लॉकडाउन के
कारण मंदिरो में नही पहुंचे भक्त
अनूपपुर। जैन धर्म के चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के 6 अप्रैल
को जन्म-दिवस के अवसर पर चैत्र महीने की शुक्ल-त्रयोदशी को जिलेभर में जैन समुदाय
द्वारा महावीर जयंती मनाई गई। जिसमें समुदाय के सदस्यों ने महावीर का विशेष पूजन
अर्चन कर उसके बताए आर्दशों पर चलने संकल्प लिया। हालांकि इस वर्ष कोरोना संक्रमण
में शासन द्वारा जारी किए गए लॉकडाउन के कारण जिले में महावीर जयंती की शोभायात्रा
सहित अन्य विशेष कार्यक्रम नही आयोजित किए जा सके। संक्रमण से खुद के साथ भगवान को
सुरक्षित रखने भक्तों ने अपने अपने घरों में ही महावीर पूजन सम्बंधित विशेष
अनुष्ठान किए। भक्तों ने महावीर के दरवाजों पर पहुंचने तथा उनके स्वागत के लिए
अपने घरों के सामने रंगोली बनाकर थाल में दीपक संजाकर उनका स्वागत अभिनंदन किया और
घरों में पूजा अर्चना की। जैन धर्म की मान्यताओं के अनुसारए वद्र्धमान (महावीर)ने
कठोर तप द्वारा अपनी समस्त इन्द्रियों पर विजय प्राप्त कर जिन अर्थात विजेता
कहलाए। इन्द्रियों को जीतने के कारण वे जितेन्द्रिय कहे जाते हैं। यह कठिन तप
पराक्रम के समान माना गया। इसलिए वे महावीर कहलाए। उनके अनमोल विचार जीवन को सही
दिशा दिखाती है।
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