क्रेंद्रीय विद्यालय के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण क्रेंद्रीय शिक्षा मंत्री एवं शिक्षा राज्य मंत्री ने किया
अनूपपुर/अमरकंटक। शिक्षा किसी भी परिवार समाज एवं राष्ट्र की रीढ़ होती है यदि यह मजबूत
नहीं होगी तो परिवार समाज एवं राष्ट्र का विकास नहीं हो पाएगा। हमारी परंपरा 'वसुधैव
कुटुंबकम'की है, 'सर्वे भवंतु सुखिन:, सर्वे
भवंतु निरामया:'की है। हमें अपने पुराने वैभव पुरातन
ज्ञान परंपरा को आधुनिकता के साथ समन्वित कर देश को ज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र
में अंतरराष्ट्रीय ऊंचाइयों पर लेकर जाना है। इस जनजाति क्षेत्र में जो प्राकृतिक
संपदा है उन पर शोध एवं अनुसंधान कैसे हो सकता है उस पर विचार कर, प्राथमिक
से लेकर अनुसंधान स्तर तक विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त करना
होगा। विश्वास है कि कुलपति के नेतृत्व एवं मेंटरशिप में यह कार्यक्रम सुचारु रुप
से चलेगा एवं यहां के विद्यार्थी देश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का
निर्वहन करेंगे। यह बात बुधवार को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय
परिसर अमरकंटक में केंन्द्रीय विद्यालय के नवनिर्मित भवन का ऑनलाइन लोकार्पण के
दौरान केंन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक'
ने
कहीं। लोकार्पण में शिक्षा केंन्द्रीय राज्य मंत्री संजय धोत्रे एवं कुलपति,
प्रो.
श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी शामिल रहे।
क्रेंद्रीय
शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि यह विश्वविद्यालय जनजातीय बहुल क्षेत्र में शिक्षा
के सर्वांगीण विकास का कार्य कर रहा है। जो कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में अत्यंत
महत्वपूर्ण है। शिक्षा की सार्थकता तभी है जब वह विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास
में अपना योगदान दें। उन्होंने नई शिक्षा नीति पर कहा कि नए भारत की नीवं रखने के
लिए यह नीति अत्यंत उपयोगी साबित होगी और एक भारत श्रेष्ठ भारत की अवधारणा को
साकार करेगी।
इसके पूर्व
डॉ मुकुल ईश्वर लाल शाह, कुलाधिपति इगांराजवि ने विश्वविद्यालय
परिवार को विद्यालय के नवनिमत भवन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नवनिर्मित भवन
प्रयोगशाला, खेल प्रांगण तथा अत्याधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण है। यह
विद्यालय रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों के संपूर्ण विकास का
मार्ग प्रशस्त करने में सहायक सिद्घ होगा।
कुलपति
श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी ने कहा कि 2007 में स्थापित
एवं 2008 से संचालित इस क्रेंद्रीय विद्यालय का प्रमुख लक्ष्य जनजातीय
अंचल में निवासरत बच्चों को ज्ञान के क्षेत्र में प्रबुद्घ अवसर उपलब्ध कराना है।
वर्तमान में यहाँ 574 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। परिसर में
प्राथमिक स्तर से लेकर उच्च स्तर तक शिक्षा की व्यवस्था है। कोविड-19 के
कठिन दौर में भी शिक्षा के प्राथमिक स्तर से लेकर अनुसंधान स्तर तक अपना कार्य
संचालित कर रहा है। कार्यक्रम में सांसद हिमाद्री सिंह एवं
आयुक्त क्रेंद्रीय विद्यालय निधि पांडेय ऑनलाइन उपस्थित रही।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें