पार्टी में
उभरा अंर्तकलह,मंत्री और जिलाध्यक्ष की उपेक्षित भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष बैठे
दर्शकदीर्घा
अनूपपुर। मध्यप्रदेश में शीघ्र शासकीय नौकरियों में भर्ती प्रारंभ की जाएगी।
कोरोना संकट के कारण बेरोजगार हुए ठेला चालकों, फल एवं सब्जी
बेचने वालों, मजदूरी करने वाले, रिक्शा
चालकों को 10 हजार रुपए का लोन दिलाया जाएगा। ताकि वे रोजगार स्थापित कर
अपना जीवन यापन कर सकें। पूर्व में संचालित संबल योजना, लाडली
लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना एवं आदिवासी
बैगा एवं सहरिया महिलाओं को एक हजार रु. की राशि मुहैया कराने वाली योजना को पुन: प्रारंभ
कर दिया गया है। यह बात अनूपपुर विधानसभा उपचुनाव से पूर्व 7 सितम्बर
को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जिला मुख्यालय में किए गए विकास कार्यो
का लोकार्पण और भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान कहीं। इस मौके पर 200 बिस्तर
क्षमता वाले जिला अस्पताल नवीन भवन, 12.01 करोड़ की
रेलवे ओवरब्रिज, 1.09 करोड़ की लागत से एकलव्य विद्यालय में
आधुनिक सुविधायुक्त ऑडिटोरीयम निर्माण कार्य का भूमिपूजन सहित कुल 184.74 करोड़
रुपए लागत के अन्य विकास कार्यों का लोकार्पण किया। साथ ही जिले के लिए उनकी नई
मांगों की सूची में शामिल 660 मेगावाट क्षमता वाले चचाई
विद्युत पावर प्लांट, बाइपास मार्ग, कन्या
महाविद्यालय, तुलसी महाविद्यालय में पीजी कक्षाएं व हर्री गांव में
क्षतिग्रस्त पुल के निर्माण पर जल्द ही स्वीकृति के लिए आश्वस्त किया।
हालांकि इस
दौरान भाजपा की अंर्तकलह खुलकर सामने आ गई। जहां भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व अनूपपुर
जिला चुनाव संचालक रामलाल रौतेल मंच की बजाय दर्शक दीर्घा में बैठे नजर आए। इस
दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें मानने का प्रयास किया, लेकिन
नहीं माने, मीडिया से रूबरू होते उन्होंने अपनी नाराजगी जताते हुए मंत्री
बिसाहूलाल सिंह, जिला अध्यक्ष बृजेश गौतम तथा अनूपपुर
पूर्व नपाध्यक्ष पर उपेक्षा का आरोप लगाया और पूरे कार्यक्रम में उनकी अनदेखी की
बात कही। वहीं मुख्यमंत्री भी पत्रकारों से चर्चा के दौरान रामलाल रौतेल के सवाल पर
बिना जवाब दिए अपनी वाहन की ओर तेज कदमों से बढ़ गए। इस मौके पर केंद्रीय इस्पात
राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, मंत्री आदिम जाति कल्याण एवं
जनजातीय कार्य विभाग मीना सिंह, सांसद शहडोल संसदीय क्षेत्र
हिमाद्रि सिंह, पूर्व मंत्री एवं विधायक रीवा राजेंद्र
शुक्ल, जिपं अध्यक्ष रूपमती सिंह, पूर्व विधायक
अनूपपुर रामलाल रौतेल सहित अन्य पदाधिकारी शामिल रहे।
सीएम से
मिलने पहुंचे अतिथि शिक्षकों को प्रशासन ने रोका, कोतमा थाना
छोड़ा
मुख्यमंत्री
के आगमन से पूर्व अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपने मुख्यालय पहुंचे अतिथि
शिक्षकों को प्रशासन ने मिलने से रोक दिया। भीड़ को देखते हुए पुलिस ने सीतापुर
में बनी वन चौकी में सभी को रखा। कुछ देर बाद जब सभी अतिथि शिक्षक नवीन सर्किट
हाउस की ओर प्रस्थान किए तो पुलिस ने उन्हे बस में भरकर सीधे 40 किलोमीटर
दूर कोतमा थाने पहुंचा दी। लेकिन प्रशासन
ने मुख्यमंत्री से मिलने से अतिथि शिक्षको को रोक दिया। इस दौरान मंत्री, अधिकारियों
व पुलिस अधीक्षक से भी अतिथि शिक्षकों ने चर्चा की थी। लेकिन सभी ने अनसुना कर
दिया।
युवा
कांग्रेस अध्यक्ष सहित कार्यकर्ता हुए नजरबंद
सीएम के
प्रस्तावित कार्यक्रम के दौरान शांति भंग की आशंका में प्रशासन ने कोतमा स्थित
युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष गड्डू चौहान सहित अन्य कार्यकर्ताओं को नजरबंद कर
दिया। कोतमा में पुलिस बल तैनात कराए गए। ताकि यहां से युवाओं का दल अनूपपुर की ओर
कूच न करें। उल्लेखनीय है कि बिसाहूलाल सिंह के भाजपा में शामिल होने के उपरांत
युवा कांग्रेस कार्यकर्ता इसका जमकर विरोध कर रही है, इससे
पूर्व मंत्री के काफिले को काला झंडा भी दिखाया गया था।
बिसाहूलाल की
फिसली जुबां :
बिसाहूलाल
सिंह जब मंच से कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे, तभी उनकी
जुबां अचानक फिसल गई। जिला भाजपा अध्यक्ष की जगह जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष बोल
गए। बाद में सुधार करते भाजपा अध्यक्ष बोला।
धनपुरी पूर्व
नपा अध्यक्ष ने जताया विरोध:
मुख्यमंत्री
जैसे ही कार्यक्रम को सम्बोधन शुरू किया तभी शहडोल जिले की नगरपालिका धनपुरी सीएमओ
पर 45 लाख के घोटाले का आरोप लगाते हुए पूर्व नपा अध्यक्ष हंसराज
तनवर ने विरोध जताया। मुख्यमंत्री ने शांत कराते हुए उनके पास आवेदन लेने पहुंचने
का आश्वासन दिया, लेकिन हंसराज पहले उनकी बात को सुनने
जिद पर अड़े रहे। जिसे बाद में पुलिस पकड़कर उसे दीर्घा स्थल से दूर ले गई।
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