मौका निरीक्षण करने पहुंचे
पटवारी एवं आरआई, जांच प्रतिवेदन के बाद होगी कार्यवाही
अनूपपुर। जैतहरी जनपद अंतर्गत
ग्राम पंचायत वेंकटनगर के शासकीय भूमि में संचालित शुभम सरस्वती विद्या मंदिर एवं
एम्बीशन ऑफ आईटी एण्ड डिग्री कॉलेज के संचालक द्वारा मनमानी करते हुए जबरन
अतिक्रमण कर भूमि के चारो ओर बाउंड्रीवॉल का अवैध निर्माण कार्य किए जाने पर एसडीएम जैतहरी कमलेश पुरी के निर्देशन में १०
जनवरी को आरआई एवं पटवारी जांच पर पहुंचे, जहां पर आरआई एवं पटवारी कमलनाथ
प्रजापति ने मौके पर पहुंच कर निरीक्षण करते हुए शासकीय भूमि पर अवैध निर्माण कर
बाउंड्रीवॉल निर्माण किए जाना पाते हुए पंचनामा बनाया गया, जहां पंचनामा
में विद्यालय एवं कॉलेज के संचालक शैलेन्द्र उर्फ रब्बू तिवारी ने पंचनामा में
हस्ताक्षर करने से मना कर दिया गया जिस पर पटवारी ने जांच प्रतिवेदन बनाकर एसडीएम
अनूपपुर को सौपे जाने की बात कही गई है। जानकारी के अनुसार शासकीय भूमि पर अवैध
कब्जे कर निर्माण किए जाने पर ग्राम पंचायत वेंकटनगर द्वारा नोटिस भी जारी किया
गया था, जिसके बावजूद शैलेन्द्र उर्फ रब्बू ने पंचायत की नोटिस लेने से
भी इंकार कर दिया था तथा चोरी छिपे निर्माण कार्य करता रहा।
चोरी छिपे हो रहा था निर्माण
कार्य
ग्राम पंचायत वेंकटनगर के पनिकान
टोला वार्ड क्रमांक १६, १९ में इंदिरा आवास कॉलोनी मार्ग के
सामने शुभम सरस्वती विद्यालय का संचालन शासकीय भूमि पर अवैध तरीके से अतिक्रमण कर
किए जाने एवं पंचायत द्वारा नोटिस दिए जाने के बावजूद शासकीय भूमि के तीन ओर से
जबरन बाउंड्रीवॉल किया जा रहा है। शिकायत के बाद ग्राम पंचायत ने १ अगस्त को
शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा हटाए जाने का नोटिस शैलेन्द्र तिवारी पिता राम निवास
तिवारी को जारी की गई थी, लेकिन अपनी मनमानी करते हुए उन्होने
चोरी छिपे कार्य प्रारंभ किया जाता रहा है।
पांच कमरो में विद्यालय एवं
कॉलेज का संचाल
एक तरफ स्कूल संचालक द्वारा अवैध
तरीके से शासकीय भूमि पर कब्जा कर अवैध तरीके से निर्माण करने के साथ ही पांच कमरो
में निजी स्कूल एवं कॉलेज का संचालन किया जा रहा है, वहीं दूसरी
विद्यालय एवं कॉलेज में छात्र-छात्राओं को मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसना पड़ रहा
है। एक ओर बिना नियमावली के संचालित इस विद्यालय व कॉलेज का संचालन बिना भवन में
शौचालय के किया जा रहा है, जिसके कारण विद्यालय में अध्ययनरत
छात्र-छात्राओं को विद्यालय पसिर के अंदर ही पर्दा लगा शौचालय की व्यवस्था की गई
है।
अपने ही बयान पर उलझे थे संचालक
पूरे मामले में जब स्कूल एवं
कॉलेज के संचालक शैलेन्द्र तिवारी से बात की गई तो वे अपने ही बातो पर उलझ गए।
उन्होने बताया की पंचायत द्वारा मुझे नोटिस दी गई थी जिसके बाद मैने निर्माण कार्य
बंद कर दिया हॅू। लेकिन उसके बाद भी चोरी छिपे निर्माण कार्य किया गया एवं उन्होने
उक्त भूमि को भी शासकीय माना था, जिसें किसी दूसरे व्यक्ति से खरीदना
बताया था। उन्होने बताया तहसीलदार द्वारा मुझे उक्त जमीन उन्हे आवास हेतु अधिकार
पत्र दिया गया है। किन्तु उक्त भूमि में अशासकीय विद्यालय का संचालन कर जीवन यापन
के लिए व्यवसायिक कार्य में शासन एवं प्रशासन के आंखो में धूल झोंक रहे है।
इनका कहना है
शासकीय भूमि पर कब्जा कर अवैध
तरीके से निर्माण किए जाने जांच के लिए टीम भेजा गया है, प्रतिवेदन के
बाद नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
कमलेश पुरी, एसडीएम
जैतहरी
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