अनूपपुर। अध्यापक संवर्ग को शिक्षा विभाग में संविलियन करने एवं एक पद एक कैडर की
घोषणा के बाद भी शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण नहीं होने पर बुधवार को शासकीय
अध्यापक संगठन ने मुख्यमंत्री के नाम आजाका मंत्री मीना सिंह को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में
बताया कि संविलियन के स्थान पर नई नियुक्ति कर देने से पूरा उद्देश्य ही बदल दिया
गया। विकल्प भरने एवं पात्र अपात्र की प्रक्रिया से सभी लोग नवीन संवर्ग में
नियुक्ति नहीं पा सके। आज भी हजारों लोग अध्यापक संवर्ग में ही कार्यरत हैं।
जिन्हें कैबिनेट द्वारा स्वीकृत सांतवा वेतनमान, मकान भाड़ा,
भत्ता,
अल्प
बचत, सह बीमा योजना, स्थानांतरण नीति अन्य लाभ से
वंचित किया जा रहा है। जिन लोगों ने विकल्प भरकर नवीन संवर्ग में नियुक्ति प्राप्त
की है उनकी 20 वर्ष की वरिष्ठता शून्य कर दी गई। क्रमोन्नति के लिए 20 वर्ष की
सेवा अवधि में से 10 वर्ष की सेवा अवधि ही मान्य की जा रही है।
अनुकंपा
नियुक्ति के लिए अध्यापक संवर्ग और नवीन संवर्ग
के लिए अलग अलग नियम लागू किए जा रहे हैं। अपनी छह बिन्दू मांगों में नवीन
नियुक्तियों के स्थान पर सेवाओं की निरंतरता में शिक्षा विभाग में संविलियन तथा
व्याख्याता उच्च श्रेणी शिक्षक एवं सहायक शिक्षक का पदनाम दिए जाने, सेवा
निवृत्ति पर ग्रेच्युटी पेंशन परिवार पेंशन का लाभ, बीएड,
डीएड,
पात्रता
परीक्षा एवं 3 बच्चों के नियमों को शिथिल करने, नवीन पेंशन
के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू, बर्खास्त किए
गए 16 शिक्षकों को बहाल, 6 माह की पूर्व में प्राप्त वेतन
वृद्धियां लगाने की मांग रखी।
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