंधन द्वारा निराकरण किए जाने की मांग पर वेयरहाउस शाखा द्वारा यहां बोरियां रखी हुई तो क्या आपत्ति की बात कही जाती रही। जबकि नियमानुसार ऐसे खराब चावल का शराब दुकान या अन्य के लिए विकवाली कर राशियों का समावेश राजस्व में किया जाना होता है। लेकिन आश्चर्य पांच साल से गोदाम में 870 क्विंटल चावल भंडारित पड़ा है।
कभी नही हुआ वेयरहाउस का निरीक्षण
सजहा वेयरहाउस में भंडारित खराब 870 क्विंटल चावल कहां से आया और किस मिलर ने दिया इसकी जानकारी विभाग के पास नहीं है। वहीं नागरिक आपूर्ति विभाग, जिला खाद्य आपूर्ति विभाग, वेयरहाउस शाखा अनूपपुर, क्षेत्रीय प्रबंधक सतना, सहित जिला प्रशासन ने भी कभी वेयरहाउस का निरीक्षण कर इसके मिलान की जरूरत नहीं समझी। जबकि नियमानुसार नागरिक आपूर्ति विभाग के साथ साथ जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक विभाग को प्रत्येक माह वेयरहाउस की वास्तविक स्थिति से अवगत होना अनिवार्य है।
जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी विपिन पटेल ने बताया इसकी जिम्मेदारी नागरिक आपूर्ति विभाग प्रबंधक की है। चावल कहां से आया कितना है वहीं जानकारी बता पाएंगे। मेरे विभाग का कार्य राशन की दुकानों तक खराब खाद्यान्न नहीं पहुंचे इसकी निगरानी करना है।
प्रबंधक नागरिक आपूर्ति विभाग एसके द्विवेदी ने कहा इस सम्बंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है। हमने भोपाल पत्र लिखकर मामले की जांच कराने की अपील की है।
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