अनदेखी की वजह से बदहाली की कगार
में
अनूपपुर। जनपद पंचायत जैतहरी के
ग्राम पंचायत रकसा मुक्तिधाम मे अव्यवस्थाएं हावी हैं। जिसके कारण अंतिम यात्रा
में पहुंचे लोगों को यहां परेशानियो का सामना करना पड रहा है, यहां
विकास कार्य तो कराए गए लेकिन उनको व्यवस्थित स्वरूप नहीं दिया जा सका जिस कारण
निर्माण कार्य अनुपयोगी साबित हो रहे हैं सिर्फ अंतिम संस्कार के लिए बने
मुक्तिधाम की स्थिति दिनोदिन बदहाल होते जा रहे ग्रामीणों को खुले में अंतिम
संस्कार करना पड़ रहा है।
मुक्तिधाम निर्माण के नाम पर
लाखों रुपए खर्च करने के बावजूद भी परिसर में साफ सफाई की नितांत आवश्यकता है,परिसर
में घांस और झाडि़यां उग आई हैं प्रतीक्षालय में मिट्टी के ढेर से वहां जाना भी
मुश्किल हो रहा है। हालत देखकर ऐसा लगता है की पंचायत के जिम्मेदार अपने दायित्वों
का निर्वाहन नहीं कर पा रहे या फिर अपने कर्तव्य का एहसास ही नहीं है। समतलीकरण के
लिए मुक्तिधाम परिसर में मुरूम भी नहीं डाली गई बड़े-बड़े मिट्टी के ढ़ेर लगे हुए
हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि मुक्तिधाम में शव के अंतिम संस्कार के लिए कोई
खास व्यवस्था नहीं है। बीते वर्षों में करीब १० लाख की लागत से इस मुक्तिधाम का
निर्माण कार्य ग्राम पंचायत द्वारा मनरेगा मद से वर्ष २०१६-१७ मे कार्य कराया गया था। लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी
अव्यवस्था से घिरा हुआ यह परिसर अनुपयोगी साबित हो रहा है। गेट टूट गया अब लकड़ी
से पूरे गेट को रोककर कर रखा गया है
और वही गेट का दूसरा हिस्सा वह भी जर्जर
स्थिति में कचरे से ढ़का हुआ है। मनरेगा योजना से १४ लाख से अधिक खर्च करने के बाद
भी मुक्तिधाम की स्थिति बद से बदतर है। ग्रामीणों को असुविधा के बीच खुले में बाहर
अंतिम संस्कार करना पड़ रहा है।
इनका कहना है
मुक्तिधाम द्वार मे जो गेट लगाया गया था असामाजिक तत्वों द्वारा चोरी कर
ले जाया गया। जिस वजह से परिसर के अंदर आवारा मवेशी प्रवेश कर वहां लगे पौधों को
नुकसान पहुंचाते थे इसी कारण से रुंधाई कराई गयी है इसमें अंत्येष्टि के लिए
समुचित व्यवस्था की गई है पर स्थानीय लोग दाह संस्कार बाहर ही कर रहे हैं।
सुरेश कोल,सचिव,ग्राम
पंचायत रकसा
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