प्राथमिक शाला फांकी बीजा का मामला
राजेंद्रग्राम। बच्चो को शिक्षा
से जोडऩे के लिए सरकार ने मध्यान्ह भोजन
को शामिल किया किन्तु यह व्यवास्था चरमरा रही है,ग्रामीण
क्षेत्रो के विद्यालयों में कई-कई दिनों तक बच्चो को मध्यान्ह भोजन नही मिलता
जिम्मेदार लोग भी ध्यान नही देने से भोजन व्यवास्था में लगे अपनी मर्जी चला रहे
है। विकासखंड पुष्पराजगढ़ के ग्राम गढ़ीदादर
प्राथमिक शाला फांकी बीजा में पांच दिनों से मध्यान्ह भोजन नहीं बन रहा है।
यहा की जिम्मेदारी सुशांत समूहों सौंपी जाने के बाद भी विद्यार्थी स्कूल से भूखे
पेट लौट रहे हैं। प्रधानाध्यापक किरन परस्ते के अनुसार पांच दिनों से मध्यान्ह भोजन नहीं बना है। खाना बनाने वाली
सहयोगी महिला का 5 माह से वेतन न मिलना एवं स्व सहायता समूह द्वारा राशन कम दिया
जा रहा है। इस विद्यालय में कक्षा 1 से कक्षा 5 तक के छात्र -छात्राएं अध्ययनरत
है। प्रधानाध्यापक ने बताया कि भोजन कभी मीनू के अनुसार नहीं बनता। इसके लिए
मनीट्रिंग टीम गठित की गई है किंतु जिम्मेदारी से कार्य नही कर रहा है जिससे समूह
की मनमानी से बच्चो पांच दिनों से भोजन नहीं मिल रहा है।
इनका कहना है
प्राथमिक शाला फांकी वीजा
का रिपोर्ट मेरे पास अभी नहीं आई है,मुझे
आपके द्वारा जानकारी मिला है, मैं कल जा कर देखता हूं मध्यान्ह भोजन
किस कारण से नहीं बनता है,समूह की लापरवाही हैं या और कुछ समस्या
हैं, जांच
कर कार्रवाई की जाएगी।
हरप्रसाद तिवारी,बीआरसी
पुष्पराजगढ़
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