चीरा के उपरांत टोकार डालने से
पूर्व हृदयगति थमी,जिला चिकित्सालय लाने के दौरान राजेन्द्रग्राम में मौत
अनूपपुर। पुष्पराजगढ़ विकासखंड के उपस्वास्थ्य केन्द्र बेनीबारी में 9
जनवरी की शाम परिवार नियोजन ऑपरेशन के दौरान ३२ वर्षीय महिला व शिक्षिका सुलोचना
सिंह पति कुंवर सिंह निवासी लीलाटोला की मौत हो गई। आनन फानन में डॉक्टरों की टीम
चेस्ट कार्डिक मसाज व प्राथमिक उपचार उपरांत जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया। लेकिन
रास्ते महिला की स्थिति नाजुक देखते हुए परिजनों ने राजेन्द्रग्राम सामुदायिक स्वास्थ्य
केन्द्र में जांच कराने की अपील की,जहां स्वास्थ्य केन्द्र के डॉक्टरों ने
महिला को मृत घोषित कर दिया।
जिसके बाद अस्पताल की सूचना पर
राजेन्द्रग्राम पुलिस ने पंचनामा तैयार कर 10 जनवरी की
सुबह जिला चिकित्सालय से महिला चिकित्सक अलका तिवारी द्वारा पोस्टमार्टम किया गया,पुलिस
ने परिजनों को शव सौंपते हुए मर्ग कायम किए। मामले में बीएमओ डॉ.सुरेन्द्र कुमार
सिंह ने बताया कि पीएम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों की सही जानकारी सामने आ
पाएगी। उन्होंने बताया कि महिला 9 जनवरी को एलटीटी कैंप में परिवार
नियोजन कराने आई थी, जहां 2 बजे प्राथमिक जांच पड़ताल के उपरांत 3-4 बजे
ऑपरेशन के लिए ले जाया गया था। जांच में महिला सामान्य थी, लेकिन चीरा
लगाने के उपरांत टोकार (उपकरण)डालने की प्रक्रिया अपनाई जा रही थी कि महिला की
धड़कन थम गई। जिसे तत्काल ऑपरेशन टेबुल से हटाकर प्राथमिक उपचार के लिए ले जाया
गया। यहां चेस्ट कार्डिक मसाज सहित अन्य प्रक्रियाओं के माध्यम से सामान्य करने के
प्रयास किए गए। लेकिन महिला की स्थिति में सुधर नहीं हो रहा था, जिसे
देखते हुए तत्काल जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया। रास्ते में महिला को
अधिक परेशानी होने पर परिजनों ने तत्काल राजेन्द्रग्राम सामुदायिक स्वास्थ्य
केन्द्र में ही जांच कराने की अपील एम्बुलेंस वाहन कर्मियों से की गई। सामुदायिक
स्वास्थ्य केन्द्र ले जाने पर डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों
का कहना था कि महिला की मौत रास्ते में ही हो गई थी। शाम 6.30 से 7 बजे
के बीच महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में लाया गया था। बताया जाता है कि
सुलोचना सिंह दो बच्चों की मां थी, जिसे एक बालक और एक बालिका थी। खुद
सुलोचना सिंह लीलाटोला स्थित बरबसपुर शासकीय प्राथमिक शाला केन्द्र में शिक्षिका
थी। 9
जनवरी की सुबह भी परिवार नियोजन को लेकर सुलोचना ने अपनी सास झुलियाबाई और पति
कुंवर सिंह के साथ मिलकर तैयारी की थी। खाना बनाकर अपने पति और सास के साथ
उपस्वास्थ्य केन्द्र पहुंची थी। लेकिन वह खुशियों के साथ वापस लौट नहीं सकी।
इनका कहना है
बेनीबारी में गुरूवार को आयोजित
नसबंदी शिविर मे कई महिलाओं का नसबंदी ऑपरेशन किया गया सुलोचना की मौत चिकित्सको
की लापरवाही से नही हुई है। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही उसकी मौत का
खुलासा हो पायेगा।
बी.डी.सोनवानी,सीएचएमओ
अनूपपुर
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