धर्म विशेष
पर पोस्ट और हुए हंगामे में मंत्री ने तीन दिनों में जांच पूरा कर रिपोर्ट सौंपने
के दिए थे निर्देश
अनूपपुर। जिला मुख्यालय और नगरपालिका अनूपपुर क्षेत्र में 26
अगस्त की रात धर्म विशेष को लेकर सोशल मीडिया में शेयर हुई पोस्ट और हुए हंगामे
में पुलिस द्वारा की जा रही जांच पांच दिन बाद मंगलवार को भी अधूरा है। विवाद में
दूसरे पक्ष द्वारा मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए
प्रदेश खाद्य आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह को ज्ञापन सौंपा गया था। जिसमें
युवाओं द्वारा सौंपे गए गए ज्ञापन में मंत्री ने शहडोल एडीजीपी को जांच की
जिम्मेदारी सौंपते हुए तीन दिनों में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे। साथ ही
कहा था कि जांच रिपोर्ट के बाद दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं 30
अगस्त को प्रदेश मुख्यमंत्री के प्रस्तावित कायक्रम और जांच को देखते हुए एडीजीपी
शहडोल जी जर्नादन ने जांच की जिम्मेदारी डीआईजी पीएस उइके को दी।
डीआईजी
द्वारा दिए गए आवेदन पर 7-8 लोगों के खिलाफ बयान के लिए नोटिस जारी
की गई थी। जिसमें 3 लोगों ने अभी बयान दर्ज कराया है।
डीआईजी ने बताया कि बयान के लिए लोग पहुंच नहीं रहे हैं। और जिनसे बयान लिए गए हैं,
वे
इस सम्बंध में अधिक जानकारी नहीं दे पा रहे हैं। जिसके कारण मामले की जांच
सम्बंधित पूरी कार्रवाई अबतक पूर्ण नहीं हो सकी है। सम्भावनाएं है कि अभी जांच
पूरी में कुछ दिन का समय लग सकता है।
विदित हो कि
नगरीय क्षेत्र अनूपपुर में विशेष धर्म समुदाय को लेकर एक युवक द्वारा फेसबुक में
कुछ संवाद शेयर किया गया था। जिससे नाराज विशेष धर्म से जुड़े लोगों ने युवक को
पकड़ उसकी पिटाई करते हुए 300 मीटर दूर थाना परिसर लाए थे।
यहां भी मारपीट व अभद्रता की गई थी। पिटाई से युवक की तबियत बिगड़ गई थी। जिसके
विरोध में दूसरे पक्ष के युवाओं ने 26 और 27
अगस्त को विरोध जताते हुए कुछ स्थानों पर तोड़ फोड़ मचाई थी। यहीं नहंी 27 अगस्त
को युवाओं ने नवीन सर्किट हाउस पहुंचे प्रदेश खाद्य आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह
ने युवाओं से चर्चा करते हुए ज्ञापन लिए थे, औैर घोषणा की
थी कि प्रकरण की जांच तीन दिनों में पूरा कराते हुए दोषी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त
कार्रवाई करेंगे। वहीं 28 अगस्त को पुलिस अधीक्षक अनूपपुर ने
मामले में दो पुलिसकर्मियों को मौखिक आदेश में थाना से अलग कर लाइन अटैच कर दिया
था।
एडीजीपी
शहडोल जी जर्नादन ने बताया कि अभी जांच पूरी नहीं हुई है। कुछ लोगों के बयान दर्ज
किए गए हैं, डीआईजी शहडोल द्वारा जांच पूरी की जा रही है।
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