अनूपपुर। विशेष न्यायाधीश भूपेन्द्र नकवाल की न्यायालय ने थाना कोतवाली अनूपपुर के
विशेष प्रकरण में आरोपी 24 वर्षीय सोनू ऊर्फ राजेन्द्र चौधरी पिता हीरालाल चौधरी
ग्राम मनमारी के विरूद्व नाबालिग लड़की के साथ दुष्ककर्म के अपराध को प्रमाणित
होने पर न्यायालय ने आरोपी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि किसी भी सभ्य समाज में
नारियो के प्रति वह भी नाबालिक के प्रति वस्तु के रुप मे व्यहार बर्दास्त नही किया
जा सकता। आरोपी को 21 वर्ष का सश्रम कारावास के साथ पीडि़ता को 6000 रुपए देने का
आदेश दिया है।
अभियोजन
मीडिया प्रभारी अनूपपुर राकेश कुमार पाण्डेय ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया
कि आरोपी पर कोतवाली अनूपपुर में 17 वर्ष की पीडि़ता ने रिपोर्ट दर्ज करवाई की
सोनू ऊर्फ राजेन्द्र चौधरी शादी का झांसा देकर अपने घर ले गया और उसके साथ 8-9 माह
तक लगातार दुष्कर्म किया जिस पर थाना कोतवाली में प्रकरण पंजीबद्व कर विवेचना
उप.निरी.विशाखा उर्वेदी ने मौखिक/दस्ताावेज
साक्ष्य के अतिरिक्त वैज्ञानिक साक्ष्यों कों संकलित कर पीडि़ता के शरीर से
प्राप्त साक्ष्यों की डीएनए जॉच कराई गई जॉच में आरोपी द्वारा ही कृत्यक किये जाने
की पुष्टि हुई।
न्यायालय में
अभियोजन की ओर से पैरवी विशेष लोक अभियोजक हेमंत अग्रवाल ने की जिन्होंने न्यायालय
में साक्षियों के कथन और आवश्यक दस्तोवेजों प्रस्तुत किया जिस पर न्याायालय ने
अपराध की गंभीरता को देखते हुए आरोपी को 21 वर्ष के सश्रम कारावास के दण्ड से
दण्डित करते हुए पीडि़ता को 6000 रुपए देने का आदेश दिया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें