100 बिस्तरों
वाले भवन का होगा निर्माण
अनूपपुर। जिला चिकित्सालय परिसर में ही
प्रस्तावित 100 बिस्तर क्षमता वाले अस्पताल के लिए नये भवन के निर्माण का
कार्य जनवरी माह के अंत तक आरम्भ होने की सम्भावना है। लम्बे समय से जिला
चिकित्सालय के नये भवन की प्रस्तावित योजना को शासन द्वारा हरी झंडी दे दी।
आगामी सप्ताह तक भोपाल से भवन
निर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया भी आरम्भ कर किये जाने की सम्भावना है। कलेक्टर
चंद्रमोहन ठाकुर ने बताया कि डिजाइन सहित अन्य स्वीकृति को लेकर फाइलों में अटका
चिकित्सालय भवन निर्माण की कागजी प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है। जिसमें अब शासन ने
भवन निर्माण की स्वीकृति प्रदान कर दी है। 17.29 करोड़ की
प्रस्तावित जिला चिकित्सालय का नया भवन जी प्लस वन डिजाइन स्तर का बनाया जाएगा।
जिसमें भविष्य को देखते हुए तीन मंजिल तक भवन को खड़ा किया जा सकेगा। इसमें
वर्तमान में ग्राउंड तथा पहली मंजिल का निर्माण प्रस्तावित है। इस भवन के निर्माण
में वर्तमान आधुनिक स्वास्थ्य सुविधा व्यवस्थाओं का ख्याल रखा गया है। इसके अलावा
परिसर में ही वर्तमान संचालित जिला चिकित्सालय का पुराने भवन को भी इस भवन से जोड़
कर लाभ लिया जाएगा। नए भवन में 100 बिस्तर क्षमता की व्यवस्था रखते हुए
बड़े आकार और सुविधायुक्त वार्ड का निर्माण कराया जाएगा। ताकि एक ही वार्ड में
अधिक मरीजों को भर्ती कर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाए प्रदान की जा सकेगी। वहीं पुराने
तथा वर्तमान संचालित जिला अस्पताल की १०० बिस्तर क्षमता वाले भवन का उपयोग भी
स्वास्थ्य सुविधा व्यवस्थाओं के रूप में किया जाएगा। नए भवन के बनने के बाद पुराने
भवन उसी अनुरूप करते हुए सुविधायुक्त परिसर बनाने की योजना है। जबकि ट्रामा सेंटर
भवन को वातानुकूलित विशेष ऑपरेशन थियेटर बनाते हुए मरीजों को बेहतर सुविधा प्रदान
करने के मद्देनजर डिजाइन किया जा रहा है। विदित हो कि वर्तमान में 130 बिस्तर
क्षमता वाले जिला अस्पताल परिसर में जगह व वार्डो की कमी के कारण 70 से
अधिक मरीजों की भर्ती और उपचार की सुविधा भी नहीं मिल पा रही है। यहां तक
आपातकालीन स्वास्थ्य सुविधाओं का भी अभाव है। जबकि सीएचसी तर्ज पर बना वर्तमान
जिला चिकित्सालय का भवन भी जर्जर और मरीजों की तादाद के अनुसार अपर्याप्त साबित हो
रहा है।
कलेक्टर ने बताया कि लोक निर्माण
विभाग सम्भागीय परियोजना ईकाइ शहडोल (पीआईयू) के
अनुसार पूर्व में निर्माणाधीन जनपद की समस्त पुराने भवन को तोड़कर नए जिला
चिकित्सालय भवन की नींव रखी जाएगी। निर्माण में वर्तमान स्वसहायता भवन सहित
चिकित्सालय के अन्य पुराने भवनों को भी नए भवन से जोड़ते हुए जरूरत के अनुसार
उनमें तोडफ़ोड़ कर डिजाइन में बदलाव किये जा सकते हैं। वाहन पार्किंग,परिजनों
के बैठने की सुविधा सहित आसपास हरियाली कायम रखने के लिए व्यवस्था बनाई जाएगी।
फिलहाल सर्किट हाउस सहित 22 पुराने भवनों को तोड़ा जाना प्रस्तावित
है।
समयावधि का रखा जाएगा ख्याल
जिला चिकित्सालय के लिए
प्रस्तावित नये भवन निर्माण को लेकर कलेक्टर ने पीआईयू को स्पष्ट शब्दों में कहा
है कि भवन निर्माण की प्रक्रिया समयावधि के दौरान ही कराई जाए। अबतक अनेक निर्माण
कार्य समयावधि के बाद भी आधी-अधूरी है। इसमें इस प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाएगी।
कलेक्टर ने कहा इसके लिए जरूरत पड़ी तो जिला प्रशासन खुद मॉनीटरिंग कर भवन का
कार्य कराएगा। वहीं लोक निर्माण विभाग कार्यालय को शहर के अन्य स्थान में स्थापित
करने की भी योजना बनाई जा रही है,उल्लेखनीय है कि इस भूमी का उपयोग जिला
चिकित्सालय के स्टाफों के लिए आवासीय परिसर निर्माण में किया जाएगा।
निर्माण समयावधि में ही पूर्ण
होगा
शासन द्वारा भवन निर्माण की
प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है, सम्भावना है कि आगामी सप्ताह तक टेंडर
भी जारी कर दिया जाएगा। वर्तमान मरीजो व स्टाफो परेशानियों को देखते हुए,प्रयास
होगा कि निर्माण समयावधि में ही पूर्ण कराया जा सके।
चंद्रमोहन ठाकुर, कलेक्टर
अनूपपुर।
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