अनूपपुर। विगत एक वर्षो से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार ने जनता से जो वादा कर
सत्ता में आई उन वादो से इनको कोई लेना-देना नहीं है,कमलनाथ सरकार
हर मोर्चे पर विफल रही है। सफलताओं की नहीं विफलताओं की यह सरकार मानी जायेगी। वचन
पत्र के अनुसार कुछ भी नहीं किया,किया है तो तीन काम है जिसमें धोखा,भ्रष्टाचार
और कानून व्यवस्था का बंटाढ़ार किया है। किसानों की कर्जमाफी नही होने से किसान
आत्महत्या करने को मजबूर है। दस दिनों में कर्जमाफी करने वाली सरकार के 11 माह में
122 से अधिक किसानों ने कर्ज वसूली से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। प्रदेश के 32 जिलो
में अतिवर्षा से किसानों की बर्बाद हुई फसलो का मुआवजा तक प्रदेश सरकार नहीं दे
रही है। कमलनाथ सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर बुधवार को जिला कार्यालय में भाजपा
प्रदेश उपाध्यक्ष रामलाल रौतेल एवं जिला अध्यक्ष बृजेश गौतम ने पत्रकार र्वाता के
दौरान कहीं।
नेता द्बय ने स्थानीय मुद्दो पर
प्रशासन को घेरते हुए कहा कि कानून व्यवस्था पूरी तरह जिले के अंदर ध्वस्त हो चुकी
है,पत्रकारो
पर झूठे मामले दर्ज किये जा रहे है। जब मीडिया ही सुरक्षित नहीं है तो आमजनता का
क्या हाल होगा। नर्मदा महोत्सव के नाम पर पूरे जिले में चंदा उगाही का धंधा बंद
होना चाहिए। जिला प्रशासन खाता खोलकर बैठा और तमाम विभागों से जबरदस्ती पैसे की
मांग की जा रही है। चचाई में शीघ्र 660 मेगावाट
पॉवर प्लांट को लेकर आंदोलन किया जायेगा। यदि प्रशासन अपनी हरकतो से बाज नहीं आया
तो हर मोर्चे पर भाजपा विरोध करेगी। उव्होने कहा कि कमलनाथ सरकार ने कर्जमाफी का
वचन दिया था,लेकिन नहीं किया। इसकी प्रतीक्षा में किसान बीमा प्रीमियम नहीं
जमा कर पाया और किसान फसल बीमा से भी वंचित रह गया। ० प्रतिशत ब्याज योजना का
वास्तविक लाभ भी किसानों को नहीं मिल रहा है। किसानों को कैदियों की तरह व्यवहार
किया जा रहा है। इतना ही नहीं केन्द्र से मिलने वाले किसानों के ६ हजार रूपये की
राशि भी प्रदेश सरकार सूची नहीं दिये जाने के कारण नहीं मिल पा रही है। कन्या दान योजना में कन्याओं को आज तक कोई लाभ
नहीं मिला। छात्राओं को स्कूटी देने का वादा दूर रहा साइकिल भी छीन ली,पुलिस
वालो को साप्ताहिक अवकाश नहीं मिल सकता, भावांतर योजना बंद कर दी गई।
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