अनूपपुर। 19 नवम्बर 1990 के बाद अनूपपुर नगर में एक बार
फिर अतिसंवेदशील के रूप में नजर आया, जहां पुलिस
के आला और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों की सुस्ती ने दो समुदायों के बीच भय की
दीवार खड़ी कर दी। हालात यह बने कि २६ अगस्त की देर रात एक पक्ष द्वारा युवक के
साथ की गई मारपीट के विरोध में दूसरे पक्ष ने थाना परिसर का घेराव कर दिया,
और
कार्रवाई की मांग करते हुए देर रात तक बबाल किया। हालांकि पुलिस ने तत्पर्यरता से
तीन आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करते हुए माहौल को शांत करने का प्रयास किया,
लेकिन
युवाओं व नगरवासियों द्वारा सभी दोषी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे।
पुलिस ने दोनो पक्षों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है, मारपीट
करने वालो के 12 अन्य पर मामला दर्ज करते हुए 9 लोगो
को गिरफ्तार लिया गया है, शेष 3 को शीघ्र
गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
शहर का माहौल
बदलता देखकर 7 बजे से आरम्भ घटनाक्रम में रात 11.15 बजे
पुलिस अधीक्षक अनूपपुर कोतवाली थाना पहुंचे जहां 12 दोषियों के
खिलाफ मामला दर्ज कराते हुए मामाले को शांत कराया। लेकिन 27
अगस्त की सुबह शहर का माहौल फिर बदला और स्थानीय हिन्दू संगठनों के आह्वान पर
स्थानीय नगर के व्यापारियों ने बाजार बंद रखकर विरोध जताया। इसके बाद नगर के बाजार
सहित व्यापारिक प्रतिष्ठान दिनभर बंद रहे। वहीं घटना से आक्रोश संगठन के कुछ
युवाओं ने नगर के कुछ दुकानों में तोडफ़ोड़ की। जिसपर पुलिस को लाठी भांजनी पड़ी।
इसके बाद नगर का माहौल और खराब हो गया। घटना की सूचना प्रशासनिक अधिकारियों सहित
प्रदेश खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह तक पहुंची। जिसके बाद तत्काल जिले के सभी
थानों से सुरक्षा बल सहित सभी अनुविभाग के एसडीएम अनूपपुर पहुंचे, जहां
वाहन काफिले के साथ नगर का भ्रमण किया और भीड़ को तितर बितर किया। वहीं प्रदेश
खाद्य आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने एडीजी शहडोल को जांच की जिम्मेदारी सौंपते
हुए तीन दिनों में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए।
क्या है
मामला:
बताया जाता
है कि 26 अगस्त को युवक पुष्पक गुप्ता ने फेसबुक पर मुस्लिम धर्म के
सम्बंध में एक पोस्ट शेयर किया था। जिससे समुदाय के कुछ नाराज युवाओं ने युवक को
उसके घर से पकड़कर पीटते हुए 300 मीटर दूर थाना परिसर पहुंचे थे।
इस पिटाई में युवक को गम्भीर चोंटे आई, जिससे उसकी
तबियत बिगड़ गई और पुलिस ने युवक को तत्काल उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में
भर्ती कराया था। इस घटना की सूचना पर दूसरे पक्ष के युवाओं ने नाराजगी जताते हुए
कोतवाली थाना परिसर का घेराव किया। यहीं नहीं युवाओं की भीड़ बाजार में बबाल करने
भी पहुंची, जहां पुलिस ने बल का प्रयोग करते हुए भीड़ को हटाया। लेकिन
यहां से भीड़ हटकर थाना परिसर पहुंच गई।
तीन दिन में
एडीजी जांच कर सौंपेगे रिर्पोट
युवक के साथ
हुई मारपीट मामले से सैकड़ो आक्रोशित युवा दोपहर विरोध प्रदर्शन करते नवीन
र्सिर्कट हाउस पहुंचे। जहां आगामी दिनों जिले में प्रदेश मुख्यमंत्री के आगमन की
हो रही तैयारियों में आयोजित बैठक के दौरान परिसर में पुलिस प्रशासन के खिलाफ
नारेबाजी आरम्भ कर दी। जिसके बाद प्रदेश खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मंत्री
बिसाहूलाल सिंह बैठक से उठकर बाहर आए। युवाओं की मांग पर शहडोल एडीजी को जांच की
जिम्मेदारी सौंपते हुए तीन दिनों में जांच रिपोर्ट मांगी। युवाओं को आश्वास्त किया
कि दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस
अधिक्षक एमएल सोलंकी ने बताया कि सोशल मिडिया में कुछ आपत्तिजनक पोस्ट के बाद एक
वर्ग के लोगो ने पुष्पक गुप्ता से मारपीट कर थाने में लाकर शिकायत दर्ज कराई। दोनो
पक्षों की तरफ से मामला दर्ज कर लिया गया है। 9 की
गिरफ्तारी हो गई 3 अन्य को शीघ्र गिरफ्तार कर लिया
जायेगा।
कांग्रेस ने
अल्पसंख्यक प्रकोष्ट के जिलाध्यक्ष को हटाया
इस घटना में
कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के जिलाध्यक्ष नजीर अहमद का नाम आने के बाद कांग्रेस
अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष मुजीब कुरैसी ने नियुक्ति रद्द कर दी है।
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