अनूपपुर। जैतहरी जनपद पंचायत के सेमरवार ग्राम पंचायत में हसिया नाला पर मनरेगा के
तहत ग्राम पंचायत द्वारा बनाया गया 15 लाख की
स्टॉप डैम 12 अगस्त की रात पानी के साथ बह गया। इस तेज बहाव में स्टॉप डैम
के उपर बना रपटा भी टूटकर बह गया। इससे लगभग आधा दर्जन गांवों सेमरवार, अंजनी,
झाईंताल,
बहियार,
ठेंही
सहित अन्य गांवों की आवाजाही बंद हो गई है। ग्रामीण अन्य वैकल्पिक मार्गों के
माध्यम से आसपास के गांवों तक पहुंच रहे हैं।
किसानों का
कहना है कि नाले में बने स्टॉप डैम से बारिश के पानी का जमाव हुआ था, जिससें
आगामी गर्मी के दिनों में खेतों की सिंचाई व मवेशियों को पानी पिलाने की सुविधा
मिलती। लेकिन अब यह स्टॉप डैम के टूटने के ग्रामीणों के लिए मुसीबत बन गया है।
बताया जाता है कि स्टॉप डैम का निर्माण ग्राम पंचायत द्वारा वर्ष 2020 में
कराया गया था। यह स्टॉप डैम सेमरवार-गोरसी गांव को जोड़ता है। चार माह पूर्व 30 मीटर
लम्बा स्टॉप डैम 15 लाख की लागत का बनकर तैयार हुआ,
अचानक
12 अगस्त की रात दरारों में तब्दील होकर पानी के तेज बहाव में बह
गया। हालांकि स्टॉप डैम के कुछ हिस्से अब भी खड़े हैं, लेकिन
अन्य दीवारें टूटकर पानी जमीन पर जमींदोज हो गई है।
ग्रामीणों का
आरोप है कि भले ही स्टॉप डैम का निर्माण ग्राम पंचायत कराई है लेकिन इनमें
जलसंसाधन विभाग अधिकारियों की लापरवाही का यह नतीजा है। आखिर 15 लाख
की बनी स्टॉप डैम के निर्माण में इंजीनियरों ने किस प्रकार से निर्माण कराया कि
निर्माण के मात्र चार माह बाद पहली बारिश में स्टॉप डैम बह गया। फिलहाल रपटा के बह
जाने के कारण ग्रामीणों को आवाजाही करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं दर्जनों गांवों की आवाजाही एक दिशा से दूसरी दिशा पूरी तरह बंद हो गई है।
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