वनविभाग ने आरोपियों की न्यायालय
पेशी कर लिया रिमांड, शिकार व शिकार सम्बंधित करेगी पूछताछ
अनूपपुर। बिजुरी वनपरिक्षेत्र के बीट दुल्हीबांध एवं रेउसा के बीच कक्ष क्रमांक पी
551
में आधा दर्जन शिकारियों द्वारा बिजली की करंट बिछाकर 16 वर्षीय भालू
की मौत के बाद उसके शरीर के अंग काटकर शव को अन्य बीट कक्ष में फेंक छिपाने के
मामले में तीन शिकारियों को गिरफ्तार किया है। जिसे बुधवार को न्यायालय पेश कर रिमांड में लिया है। जिससे अब फरार अन्य आरोपियों की
जानकारी के साथ उनके द्वारा पूर्व में किए गए शिकार के सम्बंध में पूछताछ करेंगे।
वहीं मामले में मुख्य तीन अन्य आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। जिसकी तलाश में
वनविभाग अमला जुटा है। गिरफ्तार तीनों आरोपियों में 25 वर्षीय
संतोष पिता देवशरण अगरिया, 19 वर्षीय रण सिंह पिता परमेश्वर सिंह तथा
46
वर्षीय रामपाल पिता मानधाता सिंह तीनों निवासी रेउसा है। वनमंडला अधिकरी एमएस
भगदिया ने बताया कि 13-15 जनवरी के बीच कक्ष क्रमांक पी 551 में
लगभग आधा दर्जन से अधिक शिकारियों ने जंगली जानवरों के शिकार में जीआई तार में
बिजली लगाकर बिछा दिया था, जिसमें एक 16 वर्षीय नर
भालू फंस गया और बिजली की करंट में उसकी मौत हो गई। 15 जनवरी को
शिकारियो ने मृत भालू को देखकर उसे छिपाने के उद्देश्य से सभी ने मिलकर उसे चंद
किलोमीटर दूर केशौरी बीट कक्ष क्रमांक आरएफ 558 में फेंक
दिया। और मृत भालू के पंजों सहित उनके अन्य अंग काट लिए। बताया जाता है कि शव के
सडऩे की दुर्गंध पर 17 जनवरी को वनपरिक्षेत्र अधिकारी बिजुरी रमेश सिंह पाटले ने
इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों सीसीएफ एके जोशी, वनमंडलाधिकारी
अनूपपुर एमएस भगदिया, एसडीओ वन ओजी गोस्वामी को दी, जहां
अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण करते हुए शव का पंचनामा तैयार कर अंतिम संस्कार
किया। सीसीएफ ने कार्रवाई के निर्देश दिए, जिसपर मुखबिर की सूचना पर
वनविभाग अमला ने संदेह के आधार पर तीन शिकारियों को पूछताछ के लिए लिया, जहां
पूछताछ में तीनों ने शिकार करने के साथ अपने तीन मुख्य साथियों के नाम बताए। वहीं
आरोपियों के निशानदेही पर शिकार में उपयोग किए गए सामग्रियों को जब्त किया।
वनविभाग अमला तीनो फरार शिकारियों की तलाश में जुटी है।
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