इंगाराजविवि में स्वच्छता पखवाड़े के सातवें दिन दिलाई स्वच्छता की शपथ
अमरकटंक/अनूपपुर। स्वच्छता केवल हमारे व्यक्तिगत साफ-सफाई तक सीमित नहीं है बल्कि इससे हमारे परिवेश और समझ का भी जुड़ाव है। स्वच्छता के प्रति हमारा आग्रह हमारी सोच को भी सकारात्मक बनाता है जो एक स्वस्थ समाज के निमार्ण में बड़ी भूमिका निभाता है। उन्होंने महात्मा गांधी को याद करते हुए कहा कि उन्होंने स्वतंत्रता के साथ - साथ स्वच्छता का भी संकल्प लिया जो स्वस्थ समाज के निर्माण की सीढ़ी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं ही स्वच्छता के अभियान को जन-जन तक पहुंचाने हेतु संकल्पित हैं और उनके द्वारा प्रस्तुत उदाहरण हम सभी को प्रेरित करने का कार्य करते हैं। इंगाराजविवि अमरकंटक में मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुरूप स्वच्छता पखवाड़ा १६ जनवरी से आरम्भ हो गया है। २२ जनवरी को कुलपति प्रो.प्रकाश मणि त्रिपाठी ने शिक्षकों, प्रशासनिक कर्मचारियों तथा छात्रों स्वच्छता शपथ की शपथ के दौरान कहा।
कुलपति ने मानसरोवर झील का उदाहरण दते हुए बताया कि वहाँ की गंदगी साफ करने में पक्षियों की चेतना मनुष्यों के लिए भी अनुकरणीय है। उन्होंने अपने ऑस्ट्रेलिया यात्रा के अनुभव साझा किए और कहा कि स्वच्छता हमारी विकास की अवस्था का भी द्योतक है। विश्वविद्यालय परिवार के सभी लोगोंं से स्वच्छता अभियान का दूत बनने को कहा और सभी को प्रेरित किया कि इस आंदोलन को और व्यापक बनाएं।
डॉ.संजीव सिंह ने स्वच्छता की शपथ दिलाई। इस दौरान पखवाड़े के संयोजक डॉ.राघवेन्द्र मिश्रा, कुलसचिव पी. सिलुवैनाथन, वित्त अधिकारी ए.जेना, प्रो.तीर्थेश्वर सिंह, प्रो. आलोक श्रोत्रिय, प्रो.ए.के.शुक्ला, प्रो. राकेश सिंह, प्रो. रेनु सिंह, प्रो.ए.पी. सिंह, प्रो. गायकवा$ड, प्रो. जितेन्द्र मिश्र, प्रो.फूलचंद, प्रो.मोहन, प्रो. मूर्ति, प्रो. भूमिनाथ त्रिपाठी, प्रो. एम. रबिन्द्रनाथ, प्रो.संध्या गिहर, प्रो.नवीन शर्मा,पूजा तिवारी, आर.पी परिहार, डॉ. अर्चना श्रीवास्तव, डॉ. प्रशान्त सिंह, डॉ.देवेन्द्र सिंह, डा. जितेन्द्र मोहन मिश्रा, डॉ. ललित मिश्रा, डॉ.सतीश मोदी, डॉ. राजपूत, डॉ. श्रीनू, डॉ. जितेन्द्र सिंह, डॉ.आशुतोश सिंह, डॉ. राधेश्याम शुक्ल, डॉ. नरेश सोनकर, गिरिजेश कुमार, डॉ. अखिलेश सिंह सहित अन्य लोगों ने स्वच्छता की शपथ ली।
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