व्यवस्था का हवाला देकर खरीदी केन्द्र से नदारद रहे प्रबंधक एवं खरीदी
प्रभारी
अनूपपुर। प्रदेश शासन द्वारा
कृषि को लाभ का धंधा बनाने एवं उनकी फसल का उचित दाम देने के लिए अनेको योजनों के
माध्यम से प्रोत्साहित किया जा रहा है। सहकारी संस्थाओं के माध्यम से समर्थन मूल्य
पर किसानो की धान खरीदी के लिए जिले भर में बनाए गए 20 धान खरीदी केन्द्रो भी बनाए गए है। लेकिन नागरिक
आपूर्ति विभाग एवं खाद्य आपूर्ति विभाग की उदासीनता के कारण धान खरीदी प्रभारियों
द्वारा भी मनमानी की जा रही है, जिससे
किसान अपनी धान बेचने को लेकर लगातार परेशान हो रहे है। आदिम जाति सेवा सहकारी
समिति वेंकटनगर केन्द्र में किसान अपनी धान को समर्थन मूल्य पर बेचने तो पहुंच रहे
है, लेकिन केन्द्र में फैली
अव्यवस्थाओं के कारण 10 से धान
नही खरीदी जा रही है। प्रबंधक और प्रभारी ने 26 दिसम्बर को अपनी मनमानी करते हुए खरीदी बंद कर दिया
गया,धान बेचने के इंतजार में
बैठे किसान अव्यवस्थाओं के बीच ठंड में अपनी धान के ऊपर त्रिपाल ओढ़ कर ठंड से
बचने का रात भर प्रयास करने में जुटे हुए है।
750 किसानो से 87 किसानो से हुई खरीदी
जनकारी के अनुसार आदिम जाति सेवा सहकारी समिति में 26 दिसम्बर को 750 पंजीकृत कृषको में से अव्यस्थाओं के बीच अब तक कुल 87 किसानो की धान की खरीदी हो सकी है। वहीं धान
खरीदी को अंतिम 25 दिन शेष होने
के बाद 663 किसानो की धान खरीदी
करना शेष है। जबकि जैतहरी तहसील अंतर्गत बनाए गए 8 खरीदी केन्द्रो की स्थिति देखी जाए तो दुलहरा खरीदी
केन्द्र में 220 किसानो से,
फुनगा में 109 किसानो, अनूपपुर में 274 किसानो,
पटनाकला में 238, अमलाई पयारी में नं. 1 में 108, जैतहरी में 202, धनगवां
में 178 किसानो से धान की खरीदी
की जा चुकी है। लेकिन वेंकटनगर खरीदी केन्द्र में फैली अव्यवस्थाओं के कारण कुल 87 किसानो की धान ही खरीदी हो सकी है।
10 दिनो से धान बेचने के इंतजार में परेशान किसान
26 दिसम्बर तक वेंकटनगर खरीदी केन्द्र में कुल 87 किसानो से 4481.06 क्विंटल
ही धान खरीदी हो सकी है। वहीं खरीदी केन्द्र में फैली अव्यवस्थाओं के कारण लगभग दो
दर्ज से अधिक किसान बीते 10 दिनो
से लाकर अपनी धान को खरीदी केन्द्र में लाकर परेशान हो रहे है। जिनमें अशोक गुप्ता
10 दिनो से,कृष्ण कुमार 8 दिन, जोनध
सिंह 10 दिन, राम प्रसाद ग्राम पोड़ी 8 दिन, नेपाल सिंह ग्राम चोरभटी 6
दिन, जय सिंह नायक ग्राम पोड़ी 8 दिन, राम कुमार राठौर ग्राम मुण्डा 5 दिन, कल्याण सिंह राठौर
ग्राम लहसुना 8 दिन सहित तीन
दर्जन से अधिक किसान अपनी धान लेकर उसकी सुरक्षा में खरीदी केन्द्र में बिक्री के
इंतजार में बैठे हुए है। लेकिन खरीदी प्रभारी की मनमानी के कारण न तो इनकी धान को
खरीदी की जा रही है, जिसे खुले
आसमान के नीचे रखवाकर पानी में गीले होने को छोड़ दिया।
किसानो ने लगाया आरोप
25 दिसम्बर की शाम से हुई बारिश में उनकी धान पानी में
गीली हो गई। जिसपर किसानों ने आरोप लगाया कि धान खरीदी प्रबंधक एवं खरीदी प्रभारी
द्वारा किसानो के स्थान पर व्यापारी बने किसानो की धान पहले खरीदी की जा रही है।
किसानो का आरोप है की यहां पर रूपए देने वाली की धान पहले खरीदी की जाती है। २६ दिसम्बर
को खरीदी प्रबंधक सुरेश तिवारी जैतहरी बैठक के नाम से पूरा दिन गोल रहे है,
खरीदी प्रभारी विजय पांडेय अपने खेत में
आ जाने की बात कह अपने दायित्वो से मुंह मोड़ लिए। रात भर पानी गिरने से अपनी धान
की सुरक्षा में जुटे किसानो के लिए तक कोई व्यवस्था नही की गई। जो ठंड में बिना
अलाव के ठिठुरते रहे है।
इनका कहना है
जानकारी मिली है, तत्काल
ही व्यवस्थाओं को सुधारने के साथ ही संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
चंद्रमोहन ठाकुर, कलेक्टर
अनूपपुर
इनका कहना है
अगर वेंकटनगर केन्द्र में किसानो से धान खरीदी नही की जा रही है तो गलत है,
मै स्वयं निरीक्षण कर दोषियो के खिलाफ
कार्यवाही करूंगा।
आर.बी. तिवारी, प्रबंधक
नागरिक आपूर्ति विभाग अनूपपुर
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