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शनिवार, 18 जनवरी 2020

धान की खरीदी नहीं होने और वाहन से धान की चोरी से नाराज सैकड़ों किसानों ने किया विरोध प्रदर्शन

अनूपपुर-कोतमा मार्ग यातायात हुई बाधित, खरीदी के आश्वासन पर माने किसान
परिवहन के अभाव में खुले में भंडारित है सवा लाख क्विंटल धान
अनूपपुर। धान खरीदी के अंतिम तिथि को लेकर उपार्जन केन्द्रों पर उमड़ी हजारों किसानों की भीड़ तथा मजदूरों और बारदानों के अभाव में नहीं हो रही खरीदी के बीच वाहन पर लोड किसानों की धान की चोरी से नाराज सैकड़ों किसानों ने शनिवार की दोपहर नाराजगी जताते हुए बरबसपुर गांव के पास अनूपपुर- कोतमा मार्ग पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया। किसानों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धान खरीदी की समुचित व्यवस्था नहीं बनाए जाने का आरोप लगाया। साथ ही जल्द धान की खरीदी पूरी करने की अपील की। किसानों के धरना प्रदर्शन के दौरान मार्ग पर यातायात बाधित हो गया। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर कोतवाली पुलिस व कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी खाद्य आपूर्ति विभाग ने मौके पर पहुंचकर किसानों को मनाने का प्रयास किया। लेकिन किसान ने जिला खाद्य आपूर्ति विभाग अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अधिकारियों की लापरवाही में उपार्जन नहीं होने का आरोप लगाया। किसानों का आरोप था कि वे पिछले तीन चार दिनो से ३०० की तादाद में किसान अपनी धान लेकर खरीदी का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन अबतक उनकी बारी नहीं आई है।
रात के समय अज्ञात व्यक्तियों द्वारा वाहन से लोड धान की बोरियों को चुरा रहे हैं। इससे किसानों को वाहन किराया, समय बर्बादी और चोरी से आर्थिक नुकसान हो रहा है। उन्होंने अधिकारियों से अंतिम तिथि बाद भी किसानों के धान खरीदी किए जाने और चोरो सेे धान की सुरक्षा रखे जाने लिखित में आश्वासन की मांग की। मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार नीलेश सिंह और दीपक तिवारी ने किसानों की समस्याओं को सुनते हुए विरोध समाप्त की अपील की और चार घंटे का समय मांगा। लेकिन किसानों ने बिना लिखित आश्वासन सड़क से उठने से इंकार कर दिया। जिसके बाद कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी खाद्य विभाग ने किसानों को तत्काल खरीदी किए जाने का आश्वासन देते हुए किसानों के साथ बसबसपुर ओपन कैप पर किसानों की धान खरीदी आरम्भ करवाई। कनिष्ठ खाद्य आपूर्ति अधिकारी का कहना था कि मजदूरों की कमी के कारण धान की खरीदी धीमी चल रही है। बरबसपुर पर मात्र २० मजदूर हैं।वहीं किसानों ने बारदाना नहीं होने की बात कही। जिसपर अधिकारी ने जो बारदाना उपलब्ध है उसपर खरीदी कराने का आश्वासन दिया। विदित हो कि जिले में धान उपार्जन के लिए बनाए गए २२ केन्द्रों पर सात उपार्जन केन्द्रो पर पिछले एक सप्ताह से बारदाना की कमी बनी हुई है। जबकि धान उपार्जन के लिए अब भी ७ हजार किसानों से खरीदी शेष है। किसानों के पंजीयन और धान खरीदी के अनुसार जिले के समस्त उपार्जन केन्द्रों के लिए अनुमानित ३ लाख से अधिक बारदाना की आवश्यकता बताई गई है। जबकि मामले में नागरिक आपूर्ति विभाग प्रबंधक का कहना है कि हमने अनुमानित खरीदी के आधार पर लगभग ४ लाख बारदाना केन्द्रों को आपूर्ति करा दिया है। बावजूद उपार्जन केन्द्रों पर बारदाना को लेकर खरीदी का काम धीमा चल रहा है। 
खुले आसमान के नीचे भंडारित लाखों क्विंटल धान
एक ओर जहां उपार्जन केन्द्रों पर अव्यवस्था बनी हुई है। वहीं मजदूरों की कमी में परिवहन भी प्रभावित है। पिछले दो दिनो से मौसम के बदले मिजाज में कभी भी तेज बारिश हो सकती है। बावजूद जिले के सभी २२ उपार्जन केन्द्रों पर लगभग १ लाख १४ हजार क्विंटल असुरक्षित भंडारित रखी है। जिसका परिवहन अभी शेष है। जानकारों का मानना है कि अगर बारिश हुई तो सभी धान बर्बाद हो जाएगी।
अधिक मजदूर की व्यवस्था बनाने के निर्देश
नायब तहसीलदार नीलेश सिंह ने बताया कि किसानों को समझाईश देकर उनके धान की खरीदी आरम्भ करवा दिया गया है। सोसायटी को अधिक मजदूर की व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए है ताकि कम समय में अधिक धान की खरीदी सम्भव हो सके।

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