अनूपपुर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनूपपुर ने राष्ट्रीय वृद्घजन दिवस के अवसर पर वृद्घजनों अपने बच्चों, परिजनों से बात होने का दर्द समझा शुक्रवार को जिला जेल में बंद वृद्घ माता-पिता एवं परिजनों से मोबाईल के माध्याम से बात कराई गई।
जिला विधिक
सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष एवं जिला न्यायाधीष कृष्णकांत शर्मा के निर्देशन में
राष्ट्रीय वृद्घजन दिवस के अवसर पर जिले के वृद्घजनों को जेल में बंद उनके परिजनों
से बात कराने का सार्थक पहल की। जिला जेल में बंद वृद्घ माता-पिता एवं परिजनों से
सम्पर्क नही होता था उन्हे विडियो काल व अन्य संचार माध्यम से बात करा बात कराई गई। अपने बच्चों, परिजनों
से बात कर वृद्घजनों का मन प्रफुल्लित हो गया। कुछ वृद्घों से जब जिला प्राधिकरण
के द्वारा प्रतिक्रिया ली तो उन्होने बताया कि उम्र अधिक होने तथा कोरोना महामारी
के कारण अपने बच्चों से मिलने जेल नहीं जा पा रहे हैं और न ही उनकी कोई खबर मिल
रही थी। आज बात करके उन्हें बच्चों का हालचाल मिल गया, जिससे
वे खुश हैं। कुछ बंदियों ने माता-पिता से बात करके बताया कि उनको परिवार की,
खेती-बाड़ी
की एवं प्रकरण में जमानत संबंधी जानकारी नहीं मिल रही थी। जिससे वे काफी चिंतित
थे। जिला प्राधिकरण विधिक सहायता उपलब्ध कराने के साथ-साथ, अन्य
कार्यकमों के आयोजन से सहायता की जा रही है।
पटौरा टोला
के वृद्घ बाबूलाल ने पुत्र आकाश से, कोलारी टोला
के कमला प्रसाद कोल ने पुत्र राजे कोल से, अमगंवा के
बजरूसिंह ने पुत्र नंद किशोर से बात कर प्रशंता जाहिर की। बंदियों को उनकी पत्नी,
बच्चों
के बारे में जानकारी दी। बातचीत के दौरान कई बार भावुक होकर वृद्घजन रोने लग गये।
इसी प्रकार वटुरा के वृद्घ राजू वासदेव ने पुत्र अरूण से बात कर बताया कि कोरोना
के कारण वह लंबे समय से पुत्र से नहीं मिल पाया था, आज बात करने
के बाद उसे अच्छा लग रहा है। अलग-अलग गांव के वृद्घजनों ने जेल में निरूद्घ अपने
परिजनों से बातकर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को साधूवाद कहा।
हिन्दुस्थान
समाचार / राजेश शुक्ला
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