राशन दुकानों को भेजा जाता कीड़ा
लगा गेहूं, शिकायतों के बाद प्रशासन ने की कार्रवाई
अनूपपुर। पुष्पराजगढ़ आदिवासी बाहुल्य
क्षेत्र में गरीब परिवारों के राशन में दिए जाने वाले अनाज की आड़ में
राजेन्द्रग्राम वेयरहाउस तक पहुंच रही कीड़ायुक्त गेंहू अनाज में १८ दिसम्बर को
तहसीलदार पुष्पराजगढ़ टीआर नाग ने कार्रवाई करते हुए दो वाहन कीड़ायुक्त गेंहू
अनाज को वापस लौटा दिया। तहसीलदार ने जांच में ट्रक से उतारे जा रहे गेहूं को
निम्न स्तर का पाते हुए कीड़ा लगा पाया। जिसपर तत्काल अनाज का सिम्पल लेकर पंचनामा
बनाते हुए जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी से बात कर दोनों ट्रक क्रमांक एमपी 19 एचए 5555
एवं एमपी 19 एचए 5792 को पूरी गेंहू की बोरियों सहित वापस लौटाने के निर्देश दिए।
बताया जाता है कि इससे पूर्व भी वेयरहाउस तक पहुंच रही अमानक खाद्यान्न तथा वहां
से सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों तक पहुंच रही खेप में घटिया अनाज मिलने की
शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों से की गई थी। लेकिन हरेक बार अधिकारियों ने शिकायतों
को अनसुना कर दिया था। खाद्यान्न के नाम पर अनाज को स्कूलों के एमडीएम योजना एवं
समूहों तक भेजा जाता है। साथ ही राशन की दुकानों तक भी खेप पहुंचाई जाती है। मामले
में क्वालिटी इंस्पेक्टर विजय सिंह से पूछताछ उसने बताया कि खराब गेहूं आया था,
जिसमें
कीड़ा लगा हुआ था। उसे उतरवाने से इंकार किए जाने पर उच्च अधिकारी एवं ठेकेदार
द्वारा दबाव बनाकर गेहूं उतारने के लिए कहा गया था। अधिकारियों के निर्देश पर यह
गेहूं उतर रही थी।
इनका कहना है
सूचना मिलने पर वेयरहाउस का
निरीक्षण किया गया, जहां ट्रक से उतर रहे गेहूं को अमानक और कीड़ायुक्त पाया गया।
पंचनामा तैयार कर सिम्पल लेकर दोनो ंवाहनों को वाहन भेजवा दिया गया है।
टीएस नाग, तहसीलदार
पुष्पराजगढ़।
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