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रविवार, 29 दिसंबर 2019

अमरकंटक में पारा शून्य के नीचे पहुंचने को बेताब

शीत लहर और बर्फीली हवाओं से रबी की फसलों को पाला मारने का डर

अनूपपुर/अमरकंटक जम्मू-कश्मीर सहित उत्तर भारत में लगाकर हुई बर्फबारी तथा सर्द होते माहौल में अब अमरकंटक का मैकाल पर्वतीय क्षेत्र भी ठंड की चपेट में पूरी तरह आ गया है। शनिवार - रविवार 29 दिसम्बर की रात पवित्र नगरी अमरकंटक का तापमान अपने न्यून स्तर पर जा पहुंचा,जहां नर्मदा तट के मैदानी हिस्सों पर अहले सुबह बर्फ की हल्की चादर बिछी दिखाई दी। वहीं अनूपपुर मुख्यालय में भी सीजन की पहली रात बर्फ जमने की तस्वीर सामने आई। शबनम की जमी सफेद परत सुबह सूर्य की पडऩे वाली धूप की गर्मी में धीरे-धीरे पिघली। लेकिन इस दौरान अमरकंटक नगरी सहित अनूपपुर का जनजीवन कंपकंपाती ठंड से प्रभावित रहा। सम्भावना जताई जा रही है कि इस शीत लहर और बर्फीली हवाओं के कारण रबी की फसलों में पाला मार सकता है। जिससे दलहनी और तिलहनी फसलों को अधिक नुकसान पहुंचा सकता है। फिलहाल अमरकंटक की वादियों में आगामी एक सप्ताह तक कंपकपाती ठंड का असर बना रहेगा और कुछ रातें और भी बर्फ जम सकती है। 29 दिसम्बर को अमरकंटक का अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम 1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। जबकि अनूपपुर का अधिकतम तापमान 21 डिग्री और न्यूनतम 3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। अमरकंटक जानकारों के अनुसार शनिवार की सुबह से ही शीत लहर के कारण मौसम में सर्द हवाओं का दबाव अधिक बढ़ गया था, जिसमें सम्भावना जताई जा रही थी कि रात का तापमान सबसे न्यून स्तर पर जाएगा। रविवार की सुबह नगरवासियों ने अमरकंटक के नर्मदा तट किनारें सहित आसपास के मैदानी हिस्सों में घासों पर बर्फ की पतली परत बिछी रही।

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