अनूपपुर। कोरोना संक्रमण से जूझ रहे मरीजों के साथ सामान्य बीमारियों व प्रसव
पीडि़त माताओं के लिए राजेन्द्रग्राम मुख्यालय की सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र
असुरक्षित बन गया है। जहां मरीजों के साथ चिकित्सालय परिसर के अंदर मवेशी और
श्वानों ने अपना डेरा बना लिया है। यह स्थिति तो रात के समय और खतरनाक बन जाती है
जब गाय या अन्य मवेशी मरीजों के वार्ड तक पहुंच जाते हैं और श्वान प्रसव वार्ड तक।
ऐसे में परिजनों की थोड़ी से चूक में श्वान नवजातों या इलाजरत माताओं को नुकसान
पहुंचा सकता है। बावजूद स्वास्थ्य केन्द्र इस खतरे से अंजान बने हुए हैं।

रात के समय
लापरवाह हुए सुरक्षाकर्मी और स्टाफ
तस्वीरों को
देखा जाए तो यह डरवाना मंजर प्रतीत होता, जहां मवेशी
इलाजरत मरीज पर हमला कर उसे घायल या मौत के नींद सुला सकता है। वहीं आवारा श्वान
मरीजों के साथ प्रसव वार्ड के प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश कर नवजातों व माताओं
को नुकसान पहुंचा सकता है। लेकिन आश्चर्य यहां सुरक्षा में तैनात कर्मचारी के बाद
मवेशी केन्द्र के अंदर आसानी से घुस रहे है। वहीं ड्यूटी पर कार्यरत स्टाफ नर्स या
चिकित्सक की भी लापरवाही मानी जा सकती है। बताया जाता है कि यहां मरीजों के लिए
उपलब्ध सुविधाएं भी भगवान भरोसे है। भर्ती मरीजों को समय पर इलाज, भोजन
की गुणवत्ता और असामाजिक तत्वों का प्रवेश रात के समय बना रहता है। चिकित्सकों व
स्टाफो की मनमानी ड्यूटी के कारण मरीजों को इलाज के लिए तरसना पड़ता है।
बीएमओ
पुष्पराजगढ़ डॉ.एसके सिंह कहना है कि अगर ऐसी लापरवाही बरती गई है तो सीसीटीवी
फुटेज खंगाल कर डयूटी में तैनात कर्मचारियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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