कोहरे की आगोश में सिमटा शहर, जनजीवन रहा प्रभावित, दिनभर
नहीं नजर आया सूरज
अनूपपुर/अमरकंटक। साल का अंतिम सूर्यग्रहण 26
दिसम्बर पौष अमावस्य के रूप में सुबह लगभग तीन घंटे तक जिले की धरती पर प्रभावित
रही,सूर्यग्रहण सुबह लगभग 8 बजे से 10.57 मिनट तक बना रहा। सूर्यग्रहण के दौरान धरती पर अंधेरा
सा वातावरण बना रहा, लेकिन मौसम
में धना कोहरा छाए होने के कारण सूर्यग्रहण आमलोगों की नजर से ओझल रहा। लेकिन जैसे
जैसे सूर्यदेव अपने पूर्ण स्वरूप में आते गए उजाला फैलता गया। सूर्यग्रहण के कारण
नदीघाटों पर लोगों ने स्नान कर सूर्यदेव को अध्र्य देकर विशेष पूजा अर्चना की।
जिले भर में सूर्यग्रहण के बाद लोगो ने नदी सरोबर में स्नान किया। जिला
मुख्यालय के सोन नदी में स्नान के लिए भरी भीड़ रही। नर्मदा उद्गम अमरकंटक में
हजारों श्रद्धालुओं ने नर्मदा की जलधारा में पवित्र स्नानकर माता नर्मदा के मंदिर
में पूजा अर्चना की। इस दौरान बाहर से आने वाले पर्यटकों की तादाद दिनभर बनी रही।
बताया जाता है कि आगामी 1 जनवरी
को नववर्ष मनाने व माता नर्मदा के पूजन अर्चन से साल की शुरूआत करने अभी विदेशी
पर्यटकों, आसपास के सैलानियों की
आवाजाही प्रारम्भ हो चुका है। २६ दिसम्बर को मौसम में आए बदलाव के कारण दिनभर
सूर्यदेव के दर्शन नहीं हो सके। जिसके कारण जिले में ठंडक का प्रभाव भी प्रभावी
रहा, वहीं दिन का अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम 4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
अधीक्षक भू-अभिलेख विभाग एसएस मिश्रा ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ व उत्तर
भारत के राज्यों में हुई बर्फबारी के कारण यहां के मौसम में भी बदलाव आए हैं। 25 दिसम्बर की शाम हुई हल्की बारिश के कारण मौसम
में कोहरा का प्रभाव बढ़ा है। वहीं हल्की बर्फीली हवाओं के कारण तापमान में गिरावट
दर्ज की गई है। साथ ही आगामी दिनों बारिश की सम्भावनाएं बन रही है।
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