परिजनों ने
एसईसीएल प्रबंधन पर लगाया लापरवाही आरोप
अनूपपुर। एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र में जमुना वर्कशॉप में 5
अगस्त को करंट से मौत का एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें बिजली
सुधार करने खम्भे पर चढ़कर कार्य कर रहे इलेक्ट्रीशियन 55
वर्षीय रजनीश सिंह पिता डीएन सिंह निवासी जमुना कॉलरी की करंट की चपेट में आकर मौत
हो गई। लोगों ने इलाज के लिए एसईसीएल के रीजनल हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां
डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मप्र खाद्य आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने घटना
को लेकर दुख प्रकट किया है तथा पीडि़त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
तत्काल अनूपपुर पुलिस अधीक्षक और जमुना कोतमा क्षेत्र महाप्रबंधक से बात करते हुए
पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने तथा दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
बताया जाता
है कि जमुना वर्कशॉप में इलेक्ट्रीशियन के पद पर पदस्थ रजनीश सिंह सुबह 11 बजे
जमुना कॉलोनी में ही पोल में चढ़कर लाइट का सुधार का काम कर रहे थे, इसी
दौरान अचानक खम्भे में करंट आ गया और करंट लगने से रजनीश सिंह ऊपर पोल से नीचे
जमीन पर आ गिरे। तत्काल आसपास के लोगों ने इलाज के लिए एसईसीएल के रीजनल हॉस्पिटल
में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
घटना पर
परिजनों व स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है। परिजनों ने आरोप लगाते हुए इसे
घटना नहीं बल्कि प्रबंधन की बहुत बड़ी लापरवाही बताया है। जब रजनीश सिंह खम्भे पर
चढ़कर काम कर रहे थे, उसी दौरान किसके कहने पर लाइट के लिए
करंट चार्ज किया। साथ ही कार्य के लिए प्रबंधन द्वारा पर्याप्त सुरक्षा उपकरण नहीं
दिए जाने की बात कही। रजनीश सिंह की मौत की खबर पाकर उनके परिजन उनके रिश्तेदार
साथी कॉलरी कर्मचारी बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंचे। वहीं परिजनों द्वारा पुलिस
में भी जानकारी दी गई थी, जिस पर बड़ी संख्या में भालूमाड़ॉ पुलिस
भी अस्पताल परिसर पहुंची। परिजनों ने इस लापरवाही पर मामला दर्ज करने एवं लापरवाह
विभागीय अधिकारियों पर कार्रवाई करने की बात कही है। हालांकि दोपहर तक प्रबंधन की
ओर से कोई बड़ा अधिकारी उपस्थित नहीं हुआ।
मंत्री
बिसाहूलाल सिंह ने दोषियों के खिलाफ दिए
जांच और कार्रवाई के आदेश
लाइनमैन
रजनीश सिंह की करंट लगने से मौत के बाद मप्र खाद्य आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह
ने संज्ञान लेते हुए तत्काल अनूपपुर पुलिस अधीक्षक और जमुना कोतमा क्षेत्र
महाप्रबंधक से बात करते हुए पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने तथा दोषियों के
खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए
हैं। मंत्री ने घटना को लेकर दुख प्रकट किया है तथा पीडि़त परिवार के प्रति
संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इस मामले में जो जानकारी सामने आ रही है
उसके मुताबिक लाइनमैन राजनीश सिंह सुधार कार्य के लिए खम्भे पर चढऩे गए, उनके
साथी लाइन काटने की जो जानकारी दी थी वह गलत साबित हुई है। सुरक्षा के भी जैसे
सेफ्टी बेल्ट, हेलमेट, दस्ताना तथा अन्य उपकरण नहीं थे। यह भी
दुर्घटना का कारण बनता है। मंत्री ने पीडि़त परिवार के एक सदस्य को नौकरी तथा
समस्त एसईसीएल द्वारा प्रदान की जाने वाली क्षतिपूर्ति धनराशि तत्काल प्रदान करने
के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा इस पूरे मामले में जिसकी भी लापरवाही सामने आएगी,
उनको
बख्शा नहीं जाएगा। पूरी घटना की जांच एसईसीएल के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा विभागीय
जांच अलग से होगी और वही पुलिस विभाग के द्वारा पूरी घटना की जांच और कार्रवाई किए
जाने के निर्देश स्पष्ट रूप से मंत्री द्वारा दिए गए है।
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