तापमाप 6 डिग्री,बस
ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित
अनूपपुर। उत्तर भारत में हुई जमकर
बर्फबारी में सर्द हवाओं का कहर प्रदेश की पूर्वी सीमा अनूपपुर जिले तक आ पहुंची
है, जहां
सीजन की पहली सुबह घने कोहरे की आगोश में लम्बी अवधि तक सिमटी रही। सुबह 7 बजे
कोहरे होने के कारण सड़कों पर 10 मीटर का फासला भी स्पष्ट नजर नहीं आ
रहा था। अनूपपुर जिला मुख्यालय की सभी सड़कें वीरान पड़ी रही, वाहनों
की आवाजाही कोहरे के कारण नाममात्र रही। कोहरे का असर रेलवे स्टेशनों पर भी दिखने
को मिला, जहां प्लेटफार्म से लेकर पटरी तक धुंधली नजर आ रही थी। बसों के
साथ ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित रही। यह स्थिति सुबह 6 बजे से लेकर
दोपहर 12 बजे तक बनी रही। इसके बाद आसमान से सूरज की किरणों ने धरती पर
प्रकाश डालते हुए राहत दी। ठंड का यह प्रभाव बुधवार की शाम से ही महसूस किया जा
रहा था, जहां रात कड़ाके की ठंड ने लोगों को घरों में ही रहने को मजबूर
किया, वहीं गुरूवार की सुबह कोहरे के कारण रजाई में दुबकने को विवश
कर दिया। बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान 22 डिग्री तो
रात का न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
वहीं गुरूवार को अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। गुरूवार
की सुबह ही लगभग 10 बजे अनूपपुर का तापमान 4 डिग्री
सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। जिला मुख्यालय से 55 किलोमीटर दूर
अमरकंटक क्षेत्र के पोंडकी गांव में अधिक ठंड के कारण पैरा(पुआल) पर गिरी ओस की
बूंदे बर्फ की पतली परत के रूप में जम गई। पोंडकी सहित भेजरी और लालपुर गांव
क्षेत्र में अधिक गलन महसूस किया गया। जबकि यहां से 20 किलोमीटर
दूर अमरकंटक इस गलन और बर्फ की जमीं परत से अछूता रहा। अभी तक अधिक सर्द हवाओं के
सम्पर्क में जिले की नर्मदा उद्गम स्थली अमरकंटक में बर्फ की परत जमती रही है। लेकिन
यह पहली बार हुआ, जब अमरकंटक में सुबह से धूप खिली रही और उसके निचले हिस्से में
कोहरे का धना साया छाया रहा। अमरकंटक का तापमान गुरुवार को अधिकतम 21 डिग्री और
न्यूनतम 7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। अधीक्षक भू-अभिलेख विभाग अधिकारी
एसएस मिश्रा का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ में उत्तर भारत में हुई बर्फबारी और
सर्द हवाओं के कारण यहां के मौसम में यह बदलाव आया है। अभी कोहरे से राहत नहीं
मिलेगी, आसमान पर भी हल्की बादल छाए हुए हैं, बारिश की
सम्भावना जताई जा रही है।
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