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आध्यात्मिक सेवा फाउन्डेशन के आह्वान पर वृहद् कार्यक्रम संपन्न
अनूपपुर। हिन्दू आध्यात्मिक सेवा फाउंडेशन के आह्वान पर रविवार को पर्यावरण
संरक्षण के लिये हजारों परिवारों ने अपने - अपने घरों में वृक्ष पूजन कर प्रकृति
का वंदन किया। प्रात: दस बजे से ग्यारह बजे तक तय कार्यक्रम के अनुसार लोगों ने
वृक्ष का पूजन किया।
जिले में
सांसद हिमाद्री नरेन्द्र मरावी, प्रदेश उपाध्यक्ष रामलाल रौतेल,
पूर्व
विधायक सुदामा सिंह, दिलीप जायसवाल, मनोज
द्विवेदी, राजेन्द्र तिवारी, देवेन्द्र
तिवारी, विवेक बियाणी, चंद्रिका द्विवेदी के साथ हजारों
लोगों ने प्रकृति का वंदन कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को
दोहराया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक डा.मोहन भागवत का
आनलाईन संबोधन को भी सुना।
जिसमें
उन्होनें कहा भारतीय सनातन संस्कृति में प्रकृति पूजन के द्वारा पर्यावरण संरक्षण
की हजारों साल पुरानी परंपरा है। इसमें पौधे, वृक्ष,
नदी,
जल,अग्नि,मृदा,
आकाश,
वायु,
सूर्य,
चन्द्र,पर्वत,
जीव
- जन्तुओं में ईश्वर का वास मानकर पूजा की जाती है। यह प्रकृति से मानव जीवन को
सीधा जोडऩे एक - दूसरे को संरक्षित रखने की निरापद विधा है। यह सनातन धर्म ही है
जो सर्वधर्म समभाव की भावना का समर्थक है। सनातन
धर्मावलंबी जीवन के प्रत्येक संस्कार को प्रकृति से जोड़ कर हमेशा से उसका पालन
करता रहा है।
जीव एवं
पर्यावरण संरक्षण को संस्कृति से जोडऩे वाले बहुत से आयोजन विभिन्न हिन्दूवादी
सामाजिक संगठन करते रहे हैं। हिंदू
आध्यात्मिक और सेवा फाउंडेशन (एचएसएसएफ) और पर्यावरण संरक्षण गतिविधि संस्था
द्वारा 30 अगस्त को लोगों द्वारा अपने -अपने
घर में सपरिवार वृक्ष या गमले के पौधे की पूजा करने का आव्हान किया गया था।
प्रकृति संरक्षण के इस महाआयोजन को लेकर व्यापक उत्साह देखा गया।
हिन्दुस्थान
समाचार / राजेश शुक्ला
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